माइक्रोफाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव , एक माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन (एम.एफ.आई.) या माइक्रोफाइनेंस कंपनी का चेहरा है। वे व्यवसाय विकसित करने के लिए संभावित क्षेत्रों की पहचान करने, वित्तीय साक्षरता के माध्यम से जागरूक करने, संभावित ग्राहकों को सोर्स करने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्हें उन उत्पादों के बारे में सीखना होता है जो व्यवसाय के विकास में सहायता कर सकते हैं जैसे कि माइक्रोलोन्स, माइक्रो-बचत, माइक्रो-बीमा और माइक्रो-पेंशन बेचना और मुख्य रूप से वित्तीय रूप से बहिष्कृत समाज की सेवा करना। वे आवेदन और ऋण देने-लेने की प्रक्रिया में भी सहायता करते हैं, और शुल्क और किस्त जमा करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप संख्याओं के साथ काम करना पसंद करते हों ।
आप व्यवस्थित प्रकार से काम करना पसंद करते हों ।
आप रिकॉर्ड रखने में अच्छे हों ।
आप कंप्यूटर के साथ काम करने में अच्छे हों ।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता • कक्षा 10 पास करने तथा न्यूनतम आयु 18 वर्ष होने के बाद आप माइक्रोफाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 2 में नामांकन करवा सकते हैं । या • अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 2 में आप माइक्रोफाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव के लिए नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
छात्रवृत्ति • NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें। • आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: बैंक, माइक्रोफाइनेंस संस्थान या कंपनियां, नॉन -बैंकिंग वित्तीय कंपनियां।
काम का माहौल: इस काम में यात्रा शामिल है। आपको हफ्ते में 6 दिन और प्रतिदिन 8-9 घंटे काम करना होगा। व्यस्त समय के दौरान काम पर ओवरटाइम होगा। आम तौर पर कार्य में लक्ष्य शामिल होंगे।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
अधिकारी → सहायक प्रबंधक → प्रबंधक → वरिष्ठ प्रबंधक
अपेक्षाकृत वेतन
एक माइक्रो फाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव की लगभग आय 16,000 - 52,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
अशोक चौबे के पास माइक्रो-फाइनेंस में एक दशक से अधिक का अनुभव है। वह 2004 में कैशपोर से जुड़े जो यूपी में एक एम.एफ.आई.है । 2009 में वे एक ऑडिटर के रूप में उत्कर्ष में शामिल हो गए और बाद में डिवीजनल मैनेजर के रूप में पदोन्नत हुए और उन्हें यू.पी. और बिहार में नई शाखाएं खोलने और व्यापार का विस्तार करने का प्रभार दिया गया। 2015 में उन्होंने अपना स्संगठन सहज माइक्रो फाइनेंस- धारा 25 कंपनी के रूप में शुरू किया। वे सहज फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक हैं जो बिहार में माइक्रो फाइनेंस सम्बन्धी कार्य कर रही है।*
माइक्रोफाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव
NCS Code: 5151.0201 | V008न्यूनतम योग्यता
• कक्षा 10 पास करने तथा न्यूनतम आयु 18 वर्ष होने के बाद आप माइक्रोफाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 2 में नामांकन करवा सकते हैं ।
या • अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 2 में आप माइक्रोफाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव के लिए नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ.
केंद्रों की सूची: https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ। ऑनलाइन कोर्स • उदमी - https://www.udemy.com/course/learn-micro-finance-and-its-models/
• अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: बैंक, माइक्रोफाइनेंस संस्थान या कंपनियां, नॉन -बैंकिंग वित्तीय कंपनियां।
काम का माहौल: इस काम में यात्रा शामिल है। आपको हफ्ते में 6 दिन और प्रतिदिन 8-9 घंटे काम करना होगा। व्यस्त समय के दौरान काम पर ओवरटाइम होगा। आम तौर पर कार्य में लक्ष्य शामिल होंगे।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
अधिकारी → सहायक प्रबंधक → प्रबंधक → वरिष्ठ प्रबंधक
एक माइक्रो फाइनेंस एग्ज़ेक्युटिव की लगभग आय 16,000 - 52,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Employer=Microfinance_Opportunities/Salary?loggedIn
* ये आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
अशोक चौबे के पास माइक्रो-फाइनेंस में एक दशक से अधिक का अनुभव है। वह 2004 में कैशपोर से जुड़े जो यूपी में एक एम.एफ.आई.है । 2009 में वे एक ऑडिटर के रूप में उत्कर्ष में शामिल हो गए और बाद में डिवीजनल मैनेजर के रूप में पदोन्नत हुए और उन्हें यू.पी. और बिहार में नई शाखाएं खोलने और व्यापार का विस्तार करने का प्रभार दिया गया। 2015 में उन्होंने अपना स्संगठन सहज माइक्रो फाइनेंस- धारा 25 कंपनी के रूप में शुरू किया। वे सहज फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक हैं जो बिहार में माइक्रो फाइनेंस सम्बन्धी कार्य कर रही है।*
स्रोत: https://www.samaveshmfi.com/member.html
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
माइक्रोफाइनेंस, माइक्रो एंटरप्राइज, एस.एच.जी.