हेल्पर फैब्रिकेशन- फैब्रिकेशन की विभिन्न प्रक्रियाओं जैसे कटिंग, वेल्डिंग, फिटिंग आदि से संबंधित कार्यों में सहायता करता है। वे निर्माण क्षेत्र में काम करते हैं और वेल्डिंग और कटिंग के काम में भी लग जाते हैं। उन्हें व्यापार में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों से भी अवगत कराया जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
आप अनुसरण करने के लिए स्पष्ट निर्देश चाहते हों।
आप एक टीम में काम करने में सहज हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप हेल्पर फैब्रिकेशन में ट्रेनिंग के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 2 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
एक हेल्पर फैब्रिकेशन की लगभग आय 8,500 - 17,200 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत - https://bit.ly/3XSduyI *एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
10वीं क्लास के बाद मनीष सिसोदिया ने एल्युमिनियम फेब्रिकेशन सेक्शन में एक अनुभवी को सपोर्ट करना शुरू किया। उन्होंने तीन साल तक उनके साथ काम किया और उसके बाद उन्होंने खुद के प्रोजेक्ट लेने शुरू किए और फिलहाल वे साल भर व्यस्त रहते हैं। वे कहते हैं — "मैंने अलग-अलग तरह के एल्युमिनियम वर्क पर काम किया है, लेकिन अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है"। वे परियोजना से परियोजना के आधार पर प्रति माह 20,000 - 30,000 रुपये कमाते हैं।*
स्रोत: मनीष सिसोदिया, बैतूल जिला, मध्य प्रदेश के साथ व्यक्तिगत साक्षात्कार।
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
हेल्पर फैब्रिकेशन
NCS Code: 9313.0412 | V070न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप हेल्पर फैब्रिकेशन में ट्रेनिंग के लिए नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 2 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ. केंद्रों की सूची: https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: https://www.scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए https://www.buddy4study.com या https://www.buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: आवासीय परिसर, हाउसिंग सोसाइटी, स्कूल, कॉलेज भवन, निर्माण एजेंसियां आदि।
काम का माहौल: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट ड्यूटी हो सकती है। ओवरटाइम करना आम बात है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
हेल्पर फैब्रिकेशन → असिस्टेंट ऑपरेटर → सीनियर ऑपरेटर → सुपरवाइज़र
एक हेल्पर फैब्रिकेशन की लगभग आय 8,500 - 17,200 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत - https://bit.ly/3XSduyI
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
10वीं क्लास के बाद मनीष सिसोदिया ने एल्युमिनियम फेब्रिकेशन सेक्शन में एक अनुभवी को सपोर्ट करना शुरू किया। उन्होंने तीन साल तक उनके साथ काम किया और उसके बाद उन्होंने खुद के प्रोजेक्ट लेने शुरू किए और फिलहाल वे साल भर व्यस्त रहते हैं। वे कहते हैं — "मैंने अलग-अलग तरह के एल्युमिनियम वर्क पर काम किया है, लेकिन अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है"। वे परियोजना से परियोजना के आधार पर प्रति माह 20,000 - 30,000 रुपये कमाते हैं।*
स्रोत: मनीष सिसोदिया, बैतूल जिला, मध्य प्रदेश के साथ व्यक्तिगत साक्षात्कार।
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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