संग्रहालय विज्ञान, संग्रहालय संगठन और प्रबंधन का विज्ञान या पेशा है। संग्रहालय विज्ञानी संग्रहालय संग्रहों की देखभाल, प्रबंधन, आयोजन, प्रदर्शन और विकास करते हैं और प्रासंगिक शोध करते हैं। संग्रहालय क्यूरेटर आमतौर पर मानव विज्ञान, कला, सजावटी कला, प्राकृतिक इतिहास, सामाजिक इतिहास, विज्ञान या प्रौद्योगिकी जैसे व्यापक अनुशासन के विशेषज्ञ होते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप इतिहास और संस्कृति में गहरी रुचि रखते हों।
आप विवरण पर ध्यान देते हों।
आप जानकारी एकत्र करना और उसका विश्लेषण करना पसंद करते हों।
आप कलाकृतियों में रुचि रखते हैं और खोज में जिज्ञासा रखते हों।
प्रवेश मार्ग
1. कला स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. इतिहास/ प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व या इसके समकक्ष में स्नातक की डिग्री पूरी करें।
या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
या प्लेस्टोसीन युग के ज्ञान के साथ प्राचीन या मध्यकालीन भारतीय इतिहास/पुरातत्व/नृविज्ञान/भूविज्ञान में पूर्ण मास्टर डिग्री और फिर संग्रहालय विज्ञान में पी.जी. डिप्लोमा कोर्स पूरा करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स इतिहास/पुरातत्व/संग्रहालय विज्ञान विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. पुरातत्व संस्थान, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली 2. कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता 3. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा 4. नेशनल म्यूजियम इंस्टीट्यूट ऑफ हिस्ट्री ऑफ आर्ट कंजर्वेशन एंड म्यूजियमोलॉजी, दिल्ली 5. रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता 6. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी 7. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़ 8. संग्रहालय विज्ञान अध्ययन केंद्र, जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू
कोर्स की फीस लगभग 2,400 - 2,67,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति • कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। • योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। • कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: सरकार द्वारा संचालित/निजी संग्रहालय।
काम का माहौल: आप आम तौर पर कार्यालय के माहौल में काम करेंगे, लेकिन कभी-कभार यात्रा कर सकते हैं।
रत्ना फाबरी भारत की एक विख्यात संग्रहालयविद् थीं जिन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए 1970 में कला क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। रत्ना फाबरी ने अमेरिका और यूरोप में संग्रहालयों का अध्ययन किया था और भारतीय मंडप में व्यवस्थाओं को मॉन्ट्रियल प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया था।*
Museologistसंग्रहालय विज्ञानी
NCS Code: NA | SS0171. कला स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें।
2. इतिहास/ प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व या इसके समकक्ष में स्नातक की डिग्री पूरी करें।
या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
या प्लेस्टोसीन युग के ज्ञान के साथ प्राचीन या मध्यकालीन भारतीय इतिहास/पुरातत्व/नृविज्ञान/भूविज्ञान में पूर्ण मास्टर डिग्री और फिर संग्रहालय विज्ञान में पी.जी. डिप्लोमा कोर्स पूरा करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
यह कोर्स इतिहास/पुरातत्व/संग्रहालय विज्ञान विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. पुरातत्व संस्थान, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली
2. कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता
3. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा
4. नेशनल म्यूजियम इंस्टीट्यूट ऑफ हिस्ट्री ऑफ आर्ट कंजर्वेशन एंड म्यूजियमोलॉजी, दिल्ली
5. रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय, कोलकाता
6. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
7. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ़
8. संग्रहालय विज्ञान अध्ययन केंद्र, जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 2,400 - 2,67,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: सरकार द्वारा संचालित/निजी संग्रहालय।
काम का माहौल: आप आम तौर पर कार्यालय के माहौल में काम करेंगे, लेकिन कभी-कभार यात्रा कर सकते हैं।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
इंटर्न → म्यूज़ियोलॉजिस्ट → सीनियर म्यूज़ियोलॉजिस्ट
एक म्यूजियोलॉजिस्ट की लगभग आय 15,000 - 75,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://www.merementor.com/library/museology
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
रत्ना फाबरी भारत की एक विख्यात संग्रहालयविद् थीं जिन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए 1970 में कला क्षेत्र में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। रत्ना फाबरी ने अमेरिका और यूरोप में संग्रहालयों का अध्ययन किया था और भारतीय मंडप में व्यवस्थाओं को मॉन्ट्रियल प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया था।*
स्रोत: https://peoplepill.com/people/ratna-fabri
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
पुरालेखपाल, संग्रहालय निदेशक, दीर्घा सहायक