एक हवाई यातायात नियंत्रक विमानों की गतिविधियों को निर्देशित करने तथा दूर से उनकी निगरानी करने का कार्य करता है ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और उनके विलम्ब को कम किया जा सके।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आपके एक कुशल संचार करता हों ।
आप एक टीम में काम करना पसंद करते हों।
आप बारीकियों पर ध्यान देना पसंद करते हों।
आपको गणित पसंद हो।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. इंजीनियरिंग में स्नातक (विशेष रूप से कंप्यूटर साइंस, टेलीकम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, या रेडियो इंजीनियरिंग) करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
3. फिर सिविल ए.टी.सी. टेस्ट पास करें, जो नागरिक उड्डयन प्राधिकरण द्वारा प्रशासित होता है।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
भारत का कोई भी कॉलेज जो इंजीनियरिंग में स्नातक प्रदान करता है और यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त है।
फीस
कोर्स की फीस लगभग 2,00,000 - 10,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: आप आमतौर पर जमीन पर हवाई यातायात नियंत्रण केंद्रों और नियंत्रण टावरों में तैनात रहेंगे।
काम का माहौल: आप आमतौर पर सप्ताह में लगभग 8 घंटे काम करेंगे, लेकिन यह समय दिन, रात, सप्ताहांत और सार्वजनिक छुट्टियों के दौरान हो सकता है । हवाई यातायात नियंत्रण को चौबीसों घंटे काम करना पड़ता है, इसलिए शिफ्ट के काम का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि हमेशा कोई ना कोई अवश्य कार्यरत हो ।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
प्रशिक्षु → सहायक वायु यातायात नियंत्रक → वायु यातायात नियंत्रक → वायु यातायात नियंत्रक विशेषज्ञ → अन्य व्यवसायों/क्षेत्रों में आवा जाही
अपेक्षाकृत वेतन
एक हवाई यातायात नियंत्रक का लगभग आय 20,000 - 60,000 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3IuN3LH *एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
श्यामली हलदर 2020 में कोलकाता में ए.टी.सी. की प्रमुख बनने वाली देश की पहली महिला हवाई यातायात नियंत्रक बनीं। हलदर तीन दशक पहले 1989 में भर्ती की गई नौ महिला यातायात नियंत्रकों के पहले बैच से संबंधित हैं । उन्होंने इलाहाबाद में नागरिक उड्डयन प्रशिक्षण कॉलेज में प्रशिक्षण लिया, जिसके बाद उन्हें 1991 में कोलकाता में नियुक्त किया गया।उस समय वह और उनकी बैचमेट ,आर्यमा सान्याल,अकेली महिला एयर ट्रैफिक कंट्रोलर थीं।*
हवाई यातायात नियंत्रक (Air traffic controller)
NCS Code: 3154.0100 | E0501. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. इंजीनियरिंग में स्नातक (विशेष रूप से कंप्यूटर साइंस, टेलीकम्युनिकेशन, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, या रेडियो इंजीनियरिंग) करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
3. फिर सिविल ए.टी.सी. टेस्ट पास करें, जो नागरिक उड्डयन प्राधिकरण द्वारा प्रशासित होता है।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
भारत का कोई भी कॉलेज जो इंजीनियरिंग में स्नातक प्रदान करता है और यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त है।
कोर्स की फीस लगभग 2,00,000 - 10,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: आप आमतौर पर जमीन पर हवाई यातायात नियंत्रण केंद्रों और नियंत्रण टावरों में तैनात रहेंगे।
काम का माहौल: आप आमतौर पर सप्ताह में लगभग 8 घंटे काम करेंगे, लेकिन यह समय दिन, रात, सप्ताहांत और सार्वजनिक छुट्टियों के दौरान हो सकता है । हवाई यातायात नियंत्रण को चौबीसों घंटे काम करना पड़ता है, इसलिए शिफ्ट के काम का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि हमेशा कोई ना कोई अवश्य कार्यरत हो ।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
प्रशिक्षु → सहायक वायु यातायात नियंत्रक → वायु यातायात नियंत्रक → वायु यातायात नियंत्रक विशेषज्ञ → अन्य व्यवसायों/क्षेत्रों में आवा जाही
एक हवाई यातायात नियंत्रक का लगभग आय 20,000 - 60,000 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3IuN3LH
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
श्यामली हलदर 2020 में कोलकाता में ए.टी.सी. की प्रमुख बनने वाली देश की पहली महिला हवाई यातायात नियंत्रक बनीं। हलदर तीन दशक पहले 1989 में भर्ती की गई नौ महिला यातायात नियंत्रकों के पहले बैच से संबंधित हैं । उन्होंने इलाहाबाद में नागरिक उड्डयन प्रशिक्षण कॉलेज में प्रशिक्षण लिया, जिसके बाद उन्हें 1991 में कोलकाता में नियुक्त किया गया।उस समय वह और उनकी बैचमेट ,आर्यमा सान्याल,अकेली महिला एयर ट्रैफिक कंट्रोलर थीं।*
स्रोत: https://timesofindia.indiatimes.com/city/kolkata/skys-the-limit-for-1st-woman-atc-boss/articleshow/79538434.cms
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
वायु यातायात नियंत्रण विशेषज्ञ, यातायात नियंत्रक प्रबंधक