रूम अटेंडेंट आमतौर पर होटलों और गेस्ट हाउस में कार्यरत होते हैं। उनके उत्तरदायित्वों में कार्यस्थल की सफाई और स्वच्छता की देखरेख शामिल है। उन्हें हाउसकीपिंग की आवश्यकताओं का आकलन करना होता है और संबंधित प्रक्रियाओं पर निर्णय लेना होता है। इसके अलावा, वे गेस्ट रूम और निर्धारित क्षेत्रों के लिए आवश्यक संसाधनों को इकट्ठा करते हैं और उन्हें सौंपे गए हाउसकीपिंग कार्यों को पूरा करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों और आपकी सहनशक्ति अच्छी हो।
• आप मिलनसार और संचार कौशल में निपुण हो।
• आप विवरण पर नजर रखते हों।
• आप निर्देशों का पालन करना पसंद करते हों।
• आप में विश्वसनीयता का प्रमुख गुण हो।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 उत्तीर्ण करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 रूम अटेंडेंट पाठ्यक्रम के लिए नामांकन कर सकते हैं। हाउसकीपिंग अटेंडेंट (मैनुअल क्लीनिंग) के रूप में न्यूनतम 2 वर्ष का अनुभव बेहतर है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित किया जाता है । संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. होटल प्रबंधन संस्थान, भारत के विभिन्न राज्यों में स्थित
2. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी, उत्तर प्रदेश
3. हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड
4. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक, हरियाणा
5. मिजोरम विश्वविद्यालय, आइजोल, मिजोरम
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. वेलकम ग्रेजुएट स्कूल ऑफ होटल एडमिनिस्ट्रेशन, मणिपाल, कर्नाटक
2. मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, मणिपाल, कर्नाटक
3. बनारसीदास चांदीवाला इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
4. भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी, पुणे, महाराष्ट्र
5. ओबेरॉय सेंटर ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट, नई दिल्ली
6. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
7. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
8. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, मोहाली, पंजाब
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रूपए 10,000 - 50,000* के बीच है ।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: होटल, गेस्ट हाउस, एयरबीएनबी, होमस्टे, रेस्टोरेंट।
कार्य वातावरण: आपको हफ़्ते में 6 दिन 10/12 घंटे काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
गुलाम मोहम्मद गोजर बदाना, 24 वर्षीय एक होनहार युवा, वर्तमान में बारबेक्यू नेशन में जनरल सर्विस असिस्टेंट के रूप में सफलतापूर्वक कार्यरत है। उसका जन्म कंगन, जिला गंदेरबल के एक गरीब परिवार में हुआ था, और वह आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से आता है। गुलाम, मीर मोहम्मद बदाना का बेटा है, जो कंगन में दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। बेहतर भविष्य के लिए, उसने हिमायत-कंगन के डॉन बॉस्को टेक संस्थान में प्रशिक्षण और नौकरी की तलाश शुरू की। काउंसलिंग के बाद, उसने हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में तीन महीने के प्रशिक्षण के लिए दाखिला लिया। अपनी कड़ी मेहनत और लगन से, गुलाम ने प्रशिक्षण के अंत में अच्छे अंकों के साथ सफलता प्राप्त की। कैंपस प्लेसमेंट के दौरान, उसने बारबेक्यू नेशन में नौकरी प्राप्त की। डॉन बॉस्को टेक-हिमायत-कंगन के केंद्र समन्वयक, श्री सैयद नगीना, गुलाम की प्रशंसा करते हुए कहते हैं कि वह एक प्रतिभाशाली और समर्पित व्यक्ति है।
रूम अटेंडेंट
NCS Code: 5151.0202 | TST062• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों और आपकी सहनशक्ति अच्छी हो।
• आप मिलनसार और संचार कौशल में निपुण हो।
• आप विवरण पर नजर रखते हों।
• आप निर्देशों का पालन करना पसंद करते हों।
• आप में विश्वसनीयता का प्रमुख गुण हो।
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 उत्तीर्ण करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 रूम अटेंडेंट पाठ्यक्रम के लिए नामांकन कर सकते हैं। हाउसकीपिंग अटेंडेंट (मैनुअल क्लीनिंग) के रूप में न्यूनतम 2 वर्ष का अनुभव बेहतर है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित किया जाता है ।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. होटल प्रबंधन संस्थान, भारत के विभिन्न राज्यों में स्थित
2. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी, उत्तर प्रदेश
3. हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड
4. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक, हरियाणा
5. मिजोरम विश्वविद्यालय, आइजोल, मिजोरम
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. वेलकम ग्रेजुएट स्कूल ऑफ होटल एडमिनिस्ट्रेशन, मणिपाल, कर्नाटक
2. मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, मणिपाल, कर्नाटक
3. बनारसीदास चांदीवाला इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
4. भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी, पुणे, महाराष्ट्र
5. ओबेरॉय सेंटर ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट, नई दिल्ली
6. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
7. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
8. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, मोहाली, पंजाब
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रूपए 10,000 - 50,000* के बीच है ।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: होटल, गेस्ट हाउस, एयरबीएनबी, होमस्टे, रेस्टोरेंट।
कार्य वातावरण: आपको हफ़्ते में 6 दिन 10/12 घंटे काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
रूम अटेंडेंट → हाउसकीपिंग सुपरवाइज़र → हाउसकीपिंग मैनेजर → कार्यकारी हाउसकीपर
रूम अटेंडेंट की आय रुपए 15,000 - 35,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत - https://bit.ly/41aYmPR
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
गुलाम मोहम्मद गोजर बदाना, 24 वर्षीय एक होनहार युवा, वर्तमान में बारबेक्यू नेशन में जनरल सर्विस असिस्टेंट के रूप में सफलतापूर्वक कार्यरत है। उसका जन्म कंगन, जिला गंदेरबल के एक गरीब परिवार में हुआ था, और वह आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग से आता है। गुलाम, मीर मोहम्मद बदाना का बेटा है, जो कंगन में दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। बेहतर भविष्य के लिए, उसने हिमायत-कंगन के डॉन बॉस्को टेक संस्थान में प्रशिक्षण और नौकरी की तलाश शुरू की। काउंसलिंग के बाद, उसने हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में तीन महीने के प्रशिक्षण के लिए दाखिला लिया। अपनी कड़ी मेहनत और लगन से, गुलाम ने प्रशिक्षण के अंत में अच्छे अंकों के साथ सफलता प्राप्त की। कैंपस प्लेसमेंट के दौरान, उसने बारबेक्यू नेशन में नौकरी प्राप्त की। डॉन बॉस्को टेक-हिमायत-कंगन के केंद्र समन्वयक, श्री सैयद नगीना, गुलाम की प्रशंसा करते हुए कहते हैं कि वह एक प्रतिभाशाली और समर्पित व्यक्ति है।
स्रोत: https://www.dbtech.in/SuccessStory.aspxStoryID=WGPwkhZohRr2zRj/reh2SNmwDDe5GL2DqlKyq7vGMQA=
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।