यूरोलॉजिस्ट वे चिकित्सक होते हैं जो मूत्र प्रणाली से संबंधित समस्याओं का इलाज करने में विशेषज्ञ होते हैं, जिसमें मूत्राशय, गुर्दे और अन्य संबंधित अंगों की बीमारियां और स्थितियाँ शामिल होती हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप दूसरों की मदद करना पसंद करते हों।
• आप काम करते समय बारीकियों पर ध्यान देते हों।
• आप समस्याओं/परिस्थितियों को हल करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान) में 10+2 पूरा करें।
2. स्नातक की डिग्री (एम.बी.बी.एस.) पूरी करें।
3. स्नातक की डिग्री के बाद यूरोलॉजी में स्नातकोत्तर डिग्री (एम.एस.) पूरी करें। अथवा
अपनी स्नातक डिग्री और स्नातकोत्तर डिग्री पूरी करें और फिर आगे की विशेषज्ञता के लिए यूरोलॉजी में एमसीएच डिग्री का विकल्प चुनें।
प्रवेश के लिए, आपको एन.टी.ए. द्वारा आयोजित नीट, एन.बी.ई. द्वारा आयोजित नीट पी.जी., एन.बी.ई. द्वारा आयोजित नीट एम.डी.एस., एन.टी.ए. द्वारा आयोजित ए.आई.ए.पी.जी.ई.टी. इत्यादि जैसी प्रवेश परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी होंगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम मेडिसिन विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल ,मध्य प्रदेश
2. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर,ओडिशा
3. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली
4. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश ,उत्तराखण्ड
5. बी जे मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद,गुजरात
6. बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु,कर्नाटक
7. कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज, कोलकाता,,पश्चिम बंगाल
8. सरकारी किलपौक मेडिकल कॉलेज, चेन्नई,तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर,तमिलनाडु
2. दयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, लुधियाना,पंजाब
3. डॉ. डी वाई पाटिल मेडिकल कॉलेज अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, पुणे, महाराष्ट्र
4. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, बेलगाम, कर्नाटक
5. कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल, कर्नाटक
6. केएस हेगड़े मेडिकल अकादमी, मैंगलोर, कर्नाटक
7. महर्षि मार्कंडेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मुलाना, हरियाणा
8. बॉम्बे हॉस्पिटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मुंबई महाराष्ट्र
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,08,000 - 1,80,00,000* के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: सरकारी चिकित्सालय, निजी चिकित्सालय, विशेष चिकित्सालय, गैर सरकारी संगठन आदि।
उद्यमिता: आप निजी चिकित्सालय स्थापित कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में कार्य करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
प्रशिक्षु → कनिष्ठ चिकित्सक → यूरोलॉजिस्ट → वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट → यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख → चिकित्सा निदेशक/अधीक्षक
अपेक्षाकृत वेतन
यूरोलॉजिस्ट की आय रुपए 63,583 - 6,30,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
डॉ. एलिज़ाबेथ पिकेट वर्ष 1955 में मेमोरियल स्लोन-केटरिंग में डॉ. विलेट व्हिटमोर के मार्गदर्शन में यूरोलॉजिकल ऑन्कोलॉजी में फेलोशिप पूरी करने वाली पहली महिला जनरल सर्जन बनीं, और वर्ष 1962 में उन्होंने यूरोलॉजी बोर्ड से प्रमाणन प्राप्त किया। उन्होंने एक पुरुष-प्रधान समाज और पेशे में सम्मान और पहचान हासिल करने के लिए, अन्य महिलाओं की तरह, कठिन परिश्रम किया।
यूरोलॉजिस्ट
NCS Code: 2212.0900 | HW070• आप दूसरों की मदद करना पसंद करते हों।
• आप काम करते समय बारीकियों पर ध्यान देते हों।
• आप समस्याओं/परिस्थितियों को हल करना पसंद करते हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान) में 10+2 पूरा करें।
2. स्नातक की डिग्री (एम.बी.बी.एस.) पूरी करें।
3. स्नातक की डिग्री के बाद यूरोलॉजी में स्नातकोत्तर डिग्री (एम.एस.) पूरी करें।
अथवा
अपनी स्नातक डिग्री और स्नातकोत्तर डिग्री पूरी करें और फिर आगे की विशेषज्ञता के लिए यूरोलॉजी में एमसीएच डिग्री का विकल्प चुनें।
प्रवेश के लिए, आपको एन.टी.ए. द्वारा आयोजित नीट, एन.बी.ई. द्वारा आयोजित नीट पी.जी., एन.बी.ई. द्वारा आयोजित नीट एम.डी.एस., एन.टी.ए. द्वारा आयोजित ए.आई.ए.पी.जी.ई.टी. इत्यादि जैसी प्रवेश परीक्षाएं उत्तीर्ण करनी होंगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जाँच करें।
यह पाठ्यक्रम मेडिसिन विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भोपाल ,मध्य प्रदेश
2. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर,ओडिशा
3. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली
4. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश ,उत्तराखण्ड
5. बी जे मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद,गुजरात
6. बेंगलुरु मेडिकल कॉलेज और अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु,कर्नाटक
7. कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज, कोलकाता,,पश्चिम बंगाल
8. सरकारी किलपौक मेडिकल कॉलेज, चेन्नई,तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर,तमिलनाडु
2. दयानंद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, लुधियाना,पंजाब
3. डॉ. डी वाई पाटिल मेडिकल कॉलेज अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, पुणे, महाराष्ट्र
4. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, बेलगाम, कर्नाटक
5. कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल, कर्नाटक
6. केएस हेगड़े मेडिकल अकादमी, मैंगलोर, कर्नाटक
7. महर्षि मार्कंडेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मुलाना, हरियाणा
8. बॉम्बे हॉस्पिटल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, मुंबई महाराष्ट्र
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहाँ उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,08,000 - 1,80,00,000* के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्यस्थल: सरकारी चिकित्सालय, निजी चिकित्सालय, विशेष चिकित्सालय, गैर सरकारी संगठन आदि।
उद्यमिता: आप निजी चिकित्सालय स्थापित कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में कार्य करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
प्रशिक्षु → कनिष्ठ चिकित्सक → यूरोलॉजिस्ट → वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट → यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख → चिकित्सा निदेशक/अधीक्षक
यूरोलॉजिस्ट की आय रुपए 63,583 - 6,30,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Physician_%2F_Doctor%2C_Urologist/Salary
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. एलिज़ाबेथ पिकेट वर्ष 1955 में मेमोरियल स्लोन-केटरिंग में डॉ. विलेट व्हिटमोर के मार्गदर्शन में यूरोलॉजिकल ऑन्कोलॉजी में फेलोशिप पूरी करने वाली पहली महिला जनरल सर्जन बनीं, और वर्ष 1962 में उन्होंने यूरोलॉजी बोर्ड से प्रमाणन प्राप्त किया। उन्होंने एक पुरुष-प्रधान समाज और पेशे में सम्मान और पहचान हासिल करने के लिए, अन्य महिलाओं की तरह, कठिन परिश्रम किया।
स्रोत - https://sciencedirect.com/science/article/abs/pii/S0022534707017405
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।