रेलवे इंजीनियरिंग सभी प्रकार की रेल परिवहन प्रणालियों के डिजाइन, निर्माण और संचालन से संबंधित है। रेलवे इंजीनियरिंग में अक्सर अलग-अलग तरह की इंजीनियरिंग शामिल है जैसे सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग आदि।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आपको यह पता लगाने में आनंद आता है कि चीज़ें कैसे काम करती हैं
आपको विज्ञान और गणित पसंद है
आपको पुर्ज़ों को जोड़ना अच्छा लगता हो।
आपको बाहर काम करना पसंद हो।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. रेलवे इंजीनियरिंग में बी.एससी./बी.टेक करें। या रेलवे इंजीनियरिंग/मेट्रो रेल प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा का विकल्प चुनें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें। रेलवे क्षेत्र में नौकरी के लिए, आपको सामान्य इंजीनियरिंग के अलावा रेलवे भर्ती बोर्ड के सीनियर सेक्शन इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर (आरआरबी एसएसई जेई), भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (आई.ई.एस./ई.एस.ई .जो यू.पी.एस.सी. द्वारा आयोजित की जाती है) जैसी परीक्षाओं के अतिरिक्त जे.ई.ई. (एडवांस्ड और मेन्स) जैसी परीक्षाओं को पास करना होगा।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स रेलवे इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, जमालपुर 2. भारतीय रेलवे वित्तीय प्रबंधन संस्थान, सिकंदराबाद 3. इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्युनिकेशंस, सिकंदराबाद 4. इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग, पुणे 5. इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, नासिक 6. भारतीय रेलवे लॉजिस्टिक्स और मटिरियल प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली 7. भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान, लखनऊ 8. भारतीय रेलवे ट्रैक मशीन प्रशिक्षण केंद्र, इलाहाबाद
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय, इंदौर 2. एमआईटी कॉलेज ऑफ रेलवे इंजीनियरिंग एंड रिसर्च, बार्शी 3. रेलवे अकादमी (सर्टिफिकेट और डिप्लोमा)
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
फीस
कोर्स की फीस लगभग 6,000 - 20,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: आप भारतीय रेलवे में रेल इंजीनियर, जूनियर रेल इंजीनियर, रेलवे इंजीनियर प्रबंधक, इन्वेंट्री कंट्रोल प्रबंधक, कार्गो ऑपरेशंस विशेषज्ञ, भारतीय रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर आदि के तौर पर काम कर सकते हैं।
काम का माहौल: कम्पनियों में आमतौर पर हफ्ते में 5 से 6 दिन और रोजाना 8 से 9 घंटे काम होता है। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट में काम करने की व्यवस्था उपलब्ध हो सकती है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक इंजीनियर → वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर → जूनियर स्केल अधिकारी → वरिष्ठ स्केल अधिकारी → सहायक डिविजनल इंजीनियर→ डिविजनल इंजीनियर → वरिष्ठ डिविजनल इंजीनियर
अपेक्षाकृत वेतन
एक रेलवे इंजीनियर का लगभग आय 15,670 - 56,740 रूपये* प्रति माह होती है।
श्री आलोक कंसल एक आई.आर.एस.ई. अधिकारी हैं जो कि आई.आई.टी .रुड़की के एक प्रतिष्ठित छात्र रहे हैं। वे भारतीय रेलवे की पहली शताब्दी एक्सप्रेस हाई स्पीड ट्रेन की शुरुआत से जुड़े पहले सहायक इंजीनियरिंग अधिकारी रहे हैं। वह अब पश्चिमी रेलवे, भारत के महाप्रबंधक हैं।*
रेल्वे इंजीनियर (Railway Engineer)
NCS Code: N/A | E0201. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. रेलवे इंजीनियरिंग में बी.एससी./बी.टेक करें।
या
रेलवे इंजीनियरिंग/मेट्रो रेल प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा का विकल्प चुनें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें। रेलवे क्षेत्र में नौकरी के लिए, आपको सामान्य इंजीनियरिंग के अलावा रेलवे भर्ती बोर्ड के सीनियर सेक्शन इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर (आरआरबी एसएसई जेई), भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (आई.ई.एस./ई.एस.ई .जो यू.पी.एस.सी. द्वारा आयोजित की जाती है) जैसी परीक्षाओं के अतिरिक्त जे.ई.ई. (एडवांस्ड और मेन्स) जैसी परीक्षाओं को पास करना होगा।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
यह कोर्स रेलवे इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, जमालपुर
2. भारतीय रेलवे वित्तीय प्रबंधन संस्थान, सिकंदराबाद
3. इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल इंजीनियरिंग एंड टेलीकम्युनिकेशंस, सिकंदराबाद
4. इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ सिविल इंजीनियरिंग, पुणे
5. इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, नासिक
6. भारतीय रेलवे लॉजिस्टिक्स और मटिरियल प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली
7. भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान, लखनऊ
8. भारतीय रेलवे ट्रैक मशीन प्रशिक्षण केंद्र, इलाहाबाद
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय, इंदौर
2. एमआईटी कॉलेज ऑफ रेलवे इंजीनियरिंग एंड रिसर्च, बार्शी
3. रेलवे अकादमी (सर्टिफिकेट और डिप्लोमा)
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स
• एन.पी.टी.ई.एल.* स्वयं - https://nptel.ac.in/courses/105107123
• उदमी - https://bit.ly/3vvlbzf
• रेलटेक - https://www.railtech.com/infrastructure/2018/04/16/free-online-course-on-railway-systems-engineering/
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
कोर्स की फीस लगभग 6,000 - 20,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: आप भारतीय रेलवे में रेल इंजीनियर, जूनियर रेल इंजीनियर, रेलवे इंजीनियर प्रबंधक, इन्वेंट्री कंट्रोल प्रबंधक, कार्गो ऑपरेशंस विशेषज्ञ, भारतीय रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर आदि के तौर पर काम कर सकते हैं।
काम का माहौल: कम्पनियों में आमतौर पर हफ्ते में 5 से 6 दिन और रोजाना 8 से 9 घंटे काम होता है। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट में काम करने की व्यवस्था उपलब्ध हो सकती है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
सहायक इंजीनियर → वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर → जूनियर स्केल अधिकारी → वरिष्ठ स्केल अधिकारी → सहायक डिविजनल इंजीनियर→ डिविजनल इंजीनियर → वरिष्ठ डिविजनल इंजीनियर
एक रेलवे इंजीनियर का लगभग आय 15,670 - 56,740 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://scr.indianrailways.gov.in/uploads/files/1354171950787-empsal10.pdf
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
श्री आलोक कंसल एक आई.आर.एस.ई. अधिकारी हैं जो कि आई.आई.टी .रुड़की के एक प्रतिष्ठित छात्र रहे हैं। वे भारतीय रेलवे की पहली शताब्दी एक्सप्रेस हाई स्पीड ट्रेन की शुरुआत से जुड़े पहले सहायक इंजीनियरिंग अधिकारी रहे हैं। वह अब पश्चिमी रेलवे, भारत के महाप्रबंधक हैं।*
स्रोत: https://thelivenagpur.com/2021/04/30/alok-kansal-takes-over-addition-charge-of-general-manager-central-railway/
*ऊपर दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
रेलवे इंजीनियर, मेट्रो इंजीनियर