हवाई यातायात नियंत्रक विमानों की गतिविधियों को निर्देशित करने तथा दूर से उनकी निगरानी करने का कार्य करते हैं, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और उनके विलम्ब को कम किया जा सके।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप एक कुशल संचारकर्ता हों ।
• आप एक टीम में काम करना पसंद करते हों।
• आप विवरणों पर ध्यान देना पसंद करते हों।
• आपको विज्ञान और गणित में रुचि हो।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण।
2. इंजीनियरिंग में स्नातक (विशेष रूप से कंप्यूटर विज्ञान, दूरसंचार, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, या रेडियो इंजीनियरिंग में) करें ।
भारत में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए, आपको नागरिक उड्डयन प्राधिकरण द्वारा आयोजित नागरिक ए.टी.सी परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम एयरोनॉटिकल या एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास, तमिलनाडु
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी, असम
4. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खरगपुर, पश्चिम बंगाल
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची,चेन्नई,तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. मणिपाल संस्थान, मणिपाल, कर्नाटक
2. हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, चेन्नई, तमिलनाडु
3. मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल, मध्य प्रदेश
4. थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला, पंजाब
5. बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर, तमिलनाडु
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,00,000 - 10,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति: यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: आप आमतौर पर जमीन पर हवाई यातायात नियंत्रण केंद्रों और नियंत्रण टावरों में तैनात रहेंगे।
कार्य वातावरण: आप आमतौर पर सप्ताह में लगभग 8 घंटे काम करेंगे, लेकिन यह समय दिन, रात, सप्ताहांत और सार्वजनिक छुट्टियों के दौरान हो सकता है । हवाई यातायात नियंत्रण को 24 घंटे काम करना पड़ता है, इसलिए शिफ्ट के काम का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि हमेशा कोई ना कोई अवश्य कार्यरत हो ।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
प्रशिक्षु → सहायक हवाई यातायात नियंत्रक → हवाई यातायात नियंत्रक → हवाई यातायात नियंत्रक विशेषज्ञ
अपेक्षाकृत वेतन
हवाई यातायात नियंत्रक की आय रुपए 20,000 - 60,000* प्रतिमाह हो सकती है।
श्यामली हलदर वर्ष 2020 में कोलकाता में ए.टी.सी. की प्रमुख बनने वाली देश की पहली महिला हवाई यातायात नियंत्रक बनीं। हलदर तीन दशक पहले वर्ष 1989 में भर्ती की गई नौ महिला यातायात नियंत्रकों के पहले बैच से संबंधित हैं । उन्होंने इलाहाबाद में नागरिक उड्डयन प्रशिक्षण कॉलेज में प्रशिक्षण लिया, जिसके बाद उन्हें वर्ष 1991 में कोलकाता में नियुक्त किया गया। उस समय वह और उनकी बैचमेट, आर्यमा सान्याल अकेली महिला एयर ट्रैफिक कंट्रोलर थीं।*
हवाई यातायात नियंत्रक
NCS Code: 3154.0100 | OLH002• आप एक कुशल संचारकर्ता हों ।
• आप एक टीम में काम करना पसंद करते हों।
• आप विवरणों पर ध्यान देना पसंद करते हों।
• आपको विज्ञान और गणित में रुचि हो।
1. विज्ञान वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण।
2. इंजीनियरिंग में स्नातक (विशेष रूप से कंप्यूटर विज्ञान, दूरसंचार, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, या रेडियो इंजीनियरिंग में) करें ।
भारत में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए, आपको नागरिक उड्डयन प्राधिकरण द्वारा आयोजित नागरिक ए.टी.सी परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम एयरोनॉटिकल या एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास, तमिलनाडु
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी, असम
4. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खरगपुर, पश्चिम बंगाल
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची,चेन्नई,तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. मणिपाल संस्थान, मणिपाल, कर्नाटक
2. हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, चेन्नई, तमिलनाडु
3. मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भोपाल, मध्य प्रदेश
4. थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला, पंजाब
5. बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर, तमिलनाडु
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है -https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,00,000 - 10,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति: यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: आप आमतौर पर जमीन पर हवाई यातायात नियंत्रण केंद्रों और नियंत्रण टावरों में तैनात रहेंगे।
कार्य वातावरण: आप आमतौर पर सप्ताह में लगभग 8 घंटे काम करेंगे, लेकिन यह समय दिन, रात, सप्ताहांत और सार्वजनिक छुट्टियों के दौरान हो सकता है । हवाई यातायात नियंत्रण को 24 घंटे काम करना पड़ता है, इसलिए शिफ्ट के काम का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि हमेशा कोई ना कोई अवश्य कार्यरत हो ।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
प्रशिक्षु → सहायक हवाई यातायात नियंत्रक → हवाई यातायात नियंत्रक → हवाई यातायात नियंत्रक विशेषज्ञ
हवाई यातायात नियंत्रक की आय रुपए 20,000 - 60,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.ncs.gov.in/content-repository/Pages/ViewNcoDetails.aspx?NCSCode=3154.0100&Source=https://www.ncs.gov.in/content-repository/Pages/ViewNcos.aspx?FilterField1=Industry_x002F_Sector_x0028_s_x0&FilterValue1=Aerospace%20and%20Aviation
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
श्यामली हलदर वर्ष 2020 में कोलकाता में ए.टी.सी. की प्रमुख बनने वाली देश की पहली महिला हवाई यातायात नियंत्रक बनीं। हलदर तीन दशक पहले वर्ष 1989 में भर्ती की गई नौ महिला यातायात नियंत्रकों के पहले बैच से संबंधित हैं । उन्होंने इलाहाबाद में नागरिक उड्डयन प्रशिक्षण कॉलेज में प्रशिक्षण लिया, जिसके बाद उन्हें वर्ष 1991 में कोलकाता में नियुक्त किया गया। उस समय वह और उनकी बैचमेट, आर्यमा सान्याल अकेली महिला एयर ट्रैफिक कंट्रोलर थीं।*
स्रोत: https://timesofindia.indiatimes.com/city/kolkata/skys-the-limit-for-1st-woman-atc-boss/articleshow/79538434.cms
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।