सिलाई मशीनों के माध्यम से कई तरह के डिजाइन, पैटर्न बनाए जा सकते हैं। सिलाई मशीन के कई प्रकार हैं और सिलाई मशीन संचालक को इन मशीनों को चलाने का कौशल सिखाया जाता है। संचालन के अलावा, इस व्यापार में व्यावहारिक कक्षाओं के माध्यम से विभिन्न प्रकार के औजारों, भागों, मरम्मत, सुरक्षा उपायों के रखरखाव के बारे में भी सिखाया जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप में रचनात्मक कौशल हो।
• आप अपने हाथों से काम करने में कुशल हों।
• आपके पास अच्छा संचार कौशल हो।
• आप विवरणों पर ध्यान देते हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 उत्तीर्ण करने के बाद और सिलाई मशीन संचालकों के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 प्रशिक्षण के लिए नामांकन के लिए न्यूनतम आयु 14 वर्ष होनी चाहिए। अथवा
कक्षा 10 उत्तीर्ण करने के बाद आप सिलाई मशीन संचालक के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 प्रशिक्षण के लिए नामांकन कर सकते हैं या
किसी आई.टी.आई. से सिलाई प्रौद्योगिकी का 1 वर्षीय गैर-इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. आईआईजीएम अप्रूवल इंजीनियरिंग सेंटर, बेंगलुरु, कर्नाटक
2. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जियोमैग्नेटिज्म मुंबई, महाराष्ट्र
3. अपैरल ट्रेनिंग एंड डिजाइन सेंटर- एटीडीसी, भोपाल, मध्य प्रदेश
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रूपए 10,000 - 50,000* के बीच है ।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: परिधान निर्माण उद्योग, बुटीक, बड़ी टेलरिंग दुकानें, सिलाई मशीन बेचने वाली दुकानें
उद्यमिता: अनुभव प्राप्त करने के बाद आप हमेशा अपना खुद का टेलरिंग व्यवसाय खोल सकते हैं
कार्य वातावरण: संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5/6 दिन और हर रोज़ 8/9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। आपको शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
"मैं सिलाई करना जानती थी क्योंकि यह एक घरेलू कौशल है, लेकिन जन शिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण ने मुझे कई अवधारणाओं को समझने में मदद की, जिनके बारे में मुझे जानकारी नहीं थी। मुझे जो प्रमाण पत्र मिला है, उसके साथ मैं प्रशिक्षण भी देती हूँ और अपना व्यवसाय भी चलाती हूं। चूंकि मैं सरकारी योजनाओं के माध्यम से प्रशिक्षित हूं, इसलिए मुझे अपने सिलाई व्यवसाय में सरकारी अधिकारियों का सहयोग भी मिलता है", -अर्चना चौरे, व्यवसायी महिला - मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में।*
स्रोत: जे.एस.एस. होशंगाबाद एम.पी.
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
सिलाई मशीन संचालक
NCS Code: 8153.0101 | TST065• आप में रचनात्मक कौशल हो।
• आप अपने हाथों से काम करने में कुशल हों।
• आपके पास अच्छा संचार कौशल हो।
• आप विवरणों पर ध्यान देते हों।
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 उत्तीर्ण करने के बाद और सिलाई मशीन संचालकों के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 प्रशिक्षण के लिए नामांकन के लिए न्यूनतम आयु 14 वर्ष होनी चाहिए।
अथवा
कक्षा 10 उत्तीर्ण करने के बाद आप सिलाई मशीन संचालक के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 प्रशिक्षण के लिए नामांकन कर सकते हैं
या
किसी आई.टी.आई. से सिलाई प्रौद्योगिकी का 1 वर्षीय गैर-इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. आईआईजीएम अप्रूवल इंजीनियरिंग सेंटर, बेंगलुरु, कर्नाटक
2. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जियोमैग्नेटिज्म मुंबई, महाराष्ट्र
3. अपैरल ट्रेनिंग एंड डिजाइन सेंटर- एटीडीसी, भोपाल, मध्य प्रदेश
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रूपए 10,000 - 50,000* के बीच है ।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: परिधान निर्माण उद्योग, बुटीक, बड़ी टेलरिंग दुकानें, सिलाई मशीन बेचने वाली दुकानें
उद्यमिता: अनुभव प्राप्त करने के बाद आप हमेशा अपना खुद का टेलरिंग व्यवसाय खोल सकते हैं
कार्य वातावरण: संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5/6 दिन और हर रोज़ 8/9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। आपको शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
हेल्पर → कार्यकर्ता → विशेषज्ञ सिलाई मशीन संचालक → प्रक्रिया पर्यवेक्षक
सिलाई मशीन संचालक की आय रुपए 15,000 - 18,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://bit.ly/3impsC9
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
"मैं सिलाई करना जानती थी क्योंकि यह एक घरेलू कौशल है, लेकिन जन शिक्षण संस्थान में प्रशिक्षण ने मुझे कई अवधारणाओं को समझने में मदद की, जिनके बारे में मुझे जानकारी नहीं थी। मुझे जो प्रमाण पत्र मिला है, उसके साथ मैं प्रशिक्षण भी देती हूँ और अपना व्यवसाय भी चलाती हूं। चूंकि मैं सरकारी योजनाओं के माध्यम से प्रशिक्षित हूं, इसलिए मुझे अपने सिलाई व्यवसाय में सरकारी अधिकारियों का सहयोग भी मिलता है", -अर्चना चौरे, व्यवसायी महिला - मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में।*
स्रोत: जे.एस.एस. होशंगाबाद एम.पी.
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।