पेट्रोलियम इंजीनियर देश की ऊर्जा जरूरतों के लिए तेल और गैस प्राप्त करने में मदद करते हैं। पेट्रोलियम इंजीनियर पृथ्वी की सतह के नीचे जमे हुए तेल और गैस को निकालने के तरीकों को डिजाइन और विकसित करते हैं। पेट्रोलियम इंजीनियर पुराने कुओं से तेल और गैस निकालने के नए तरीके भी खोजते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप पुर्ज़ों को जोड़ना पसंद करते हों ।
आप प्रयोग करना पसंद करते हों ।
आपको विज्ञान और गणित पसंद हो ।
आपको बाहर काम करना पसंद हो।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में बी.ई./बी.टेक/बी.एस.सी पूरा करें। या पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स केमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. एमबीएम यूनिवर्सिटी, जोधपुर 2. जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, काकीनाडा 3. आई.आई.टी. धनबाद 4. अलगप्पा कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई 5. जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ 6. भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान, विशाखापत्तनम 7. राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, जोधपुर (डिप्लोमा) 8. राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, अमेठी
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, बैंगलोर 2. स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, देहरादून 3. मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर 4. एमआईटी डब्ल्यूपीयू फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे 5. कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन, गुंटूर 6. आदित्य इंजीनियरिंग कॉलेज, सुरमपलेम 7. ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, राजगढ़ 8. निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षा में राष्ट्रीय कार्यक्रम। यह भारत सरकार द्वारा है और विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम ऑडियो-वीडियो के रूप में प्रदान करता है।
फीस
● कोर्स की फीस लगभग 15,000 -15,00,000 रूपये* के बीच है। *(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: आप पूरे भारत में तटवर्ती और अपतटीय तेल और गैस कंपनियों के साथ-साथ पेट्रोलियम और पेट्रोल रिफाइनिंग कंपनियों दोनों में काम कर सकते हैं।
काम का माहौल: इस नौकरी में आम तौर पर यात्रा शामिल होती है। कंपनियां आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम लागू हो सकता है।
संचिता बनर्जी, ऑयल इंडिया लिमिटेड की पहली महिला इंजीनियर हैं। वह कलकत्ता विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं , जहाँ उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, 1985 में वह ऑयल इंडिया लिमिटेड में शामिल हुईं और एल.पी.जी ऐकसट्रैकशन प्लांट में शिफ्ट इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया। असम में उन्होंने प्राकृतिक गैस से एल.पी.जी निकालने के लिए क्रायोजेनिक प्रक्रिया का प्रयोग किया । संगठन के भीतर, वह मातृत्व अवकाश, चाइल्ड केयर लीव पर नीतियों को लाने में सहायक रही हैं और महिला कर्मचारियों के लिए विदेशी प्रशिक्षण और विदेशी पोस्टिंग, जूनियर कर्मचारियों के लिए प्रबंधन प्रशिक्षण आदि मुद्दों पर उन्होंने काम किया है। वह अब ऑयल इंडिया लिमिटेड में एक सेवानिवृत्त कार्यकारी निदेशक हैं।*
पेट्रोलियम इंजीनियर (Petroleum Engineer)
NCS Code: 2145.0500 | E0241. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में बी.ई./बी.टेक/बी.एस.सी पूरा करें। या पेट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
यह कोर्स केमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. एमबीएम यूनिवर्सिटी, जोधपुर
2. जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, काकीनाडा
3. आई.आई.टी. धनबाद
4. अलगप्पा कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई
5. जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, अलीगढ़
6. भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान, विशाखापत्तनम
7. राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, जोधपुर (डिप्लोमा)
8. राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, अमेठी
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, बैंगलोर
2. स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, देहरादून
3. मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर
4. एमआईटी डब्ल्यूपीयू फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे
5. कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन, गुंटूर
6. आदित्य इंजीनियरिंग कॉलेज, सुरमपलेम
7. ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, राजगढ़
8. निम्स यूनिवर्सिटी, जयपुर
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स
• एन.पी.टी.ई.एल.* स्वयं - https://www.onlinecourses.nptel.ac.in/noc20_ch24/preview
• कौरसेरा - https://www.coursera.org/courses?query=petroleum%20engineering
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षा में राष्ट्रीय कार्यक्रम। यह भारत सरकार द्वारा है और विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम ऑडियो-वीडियो के रूप में प्रदान करता है।
● कोर्स की फीस लगभग 15,000 -15,00,000 रूपये* के बीच है। *(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: आप पूरे भारत में तटवर्ती और अपतटीय तेल और गैस कंपनियों के साथ-साथ पेट्रोलियम और पेट्रोल रिफाइनिंग कंपनियों दोनों में काम कर सकते हैं।
काम का माहौल: इस नौकरी में आम तौर पर यात्रा शामिल होती है। कंपनियां आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम लागू हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
एसोसिएट केमिकल इंजीनियर → पेट्रोलियम इंजीनियर → सीनियर केमिकल इंजीनियर, पेट्रोलियम
एक पेट्रोलियम इंजीनियर का लगभग आय 16,750 - 3,34,000 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Petroleum_Engineer/Salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक हैं और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
संचिता बनर्जी, ऑयल इंडिया लिमिटेड की पहली महिला इंजीनियर हैं। वह कलकत्ता विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा हैं , जहाँ उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की, 1985 में वह ऑयल इंडिया लिमिटेड में शामिल हुईं और एल.पी.जी ऐकसट्रैकशन प्लांट में शिफ्ट इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया। असम में उन्होंने प्राकृतिक गैस से एल.पी.जी निकालने के लिए क्रायोजेनिक प्रक्रिया का प्रयोग किया । संगठन के भीतर, वह मातृत्व अवकाश, चाइल्ड केयर लीव पर नीतियों को लाने में सहायक रही हैं और महिला कर्मचारियों के लिए विदेशी प्रशिक्षण और विदेशी पोस्टिंग, जूनियर कर्मचारियों के लिए प्रबंधन प्रशिक्षण आदि मुद्दों पर उन्होंने काम किया है। वह अब ऑयल इंडिया लिमिटेड में एक सेवानिवृत्त कार्यकारी निदेशक हैं।*
स्रोत: https://www.accenture.com/in-en/about/inclusion-diversity/vaahini-sanchita-banerjee
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
पेट्रोलियम इंजीनियर, पेट्रोलियम रिफाइनिंग इंजीनियर, हाइड्रोकार्बन इंजीनियर