एक कोरोजन इंजीनियर धातु के पुलों, तेल और गैस पाइपलाइनों, खानों और अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं जैसे विनिर्माण संयंत्र या बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में औद्योगिक मशीनरी पर जंग की मरम्मत या रोकथाम के तरीके निर्धारित करता है। वे मुख्य रूप से अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करके सामग्रियों पर क्षरण को रोकने का प्रयास करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आपको विज्ञान और गणित करना पसंद हों।
आप समस्याओं/परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
आप कंप्यूटर में अच्छे हों।
आप एक समूह में काम करने में सहज हों।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग या मैटेरियल्स साइंस में स्नातक की डिग्री अर्जित करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद जंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एम.टेक कर सकते हैं। उसके बाद धातुकर्म इंजीनियरिंग (जंग व्यवहार) में पीएचडी कर सकते हैं। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद संक्षारण प्रौद्योगिकी में पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. आई.आई.टी. मद्रास 2. आई.आई.टी. बॉम्बे 3. आई.आई.टी. दिल्ली 4. आई.आई.टी. खड़गपुर 5. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता 6. अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु 7. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर 8. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ 2. बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी 3. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर 4. निरमा यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद 5. थापर यूनिवर्सिटी, पंजाब 6. बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा 7. मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर 8. सत्यभामा विश्वविद्यालय, चेन्नई
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षा में राष्ट्रीय कार्यक्रम। यह भारत सरकार द्वारा है और विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम ऑडियो-वीडियो के रूप में प्रदान करता है।
फीस
कोर्स की फीस लगभग 30,000-2,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: निर्माण, ऊर्जा उद्योग, ऑन-और ऑफ-शोर ड्रिलिंग ऑपरेशन, औद्योगिक निर्माण, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और खनन उद्योग
काम का माहौल: शोध का समय आम तौर पर सप्ताह में 5 या 6 दिन और हर दिन 8 या 9 घंटे के लिए तय किया जाता है। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है और शिफ्ट सिस्टम लागू हो सकता है
कोरोजन इंजीनियर (Corrosion Engineer)
NCS Code: NA | E0601. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग या मैटेरियल्स साइंस में स्नातक की डिग्री अर्जित करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद जंग विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एम.टेक कर सकते हैं। उसके बाद धातुकर्म इंजीनियरिंग (जंग व्यवहार) में पीएचडी कर सकते हैं।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद संक्षारण प्रौद्योगिकी में पीजी डिप्लोमा कर सकते हैं। प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि)
या
राज्य स्तर (WBJEE, AP EAMCET इत्यादि)
या
संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. आई.आई.टी. मद्रास
2. आई.आई.टी. बॉम्बे
3. आई.आई.टी. दिल्ली
4. आई.आई.टी. खड़गपुर
5. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता
6. अन्नामलाई विश्वविद्यालय, तमिलनाडु
7. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दुर्गापुर
8. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
2. बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी
3. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर
4. निरमा यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद
5. थापर यूनिवर्सिटी, पंजाब
6. बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा
7. मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर
8. सत्यभामा विश्वविद्यालय, चेन्नई
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स
• एन.पी.टी.ई.एल.* स्वयं - https://nptel.ac.in/courses/113108051
• कौरसेरा - https://in.coursera.org/learn/corrosion
• उडेमी - https://www.udemy.com/course/corrosion-engineering-module-1/
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षा में राष्ट्रीय कार्यक्रम। यह भारत सरकार द्वारा है और विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम ऑडियो-वीडियो के रूप में प्रदान करता है।
कोर्स की फीस लगभग 30,000-2,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: निर्माण, ऊर्जा उद्योग, ऑन-और ऑफ-शोर ड्रिलिंग ऑपरेशन, औद्योगिक निर्माण, एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और खनन उद्योग
काम का माहौल: शोध का समय आम तौर पर सप्ताह में 5 या 6 दिन और हर दिन 8 या 9 घंटे के लिए तय किया जाता है। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है और शिफ्ट सिस्टम लागू हो सकता है
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
प्रोजेक्ट इंजीनियर → सिस्टम इंजीनियर → इंजीनियरिंग मैनेजर
एक कोरोजन इंजीनियर का लगभग आय 36,084 - 1,67,000 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Corrosion_Engineer/Salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
कोरोजन इंजीनियर, धातु विज्ञान (मेटलर्जी), कोरोजन प्रौद्योगिकीविद्