बुजुर्ग केयरटेकर की प्राथमिक भूमिका बुजुर्गों की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों में उनकी सहायता करना है। इसमें ऐंबुलेशन यानी सहयोगी यंत्रो के साथ या उसके बिना बुजुर्ग व्यक्ति को चलाना , उसे खाना खिलाना , कपड़े पहनने में उसकी मदद करना , उसे शौच करवाना , ग्रूमिंग अर्थात् उसकी व्यक्तिगत स्वच्छता व सौंदर्य का ख़याल रखना और रोज़मर्रा के छोटे- मोटे कार्यों में उसकी मदद करना हैं। वे बुजुर्ग व्यक्ति के कमरे की स्वच्छता और हाउसकीपिंग कर्तव्यों में भी सहायता करते हैं और एक स्वच्छ और सुखद कार्य वातावरण बनाए रखते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप अपने आसपास के लोगों की मदद करना पसंद करते हों।
आप स्वभाव से हमदर्दी रखने वाले हों ।
आप अच्छे संचार कौशल वाले हों।
आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता • कक्षा 8 पास करने और न्यूनतम आयु 18 वर्ष पूरी करने के बाद आप बुजुर्ग देखभाल (नॉन-क्लीनिकल) प्रशिक्षण के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 3 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
छात्रवृत्ति • NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें। • आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
काम के स्थान: बुजुर्ग देखभाल एजेंसियां।देखभालकर्ताओं को वृद्ध लोगों की देखभाल के लिए एजेंसियों द्वारा घरों, बुजुर्ग डे-केयर केंद्रों, नर्सिंग होम और धर्मशालाओं में रखा जाता है।
उद्यमिता: कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी सेवाओं को स्वतंत्र रूप से प्रदान कर सकते हैं।
काम का माहौल: आपसे प्रति दिन 10-12 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करने की उम्मीद की जाती है।
योद्दा के पास 100+ प्रशिक्षित बुजुर्ग देखभाल प्रोफेशनल कार्यरत हैं। पुणे, मुंबई और हैदराबाद में रहने वाले कई वरिष्ठ नागरिक अब बुजुर्ग देखभाल सेवा को नियोजित करने की सुविधा का आनंद ले रहे हैं। एल्डर केयर एक ऐसा क्षेत्र हुआ करता था जिसे बड़े ब्रांडों द्वारा खोजा नहीं गया था, ना ही इसके लिए सेवाएँ प्रदान की गयी थीं और यह क्षेत्र अभी तक अछूता था, लेकिन हाल ही में तरुण शर्मा द्वारा स्थापित योद्दा जैसी कंपनियों द्वारा यह धारणा बदल दी गयी है।*
बुजुर्ग केयरटेकर (नॉन-क्लीनिकल)
NCS Code: लागु नहीं | V011न्यूनतम योग्यता
• कक्षा 8 पास करने और न्यूनतम आयु 18 वर्ष पूरी करने के बाद आप बुजुर्ग देखभाल (नॉन-क्लीनिकल) प्रशिक्षण के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 3 हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ.
केंद्रों की सूची: https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
• अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
काम के स्थान: बुजुर्ग देखभाल एजेंसियां।देखभालकर्ताओं को वृद्ध लोगों की देखभाल के लिए एजेंसियों द्वारा घरों, बुजुर्ग डे-केयर केंद्रों, नर्सिंग होम और धर्मशालाओं में रखा जाता है।
उद्यमिता: कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी सेवाओं को स्वतंत्र रूप से प्रदान कर सकते हैं।
काम का माहौल: आपसे प्रति दिन 10-12 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करने की उम्मीद की जाती है।
प्रशिक्षु बुजुर्ग देखभालकर्ता → बुजुर्ग देखभालकर्ता → पर्यवेक्षक
एक बुजुर्ग केयरटेकर की लगभग आय 12,000 - 26,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://in.indeed.com/career/elder-care-assistant/salaries
*यह आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
योद्दा के पास 100+ प्रशिक्षित बुजुर्ग देखभाल प्रोफेशनल कार्यरत हैं। पुणे, मुंबई और हैदराबाद में रहने वाले कई वरिष्ठ नागरिक अब बुजुर्ग देखभाल सेवा को नियोजित करने की सुविधा का आनंद ले रहे हैं। एल्डर केयर एक ऐसा क्षेत्र हुआ करता था जिसे बड़े ब्रांडों द्वारा खोजा नहीं गया था, ना ही इसके लिए सेवाएँ प्रदान की गयी थीं और यह क्षेत्र अभी तक अछूता था, लेकिन हाल ही में तरुण शर्मा द्वारा स्थापित योद्दा जैसी कंपनियों द्वारा यह धारणा बदल दी गयी है।*
स्रोत: https://www.aninews.in/news/business/business/yodda-the-first-elderly-care-service-in-india-announces-its-expansion20220823124113/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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