बुलडोज़र ऑपरेटर पर ट्रैक्टर और ब्लेड को चलाने और नियंत्रित करने की जिम्मेदारी होती है, ताकि मिट्टी, चट्टान और अयस्क को साइट पर अन्य स्थानों पर ले जाया जा सके और मिट्टी को समतल किया जा सके। बुलडोज़र ऑपरेटर सुरक्षा सिस्टम की देखरेख और बुलडोज़र पर बुनियादी रखरखाव के लिए भी उत्तरदायी होते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
• आप स्पष्ट निर्देशों का पालन करते हों।
• आप काम करते समय विवरणों पर ध्यान देते हों।
प्रवेश मार्ग
सर्टिफिकेट
पात्रता: हाई स्कूल डिप्लोमा या समकक्ष।
अवधि: आम तौर पर 6 महीने से 1 साल।
उदाहरण: भारी उपकरण संचालन, बुलडोजर ऑपरेटर डिप्लोमा
पात्रता: हाई स्कूल डिप्लोमा या समकक्ष।
अवधि: आम तौर पर 1 से 2 साल।
उदाहरण: निर्माण उपकरण प्रौद्योगिकी, भारी उपकरण संचालन में डिप्लोमा स्नातक
पात्रता: निर्माण या मशीनरी संचालन में प्रासंगिक अनुभव के साथ हाई स्कूल डिप्लोमा या समकक्ष। अवधि: आम तौर पर 3 से 4 साल।
उदाहरण: निर्माण प्रबंधन में स्नातक, सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक। स्नातकोत्तर
पात्रता: संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री।
अवधि: आम तौर पर 1 से 2 साल।
उदाहरण: निर्माण इंजीनियरिंग,प्रोजेक्ट प्रबंधन में स्नातकोत्तर डॉक्टरेट
पात्रता: संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर।अवधि: पर 3 से 5 साल।
उदाहरण: सिविल इंजीनियरिंग में, निर्माण प्रबंधन में पीएचडी अल्पकालिक पाठ्यक्रम: भारी उपकरण ऑपरेटर सुरक्षा प्रशिक्षण, बुलडोजर संचालन कौशल पाठ्यक्रम, उन्नत निर्माण मशीनरी प्रशिक्षण
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम विभिन्न विभागों द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान
2. भारत तकनीकी संस्थान, जमशेदपुर, झारखंड
3. कृष्ण तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र, धनबाद, झारखंड
फीस
डिप्लोमा: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 से 1,00,000* है। स्नातक: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 से 2,50,000* प्रति वर्ष है। स्नातकोत्तर: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,00,000 से 5,00,000* प्रति वर्ष है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) - यह एक सरकारी पहल है जो विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करती है, जिसमें पाठ्यक्रम के प्रकार के आधार पर वित्तीय सहायता दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए https://www.pmkvyofficial.org/pmkvy2/ पर जाएँ।
• राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) - यह विमानन और रसद क्षेत्र में अनुमोदित संगठनों में नौकरी पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के दौरान प्रशिक्षुओं को छात्रवृत्ति प्रदान करती है। इसे प्राप्त करने के लिए http://www.apprenticeshipindia.gov.in/ पर जाएँ।
• एआईसीटीई- पर जाएं एआईसीटीई-अनुमोदित संस्थानों में नामांकित छात्रों को छात्रवृत्ति और फेलोशिप प्रदान करता है। ये वित्तीय सहायता तकनीकी और प्रबंधन पाठ्यक्रमों का समर्थन करती है। इसे प्राप्त करने के लिए https://www.aicte-india.org/ पर जाएँ।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: खनन स्थल, बड़ी निर्माण इकाइयां, इंजीनियरिंग कंपनियां, सड़क निर्माण कंपनियां इत्यादि।
कार्य वातावरण: इस क्षेत्र में आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। यहां शिफ्ट प्रणाली भी उपलब्ध होती है और कार्य अवधि से भी अधिक कार्य करना पड़ सकता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
बुलडोज़र संचालक → पर्यवेक्षक → निर्माण अधीक्षक
अपेक्षाकृत वेतन
बुलडोज़र ऑपरेटर की आय रुपए 15,000 - 35,000* प्रतिमाह हो सकती है।
अरविन्द गौड, अपने करियर को लेकर अनिश्चित थे कि उन्हें जीवन में क्या करना है, परंतु वे हमेशा से भारी वाहनों के प्रति आकर्षित थे। कुछ शोध करने के बाद उन्हें एन.एस.आई.टी. संस्थान के बारे में पता चला, जो धनबाद में खनन केंद्र में है। कुछ मार्गदर्शन के बाद उन्हें विभिन्न प्रकार के वाहन प्रशिक्षण के बारे में पता चला। उन्होंने एक भारी वाहन ऑपरेटर का करियर चुना और वर्तमान में हैदराबाद में एक कंपनी में कार्यरत हैं।*
बुलडोज़र ऑपरेटर
NCS Code: 8342.0101 | OLH009• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
• आप स्पष्ट निर्देशों का पालन करते हों।
• आप काम करते समय विवरणों पर ध्यान देते हों।
सर्टिफिकेट
पात्रता: हाई स्कूल डिप्लोमा या समकक्ष।
अवधि: आम तौर पर 6 महीने से 1 साल।
उदाहरण: भारी उपकरण संचालन, बुलडोजर ऑपरेटर
डिप्लोमा
पात्रता: हाई स्कूल डिप्लोमा या समकक्ष।
अवधि: आम तौर पर 1 से 2 साल।
उदाहरण: निर्माण उपकरण प्रौद्योगिकी, भारी उपकरण संचालन में डिप्लोमा
स्नातक
पात्रता: निर्माण या मशीनरी संचालन में प्रासंगिक अनुभव के साथ हाई स्कूल डिप्लोमा या समकक्ष। अवधि: आम तौर पर 3 से 4 साल।
उदाहरण: निर्माण प्रबंधन में स्नातक, सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक।
स्नातकोत्तर
पात्रता: संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री।
अवधि: आम तौर पर 1 से 2 साल।
उदाहरण: निर्माण इंजीनियरिंग,प्रोजेक्ट प्रबंधन में स्नातकोत्तर
डॉक्टरेट
पात्रता: संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर।अवधि: पर 3 से 5 साल।
उदाहरण: सिविल इंजीनियरिंग में, निर्माण प्रबंधन में पीएचडी अल्पकालिक पाठ्यक्रम: भारी उपकरण ऑपरेटर सुरक्षा प्रशिक्षण, बुलडोजर संचालन कौशल पाठ्यक्रम, उन्नत निर्माण मशीनरी प्रशिक्षण
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें
यह पाठ्यक्रम विभिन्न विभागों द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान
2. भारत तकनीकी संस्थान, जमशेदपुर, झारखंड
3. कृष्ण तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र, धनबाद, झारखंड
डिप्लोमा: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 से 1,00,000* है।
स्नातक: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 से 2,50,000* प्रति वर्ष है।
स्नातकोत्तर: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,00,000 से 5,00,000* प्रति वर्ष है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) - यह एक सरकारी पहल है जो विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रशिक्षण और प्रमाणन प्रदान करती है, जिसमें पाठ्यक्रम के प्रकार के आधार पर वित्तीय सहायता दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए https://www.pmkvyofficial.org/pmkvy2/ पर जाएँ।
• राष्ट्रीय प्रशिक्षुता संवर्धन योजना (एनएपीएस) - यह विमानन और रसद क्षेत्र में अनुमोदित संगठनों में नौकरी पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के दौरान प्रशिक्षुओं को छात्रवृत्ति प्रदान करती है। इसे प्राप्त करने के लिए http://www.apprenticeshipindia.gov.in/ पर जाएँ।
• एआईसीटीई- पर जाएं एआईसीटीई-अनुमोदित संस्थानों में नामांकित छात्रों को छात्रवृत्ति और फेलोशिप प्रदान करता है। ये वित्तीय सहायता तकनीकी और प्रबंधन पाठ्यक्रमों का समर्थन करती है। इसे प्राप्त करने के लिए https://www.aicte-india.org/ पर जाएँ।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: खनन स्थल, बड़ी निर्माण इकाइयां, इंजीनियरिंग कंपनियां, सड़क निर्माण कंपनियां इत्यादि।
कार्य वातावरण: इस क्षेत्र में आपको कम से कम 8 - 9 घंटे और हफ्ते में 5 - 6 दिन काम करना होगा। यहां शिफ्ट प्रणाली भी उपलब्ध होती है और कार्य अवधि से भी अधिक कार्य करना पड़ सकता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
बुलडोज़र संचालक → पर्यवेक्षक → निर्माण अधीक्षक
बुलडोज़र ऑपरेटर की आय रुपए 15,000 - 35,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://bit.ly/3XWDbOw
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
अरविन्द गौड, अपने करियर को लेकर अनिश्चित थे कि उन्हें जीवन में क्या करना है, परंतु वे हमेशा से भारी वाहनों के प्रति आकर्षित थे। कुछ शोध करने के बाद उन्हें एन.एस.आई.टी. संस्थान के बारे में पता चला, जो धनबाद में खनन केंद्र में है। कुछ मार्गदर्शन के बाद उन्हें विभिन्न प्रकार के वाहन प्रशिक्षण के बारे में पता चला। उन्होंने एक भारी वाहन ऑपरेटर का करियर चुना और वर्तमान में हैदराबाद में एक कंपनी में कार्यरत हैं।*
स्रोत: https://www.nstti.com/placement.html
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।