↤ Go Back | 🏚 » Career » भारतीय वायु सेना अधिकारी (Indian Air Force Officer)
भारतीय वायु सेना अधिकारी (Indian Air Force Officer)
NCS Code: NA | DF002
एक भारतीय वायु सेना अधिकारी (Indian Air Force Officer) देश को सभी हवाई खतरों से बचाता है और भारतीय सशस्त्र बलों के अन्य दो अंगों (भारतीय नौसेना और भारतीय थलसेना) के साथ निकट संपर्क में काम करता है ताकि सभी खतरों से भारतीय क्षेत्र की रक्षा की जा सके। भारतीय वायु सेना अधिकारी को प्राकृतिक आपदा की स्थिति में मानवीय खोज और बचाव कार्य करने की भी आवश्यकता होती है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप लोगों की मदद करना पसंद करते हों।
आप बाहर काम करना पसंद करते हों।
आप देश की सेवा और शौर्य का प्रदर्शन करने के इच्छुक हों।
आप अनुसरण करने के लिए स्पष्ट निर्देश चाहते हों।
प्रवेश मार्ग
1. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें, अधिमानतः साइंस स्ट्रीम (भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित)।
2. इसके बाद आपको लिखित परीक्षा और फिर साक्षात्कार देना होगा। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
या किसी भी विज्ञान स्ट्रीम में स्नातक की डिग्री पूरी करें और संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा और साक्षात्कार के लिए उपस्थित हों। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
या तकनीकी प्रवेश के लिए, जे.ई.ई. एडवांस, जे.ई.ई. मेन, मेट, वी.आई.टी.ई.ई.ई., एम.एच.टी. सी.ई.टी., एस.आर.एम.जे.ई.ई., सी.ओ.एम.ई.डी.के., यू.जी.ई.टी., के.सी.ई.टी. आदि जैसी प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री (बी.ई. / बी. टेक.) पूरी करें। भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए आपको विभिन्न लिखित परीक्षाओं, एस.एस.बी. साक्षात्कार और विभिन्न चिकित्सा परीक्षाओं को भी पास करना होगा, जिसके बाद आप अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में शामिल हो सकते हैं।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करें जो आवश्यक कोर्स प्रदान करता है और यू.जी.सी. मान्यता की जाँच करें।
रक्षा संस्थान (Defence Institutions) 1. राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एन.डी.ए.), पुणे - वायु सेना के कैडेटों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। 2. आई.ए.एफ. अकादमी, तेलंगाना - हैदराबाद के डंडीगल में आई.ए.एफ. अकादमी वायु सेना के कैडेटों के साथ-साथ भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक के एयर विंग के सदस्यों के प्रशिक्षण के लिए प्रमुख अकादमी है।
फीस
पूरे कोर्स के लिए कोर्स की फीस लगभग 6,000 – 10,46,000 रुपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति (Scholarship) • राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।* • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।* • मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans) •विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। •कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: आप भारतीय वायु सेना के पांच ऑपरेशनल और दो फंक्शनल कमांड में से किसी में भी नौकरी पा सकते हैं। एक प्रवेश स्तर के अधिकारी से एक सेक्शन के भीतर 3 शाखाओं, यानी फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और ग्राउंड ब्रांच में से किसी में काम करने की उम्मीद की जाती है।
काम का माहौल: काम का समय आम तौर पर प्रतिदिन 8 - 9 घंटे के लिए सप्ताह में 6 - 7 दिन होता है। शिफ्ट सिस्टम लागू है। आपसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने की उम्मीद की जाती है। ज्यादातर काम बाहर का होता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
गुंजन सक्सेना - देश की सबसे प्रसिद्ध फ्लाइंग ऑफिसर्स में से एक हैं। वे देश की सबसे लोकप्रिय महिला IAF अधिकारियों में से एक हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सशस्त्र बलों में शामिल होने का फैसला किया। वे 1999 के कारगिल युद्ध में एक अनुभवी होने के साथ - साथ युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरने वाली पहली महिला भी हैं।*
भारतीय वायु सेना अधिकारी (Indian Air Force Officer)
NCS Code: NA | DF0021. किसी भी स्ट्रीम में 10+2 पूरा करें, अधिमानतः साइंस स्ट्रीम (भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित)।
2. इसके बाद आपको लिखित परीक्षा और फिर साक्षात्कार देना होगा। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
या किसी भी विज्ञान स्ट्रीम में स्नातक की डिग्री पूरी करें और संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा और साक्षात्कार के लिए उपस्थित हों। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
या तकनीकी प्रवेश के लिए, जे.ई.ई. एडवांस, जे.ई.ई. मेन, मेट, वी.आई.टी.ई.ई.ई., एम.एच.टी. सी.ई.टी., एस.आर.एम.जे.ई.ई., सी.ओ.एम.ई.डी.के., यू.जी.ई.टी., के.सी.ई.टी. आदि जैसी प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री (बी.ई. / बी. टेक.) पूरी करें। भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए आपको विभिन्न लिखित परीक्षाओं, एस.एस.बी. साक्षात्कार और विभिन्न चिकित्सा परीक्षाओं को भी पास करना होगा, जिसके बाद आप अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में शामिल हो सकते हैं।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
भारत में किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करें जो आवश्यक कोर्स प्रदान करता है और यू.जी.सी. मान्यता की जाँच करें।
रक्षा संस्थान (Defence Institutions)
1. राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एन.डी.ए.), पुणे - वायु सेना के कैडेटों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है।
2. आई.ए.एफ. अकादमी, तेलंगाना - हैदराबाद के डंडीगल में आई.ए.एफ. अकादमी वायु सेना के कैडेटों के साथ-साथ भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक के एयर विंग के सदस्यों के प्रशिक्षण के लिए प्रमुख अकादमी है।
पूरे कोर्स के लिए कोर्स की फीस लगभग 6,000 – 10,46,000 रुपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति (Scholarship)
• राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल - कृपया http://www.scholarships.gov.in लिंक पर जाएँ। इस पोर्टल पर विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली केंद्र सरकार की योजनाएँ, यू.जी.सी. / ए.आई.सी.टी.ई. योजनाएँ और राज्य योजनाएँ उपलब्ध हैं।*
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com लिंक पर जाएँ। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।*
• मेरिट के आधार पर संस्थानों में स्कॉलरशिप भी मिलती है।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण (Loans)
•विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (IBA) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है।
•कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: आप भारतीय वायु सेना के पांच ऑपरेशनल और दो फंक्शनल कमांड में से किसी में भी नौकरी पा सकते हैं। एक प्रवेश स्तर के अधिकारी से एक सेक्शन के भीतर 3 शाखाओं, यानी फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और ग्राउंड ब्रांच में से किसी में काम करने की उम्मीद की जाती है।
काम का माहौल: काम का समय आम तौर पर प्रतिदिन 8 - 9 घंटे के लिए सप्ताह में 6 - 7 दिन होता है। शिफ्ट सिस्टम लागू है। आपसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने की उम्मीद की जाती है। ज्यादातर काम बाहर का होता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
फ्लाइंग ऑफिसर → फ्लाइट लेफ्टिनेंट → स्क्वाड्रन लीडर → विंग लीडर → ग्रुप कैप्टन → एयर कमोडोर → एयर वाइस मार्शल → एयर मार्शल।
एक भारतीय वायु सेना अधिकारी का वेतन लगभग 56,100 - 1,10,000 * प्रति माह के बीच होता है।
स्रोत - https://afcat.cdac.in/AFCAT/payAllowances.html
*उपरोक्त आय सांकेतिक है तथा परिवर्तन के आधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
गुंजन सक्सेना - देश की सबसे प्रसिद्ध फ्लाइंग ऑफिसर्स में से एक हैं। वे देश की सबसे लोकप्रिय महिला IAF अधिकारियों में से एक हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सशस्त्र बलों में शामिल होने का फैसला किया। वे 1999 के कारगिल युद्ध में एक अनुभवी होने के साथ - साथ युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरने वाली पहली महिला भी हैं।*
स्रोत - https://indiatimes.com/news/india/the-untold-story-of-the-first-women-warriors-of-kargil-gunjan-saxena-and-srividya-rajan-258983.html
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
लड़ाकू पायलट, भारतीय वायु अधिकारी, भारतीय वायु सेना।