भारतीय रेलवे विद्युत अभियंता सेवा के अधिकारी भारतीय रेलवे के विद्युत अभियंता संगठन के प्रबंधन के लिए उत्तरदायित्व हैं। उत्तरार्द्ध में तकनीकी और गैर-तकनीकी विभाग हैं। तकनीकी विभागों में सिविल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिग्नलिंग और टेलीकॉम, और इसी तरह के विषयों से निपटने वाले कई अन्य विभाग शामिल हैं। संचालन और आवाजाही का नियंत्रण यातायात सेवाओं द्वारा किया जाता है। गैर-तकनीकी विभागों में सामान्य सेवाएं जैसे कि लेखा, कार्मिक प्रबंधन, रेलवे सुरक्षा बल (आर.पी.एफ.) या सुरक्षा आदि शामिल हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आपकी विज्ञान में रुचि हो।
आप गणित में अच्छे हों।
आपक नेतृत्व करने में सक्षम हों।
प्रवेश मार्ग
किसी भी वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण ।
विद्युत अभियांत्रिकी में तीन साल का डिप्लोमा या विद्युत अभियांत्रिकी में स्नातक करें।
अथवा
संबद्ध क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास, तमिलनाडु
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे, मुंबई, महाराष्ट्र
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की, उत्तराखंड
सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
सरकारी पॉलिटेक्निक, पुणे, महाराष्ट्र
निट्टे मीनाक्षी प्रौद्योगिकी संस्थान, बेंगलुरु, कर्नाटक
पी.एस.जी. पॉलिटेक्निक कॉलेज, कोयंबटूर, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, राजस्थान
शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश
वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर, तमिलनाडु
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा, रांची, झारखंड
मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान
प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
सत्यभामा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
एमिटी यूनिवर्सिटी, मुंबई, महाराष्ट्र
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 - 50,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 – 70,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000 – 1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 – 2,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: भारतीय रेलवे, सरकारी एजेंसियां और मंत्रालयिक विभाग।
कार्य वातावरण: आप एक कार्यालय में काम करेंगे। आपको एक टीम को संभालना होगा। स्थानीय यात्रा नौकरी प्रोफ़ाइल का हिस्सा नहीं है। आपको सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करना होगा।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक विद्युत अभियंता → मंडल विद्युत अभियंता → उप मुख्य विद्युत अभियंता/वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता → मुख्य विद्युत सामान्य अभियंता/लोको अभियंता → कर्षण अभियंता → वितरण अभियंता → मुख्य विद्युत अभियंता → अतिरिक्त सदस्य विद्युत एवं महाप्रबंधक → सदस्य विद्युत
यतेंद्र कुमार,वर्तमान में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अतिरिक्त महाप्रबंधक (ए.जी.एम.) हैं। वे भारतीय रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स सेवा के 1988 बैच के हैं और वर्ष 1990 में रेलवे में शामिल हुए। कुमार ने आगरा के दयालबाग शैक्षणिक संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।*
भारतीय रेलवे विद्युत अभियंता सेवा
NCS Code: NA | GS019आपकी विज्ञान में रुचि हो।
आप गणित में अच्छे हों।
आपक नेतृत्व करने में सक्षम हों।
किसी भी वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण ।
विद्युत अभियांत्रिकी में तीन साल का डिप्लोमा या विद्युत अभियांत्रिकी में स्नातक करें।
अथवा
संबद्ध क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास, तमिलनाडु
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे, मुंबई, महाराष्ट्र
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की, उत्तराखंड
सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
सरकारी पॉलिटेक्निक, पुणे, महाराष्ट्र
निट्टे मीनाक्षी प्रौद्योगिकी संस्थान, बेंगलुरु, कर्नाटक
पी.एस.जी. पॉलिटेक्निक कॉलेज, कोयंबटूर, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, राजस्थान
शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश
वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर, तमिलनाडु
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा, रांची, झारखंड
मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान
प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
सत्यभामा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
एमिटी यूनिवर्सिटी, मुंबई, महाराष्ट्र
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है:
https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 - 50,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 – 70,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000 – 1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 – 2,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: भारतीय रेलवे, सरकारी एजेंसियां और मंत्रालयिक विभाग।
कार्य वातावरण: आप एक कार्यालय में काम करेंगे। आपको एक टीम को संभालना होगा। स्थानीय यात्रा नौकरी प्रोफ़ाइल का हिस्सा नहीं है। आपको सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करना होगा।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहायक विद्युत अभियंता → मंडल विद्युत अभियंता → उप मुख्य विद्युत अभियंता/वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता → मुख्य विद्युत सामान्य अभियंता/लोको अभियंता → कर्षण अभियंता → वितरण अभियंता → मुख्य विद्युत अभियंता → अतिरिक्त सदस्य विद्युत एवं महाप्रबंधक → सदस्य विद्युत
भारतीय रेलवे विद्युत अभियंता सेवा के अधिकारी की आय रुपए 50,000-1,04,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: https://www.ambitionbox.com/salaries/indian-railways-salaries/electrical-engineer
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
यतेंद्र कुमार,वर्तमान में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अतिरिक्त महाप्रबंधक (ए.जी.एम.) हैं। वे भारतीय रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स सेवा के 1988 बैच के हैं और वर्ष 1990 में रेलवे में शामिल हुए। कुमार ने आगरा के दयालबाग शैक्षणिक संस्थान से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।*
स्रोत: https://morungexpress.com/yatendra-kumar-takes-charge-as-agm-of-nf-railway
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।