भारतीय रेलवे भंडार सेवा (आई.आर.एस.एस.) अधिकारी ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के लिए आवश्यक स्टॉक और गैर-स्टॉक वस्तुओं की खरीद के लिए उत्तरदायी होते हैं। ये प्रशिक्षित प्रोफेशनल रोलिंग स्टॉक (लोकोमोटिव, कोच, वैगन आदि), बुनियादी ढांचे (ट्रैक, सिग्नलिंग सिस्टम, भवन आदि), परिसंपत्तियों के संचालन (चिकनाई वाले तेल आदि) और कार्यशालाओं में उत्पादन और मरम्मत का उचित रख-रखाव सुनिश्चित करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप सजग और संगठित व्यक्ति हों।
आप लोगों से अपने निर्देशन में काम करवा सकते हों।
आप नेतृत्व करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
किसी विशिष्ट प्रमाणन की आवश्यकता नहीं है। रेलवे के स्टोर और आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली की मूल बातें समझने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैटेरियल मैनेजमेंट या लॉजिस्टिक्स में डिप्लोमा सहायक हो सकता है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री अनिवार्य है। इंजीनियरिंग डिग्री, लॉजिस्टिक्स, मैटेरियल मैनेजमेंट या सप्लाई चेन मैनेजमेंट कोर्स इस भूमिका के लिए प्रासंगिक ज्ञान प्रदान कर सकते हैं।
स्नातकोत्तर आवश्यक नहीं है लेकिन लॉजिस्टिक्स, मैटेरियल मैनेजमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन या संबंधित क्षेत्रों में मास्टर डिग्री रेलवे स्टोर सिस्टम के प्रबंधन में उन्नत ज्ञान प्रदान कर सकती है, जो आपको प्रशिक्षण के दौरान और एक अधिकारी के रूप में आपकी भूमिका में लाभान्वित कर सकती है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है। सरकारी संस्थान
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित
भारतीय प्रबंधन संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित
भारतीय रेलवे रसद और सामग्री प्रबंधन संस्थान, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
भारतीय सामग्री प्रबंधन संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित निजी संस्थान
रसद और विमानन प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया, पुणे, महाराष्ट्र
लोयोला इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, चेन्नई, तमिलनाडु
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000-50,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष)): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000-70,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000-1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000-2,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: भारतीय रेलवे और अन्य सरकारी विभाग/मंत्रालय।
कार्य वातावरण: आपको घर के अंदर और बाहर दोनों जगह काम करने की आवश्यकता होगी। आप गोदामों और लोको शेडों का दौरा करेंगे। आप अधिकारियों की टीम को संभालेंगे। आप सप्ताह में 5 - 6 दिन और प्रतिदिन 8 - 9 घंटे काम कर सकते हैं।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक सामग्री प्रबंधक → मंडल सामग्री प्रबंधक → वरिष्ठ मंडल सामग्री प्रबंधक / उप मुख्य सामग्री प्रबंधक → मुख्य सामग्री प्रबंधक → प्रधान सामग्री प्रबंधक → महाप्रबंधक → सदस्य (सरकारी सचिव के समकक्ष)
अपेक्षाकृत वेतन
भारतीय रेलवे भंडार सेवा अधिकारी की आय रुपए 78,400-1,00,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: https://www.ambitionbox.com/salaries/i ndian-railways-salaries/store-incharge
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
मुकुल मोहन, भारतीय रेलवे में उप-मुख्य सामग्री प्रबंधक हैं। मोहन ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान वारंगल से बी.टेक. किया है। उनकी जिम्मेदारियों में आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, भण्डारण और परिवहन शामिल है। वर्ष 2005 - 2007 के बीच मोहन केंद्रीय जल आयोग में सहायक निदेशक थे।*
स्रोत: https://coffeemug.ai/contact/mukul-mohan-543b597/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
भारतीय रेलवे भंडार सेवा
NCS Code: NA | GS023आप सजग और संगठित व्यक्ति हों।
आप लोगों से अपने निर्देशन में काम करवा सकते हों।
आप नेतृत्व करना पसंद करते हों।
किसी विशिष्ट प्रमाणन की आवश्यकता नहीं है। रेलवे के स्टोर और आपूर्ति प्रबंधन प्रणाली की मूल बातें समझने के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैटेरियल मैनेजमेंट या लॉजिस्टिक्स में डिप्लोमा सहायक हो सकता है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री अनिवार्य है। इंजीनियरिंग डिग्री, लॉजिस्टिक्स, मैटेरियल मैनेजमेंट या सप्लाई चेन मैनेजमेंट कोर्स इस भूमिका के लिए प्रासंगिक ज्ञान प्रदान कर सकते हैं।
स्नातकोत्तर आवश्यक नहीं है लेकिन लॉजिस्टिक्स, मैटेरियल मैनेजमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन या संबंधित क्षेत्रों में मास्टर डिग्री रेलवे स्टोर सिस्टम के प्रबंधन में उन्नत ज्ञान प्रदान कर सकती है, जो आपको प्रशिक्षण के दौरान और एक अधिकारी के रूप में आपकी भूमिका में लाभान्वित कर सकती है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित
भारतीय प्रबंधन संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित
भारतीय रेलवे रसद और सामग्री प्रबंधन संस्थान, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
भारतीय सामग्री प्रबंधन संस्थान, भारत के विभिन्न स्थान में स्थित
निजी संस्थान
रसद और विमानन प्रबंधन संस्थान, नई दिल्ली
इंटरनेशनल स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मीडिया, पुणे, महाराष्ट्र
लोयोला इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, चेन्नई, तमिलनाडु
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000-50,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष)): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000-70,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000-1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000-2,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: भारतीय रेलवे और अन्य सरकारी विभाग/मंत्रालय।
कार्य वातावरण: आपको घर के अंदर और बाहर दोनों जगह काम करने की आवश्यकता होगी। आप गोदामों और लोको शेडों का दौरा करेंगे। आप अधिकारियों की टीम को संभालेंगे। आप सप्ताह में 5 - 6 दिन और प्रतिदिन 8 - 9 घंटे काम कर सकते हैं।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहायक सामग्री प्रबंधक → मंडल सामग्री प्रबंधक → वरिष्ठ मंडल सामग्री प्रबंधक / उप मुख्य सामग्री प्रबंधक → मुख्य सामग्री प्रबंधक → प्रधान सामग्री प्रबंधक → महाप्रबंधक → सदस्य (सरकारी सचिव के समकक्ष)
भारतीय रेलवे भंडार सेवा अधिकारी की आय रुपए 78,400-1,00,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: https://www.ambitionbox.com/salaries/i ndian-railways-salaries/store-incharge
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
मुकुल मोहन, भारतीय रेलवे में उप-मुख्य सामग्री प्रबंधक हैं। मोहन ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान वारंगल से बी.टेक. किया है। उनकी जिम्मेदारियों में आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, भण्डारण और परिवहन शामिल है। वर्ष 2005 - 2007 के बीच मोहन केंद्रीय जल आयोग में सहायक निदेशक थे।*
स्रोत: https://coffeemug.ai/contact/mukul-mohan-543b597/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।