आर्किटेक्ट विभिन्न संरचनाओं के निर्माण की योजना, डिजाइन और निरीक्षण करते हैं। वे सुनिश्चित करते हैं कि ये संरचनाएं लोगों के लिए मजबूत और सुरक्षित हों।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आपको चीजें बनाना पसंद हों।
आप चित्र बनाना पसंद करते हों।
आप बारीकियों पर ध्यान देते हों।
आप लोगों से आराम से बात कर सकते हों।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. आर्किटेक्चर/प्लानिंग/साइंस कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट/लैंडस्केप आर्किटेक्चर/आर्किटेक्चर बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी में स्नातक की डिग्री हासिल करें। या आर्किटेक्चर/आर्किटेक्चरल असिस्टेंटशिप/बिल्डिंग डिज़ाइन/बिल्डिंग सर्वेइंग/आर्किटेक्चरल टेक्नोलॉजी आदि में डिप्लोमा प्राप्त करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें। या आर्किटेक्चर/सिविल इंजीनियरिंग/आर्किटेक्चरल असिस्टेंटशिप/बिल्डिंग डिजाइन/बिल्डिंग सर्वेइंग/आर्किटेक्चरल टेक्नोलॉजी आदि में डिप्लोमा करें, इसके बाद दो साल का कार्य अनुभव लें और फिर ए.आई.आई.ए. परीक्षा (डा एसोसिएट ऑफ द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स एग्जाम) दे। इसे बी.आर्च डिग्री के समकक्ष माना जाता है।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स आर्किटेक्चर विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे 2. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वड़ोदरा 3. जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली 4. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी, शिबपुर 5. आंध्र यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, विशाखापत्तनम 6. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता 7. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आई.आई.टी. रुड़की 8. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आई.आई.टी. खड़गपुर -
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर 2. एस.आर.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई 3. दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर 4. रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंगलोर 5. सत्यबामा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई 6. रेवा विश्वविद्यालय, बंगलौर 7. निरमा यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद 8. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
दूरस्थ शिक्षा संस्थान इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
कोर्स की फीस लगभग 1,00,000-13,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: आर्किटेक्चरल फर्म, सरकारी एजेंसियां, रियल एस्टेट कंपनियां, कंस्ट्रक्शन कंपनियां, इंटीरियर डिजाइनिंग फर्म और रिटेल सेक्टर आदि।
उद्यमिता: कुछ वर्षों का अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी खुद की निजी फर्म स्थापित कर सकते हैं या आप एक स्वतंत्र सलाहकार बन सकते हैं।
काम का माहौल: आपको कार्यालय, बजट निर्धारण, भौगोलिक मानचित्रण (जियोग्राफिक मैपिंग), आंतरिक और बाहरी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) के साथ बैठकें आयोजित करने और योजनाओं को तैयार करने में अपना अधिकांश काम करने की संभावना है, लेकिन आपको निर्माण स्थलों की यात्रा भी करनी होगी। आमतौर पर कंपनियां हफ्ते में 5 से 6 दिन और रोजाना 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगो के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
बृंदा सोमाया एक आर्किटेक्ट और अर्बन कज़र्वेशनिस्ट हैं। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से आर्किटेक्चर में स्नातक और अमेरिका के नॉर्थम्प्टन में स्मिथ कॉलेज से मास्टर ऑफ आर्ट्स किया। उन्होंने 1978 में मुंबई में अपनी फर्म सोमाया और कलप्पा कंसल्टेंट्स की शुरुआत की। 2014 में उन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स - बाबूराव म्हात्रे गोल्ड मेडल फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट से सम्मानित किया गया था और उन्हें आर्कविजन पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया था।*
आर्किटेक्ट (Architect)
NCS Code: 2161.0100 | E0511. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. आर्किटेक्चर/प्लानिंग/साइंस कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट/लैंडस्केप आर्किटेक्चर/आर्किटेक्चर बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी में स्नातक की डिग्री हासिल करें।
या
आर्किटेक्चर/आर्किटेक्चरल असिस्टेंटशिप/बिल्डिंग डिज़ाइन/बिल्डिंग सर्वेइंग/आर्किटेक्चरल टेक्नोलॉजी आदि में डिप्लोमा प्राप्त करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
या
आर्किटेक्चर/सिविल इंजीनियरिंग/आर्किटेक्चरल असिस्टेंटशिप/बिल्डिंग डिजाइन/बिल्डिंग सर्वेइंग/आर्किटेक्चरल टेक्नोलॉजी आदि में डिप्लोमा करें, इसके बाद दो साल का कार्य अनुभव लें और फिर ए.आई.आई.ए. परीक्षा (डा एसोसिएट ऑफ द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स एग्जाम) दे। इसे बी.आर्च डिग्री के समकक्ष माना जाता है।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
यह कोर्स आर्किटेक्चर विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे
2. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वड़ोदरा
3. जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
4. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी, शिबपुर
5. आंध्र यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, विशाखापत्तनम
6. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता
7. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आई.आई.टी. रुड़की
8. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आई.आई.टी. खड़गपुर -
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर
2. एस.आर.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई
3. दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर
4. रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंगलोर
5. सत्यबामा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई
6. रेवा विश्वविद्यालय, बंगलौर
7. निरमा यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद
8. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
कोर्स की फीस लगभग 1,00,000-13,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: आर्किटेक्चरल फर्म, सरकारी एजेंसियां, रियल एस्टेट कंपनियां, कंस्ट्रक्शन कंपनियां, इंटीरियर डिजाइनिंग फर्म और रिटेल सेक्टर आदि।
उद्यमिता: कुछ वर्षों का अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी खुद की निजी फर्म स्थापित कर सकते हैं या आप एक स्वतंत्र सलाहकार बन सकते हैं।
काम का माहौल: आपको कार्यालय, बजट निर्धारण, भौगोलिक मानचित्रण (जियोग्राफिक मैपिंग), आंतरिक और बाहरी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) के साथ बैठकें आयोजित करने और योजनाओं को तैयार करने में अपना अधिकांश काम करने की संभावना है, लेकिन आपको निर्माण स्थलों की यात्रा भी करनी होगी। आमतौर पर कंपनियां हफ्ते में 5 से 6 दिन और रोजाना 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगो के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
असिस्टेंट आर्किटेक्ट→ डिप्टी आर्किटेक्ट → आर्किटेक्ट→ सीनियर आर्किटेक्ट → चीफ आर्किटेक्ट→ एडिशनल डायरेक्टर जनरल आर्किटेक्ट → विशेष महानिदेशक → महानिदेशक (योजना) या ट्रेनी आर्किटेक्ट / असिस्टेंट आर्किटेक्ट / आर्किटेक्ट → सीनियर आर्किटेक्ट → प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट → सीनियर प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट → चीफ आर्किटेक्ट / चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर।
एक आर्किटेक्ट का लगभग आय 12,400-84,000 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Design_Architect/Salary?loggedIn
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
बृंदा सोमाया एक आर्किटेक्ट और अर्बन कज़र्वेशनिस्ट हैं। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से आर्किटेक्चर में स्नातक और अमेरिका के नॉर्थम्प्टन में स्मिथ कॉलेज से मास्टर ऑफ आर्ट्स किया। उन्होंने 1978 में मुंबई में अपनी फर्म सोमाया और कलप्पा कंसल्टेंट्स की शुरुआत की। 2014 में उन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स - बाबूराव म्हात्रे गोल्ड मेडल फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट से सम्मानित किया गया था और उन्हें आर्कविजन पुरस्कार के लिए भी नामित किया गया था।*
स्रोत: https://moodofliving.com/brinda-somaya-urban-conservationist-and-architect/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
आर्किटेक्ट, आर्किटेक्ट और इंटीरियर डिजाइनर, सिविल इंजीनियर