मानचित्रकार (कार्टोग्राफर) भौगोलिक जानकारियों को एकत्र करता है, मापता है और उसकी व्याख्या करता है ताकि क्षेत्रीय योजना, शिक्षा और अन्य उद्देश्यों के लिए मानचित्र बनाए तथा अपडेट किए जा सके।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप तार्किक रूप से सोचते हों।
• आपके पास अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल हों।
• आप विवरणों पर बहुत ध्यान देते हों।
• आपका संचार कौशल अच्छा हों।
प्रवेश मार्ग
1. कला वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण (एक विषय भूगोल होना अनिवार्य है)।
2. कार्टोग्राफी/ भूगोल/ जियोमैटिक्स में स्नातक करें। अथवा
भौगोलिक सूचना प्रणाली (जी.आई.एस.) में एक डिप्लोमा करें। जी.आई.एस एक कंप्यूटर सिस्टम है जिसे कार्टोग्राफर डाटा एकत्रित करने और उसे स्टोर तथा उसका विश्लेषण करने के लिए उपयोग करते हैं। अथवा
स्नातक करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
* कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम भूगोल और भू-सूचना विज्ञान विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. अन्नामलाई विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
2. बर्दवान विश्वविद्यालय, बर्धमान, पश्चिम बंगाल
3. भारतीय सर्वेक्षण और मानचित्रण संस्थान, हैदराबाद, तेलंगाना
4. जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
5. महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय, वडोदरा, गुजरात
6. उत्तर ओडिशा विश्वविद्यालय, बारीपाड़ा, ओडिशा
7. ओस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, तेलंगाना
8. पंडित रवि शंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. जेएसएस अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, मैसूर, कर्नाटक
2. बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा, झारखंड
3. आदमस विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
4. स्पाइसर एडवेंटिस्ट विश्वविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
5. ए.आई.एस.ई.सी.टी. विश्वविद्यालय, हजारीबाग, झारखंड
6. एमिटी विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
7. एपेक्स विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
8. अरुणादॉय विश्वविद्यालय, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 3,000 - 1,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: अभियांत्रिकी, वास्तुकला और सर्वेक्षण संस्था , सरकारी विभाग, पुस्तक प्रकाशक जो मानचित्र प्रकाशित करते हैं।
कार्य वातावरण: आप प्रति सप्ताह 8 - 9 घंटे और सप्ताह में 5 - 6 दिन काम करेंगे।
*इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
इंटर्न → मानचित्रकार → वरिष्ठ मानचित्रकार
अपेक्षाकृत वेतन
मानचित्रकार की आय रुपए 29,000 - 30,000* प्रतिमाह हो सकती है।
6-10 वर्षों के अनुभव वाले कार्टोग्राफर की लगभग आय रुपए 43,000 - 44,000* प्रति माह हो सकती है।
डॉ. आर. जगन्नाथन मद्रास विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में प्राध्यापक और प्रमुख हैं। उन्होंने भूगोल में स्नातक, अप्लाइड भूगोल में एम.एस.सी, पारिस्थितिकी और पर्यावरण में पी.जी. डिप्लोमा, हाइड्रोलॉजी में पी.जी. कोर्स और भूगोल में पी.एचडी. की है। प्राध्यापक जगन्नाथन कहते हैं "विद्यार्थी मानचित्रकार की व्याकरण सीखते हैं और वेब मैप्स सहित डिजिटल-मैपिंग में उच्च-स्तरीय कौशल प्राप्त करने के लिए प्रयोगशाला का काम करते हैं । मानचित्रकार एक दिलचस्प करियर है क्योंकि यह कला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का एक सच्चा मिश्रण है।*
मानचित्रकार
NCS Code: 2165.0100 | AMM013• आप तार्किक रूप से सोचते हों।
• आपके पास अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल हों।
• आप विवरणों पर बहुत ध्यान देते हों।
• आपका संचार कौशल अच्छा हों।
1. कला वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण (एक विषय भूगोल होना अनिवार्य है)।
2. कार्टोग्राफी/ भूगोल/ जियोमैटिक्स में स्नातक करें।
अथवा
भौगोलिक सूचना प्रणाली (जी.आई.एस.) में एक डिप्लोमा करें। जी.आई.एस एक कंप्यूटर सिस्टम है जिसे कार्टोग्राफर डाटा एकत्रित करने और उसे स्टोर तथा उसका विश्लेषण करने के लिए उपयोग करते हैं।
अथवा
स्नातक करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
* कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम भूगोल और भू-सूचना विज्ञान विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. अन्नामलाई विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
2. बर्दवान विश्वविद्यालय, बर्धमान, पश्चिम बंगाल
3. भारतीय सर्वेक्षण और मानचित्रण संस्थान, हैदराबाद, तेलंगाना
4. जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
5. महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय, वडोदरा, गुजरात
6. उत्तर ओडिशा विश्वविद्यालय, बारीपाड़ा, ओडिशा
7. ओस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद, तेलंगाना
8. पंडित रवि शंकर शुक्ला विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. जेएसएस अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, मैसूर, कर्नाटक
2. बिड़ला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा, झारखंड
3. आदमस विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
4. स्पाइसर एडवेंटिस्ट विश्वविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
5. ए.आई.एस.ई.सी.टी. विश्वविद्यालय, हजारीबाग, झारखंड
6. एमिटी विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
7. एपेक्स विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
8. अरुणादॉय विश्वविद्यालय, ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 3,000 - 1,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: अभियांत्रिकी, वास्तुकला और सर्वेक्षण संस्था , सरकारी विभाग, पुस्तक प्रकाशक जो मानचित्र प्रकाशित करते हैं।
कार्य वातावरण: आप प्रति सप्ताह 8 - 9 घंटे और सप्ताह में 5 - 6 दिन काम करेंगे।
*इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
इंटर्न → मानचित्रकार → वरिष्ठ मानचित्रकार
मानचित्रकार की आय रुपए 29,000 - 30,000* प्रतिमाह हो सकती है।
6-10 वर्षों के अनुभव वाले कार्टोग्राफर की लगभग आय रुपए 43,000 - 44,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: https://bit.ly/3YOP5LG
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. आर. जगन्नाथन मद्रास विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में प्राध्यापक और प्रमुख हैं। उन्होंने भूगोल में स्नातक, अप्लाइड भूगोल में एम.एस.सी, पारिस्थितिकी और पर्यावरण में पी.जी. डिप्लोमा, हाइड्रोलॉजी में पी.जी. कोर्स और भूगोल में पी.एचडी. की है। प्राध्यापक जगन्नाथन कहते हैं "विद्यार्थी मानचित्रकार की व्याकरण सीखते हैं और वेब मैप्स सहित डिजिटल-मैपिंग में उच्च-स्तरीय कौशल प्राप्त करने के लिए प्रयोगशाला का काम करते हैं । मानचित्रकार एक दिलचस्प करियर है क्योंकि यह कला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का एक सच्चा मिश्रण है।*
स्रोत: https://www.unom.ac.in/index.php?route=department/department/profile&deptid=34&facultyid=108
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।