जैवचिकित्सा इंजीनियर एक ऐसा विशेषज्ञ होता है जो चिकित्सा उद्योग के लिए नवाचार और डिजाइन के माध्यम से तकनीकी समाधानों के लिए काम करता है।वो हेल्थ केयर में उपयोग किए जाने वाले कृत्रिम अंगों, सॉफ्टवेयर और अन्य उपकरणों को डिजाइन करने और बनाने से जुड़े काम करते हैं। बायोमेडिकल इंजीनियर के तौर पर, आप रोगी की देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए और उसे प्रभावी बनाने के लिए काम करेंगे, तथा जीवन की गुणवत्ता के साथ-साथ चिकित्सा उद्योग की कार्यक्षमता में सुधार करेंगे।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप एक समूह में काम करना पसंद करते हैं
चीज़ें कैसे काम करती है , आपको ये पता लगाने में आनंद आता है और आप बारीकियों पर ध्यान देते हैं
विज्ञान और गणित में आपकी बहुत रुचि है
आप समस्याओं को हल करना पसंद करते हैं। "
प्रवेश मार्ग
विज्ञान विषयों में 10+2 पूरा करें, बेहतर होगा भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित और जीव विज्ञान में और फिर जैवचिकित्सा इंजीनियरिंग में बी.टेक./बी.ई./बी.एस.सी. करें। या विज्ञान विषयों में 10+2 पूरा करें, बेहतर होगा भौतिकी, रसायन विज्ञान में, जैवचिकित्सा इंजीनियरिंग में बी.टेक./बी.ई./बी.एस.सी. करें और फिर जैवचिकित्सा इंजीनियरिंग में एम.टेक. करें।
प्रवेश के लिए, आपको जे.ई.ई. मेन परीक्षा पास करना होगा। आई.आई.टी. में प्रवेश के लिए जे.ई.ई .एडवांस जरूरी है। गेट/बिटसैट आदि जैसी अन्य प्रवेश परीक्षाओं में भी प्रतिभाग कर सकते हैं।
कृपया नामांकन के समय कोर्स अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कराया जाता है
सरकारी संस्थान 1.आईआईटी बॉम्बे 2.आईआईटी मद्रास 3.आईआईटी दिल्ली 4. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी 5. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे 6.एनआईटी, रायपुर 7. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, शिबपुर 8.आईआईटी हैदराबाद 9.एनआईटी, राउरकेला 10. आईआईटी हैदराबाद
निजी संस्थान *(इसकी संबद्धता के लिए यूजीसी और एआईसीटीई से जांच लें) 1. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान, मणिपाल 2. इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ 3. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर 4.सत्यभामा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई 5. करुणा प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, कोयम्बटूर 6. एमिटी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम 7. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान, मणिपाल 8. एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कल्लनकुथर 9. मोदी इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी 10. जवाहरलाल प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, काकीनाडा
*एनपीटीईएल का अर्थ है नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहांस्ड लर्निंग, यह भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है जो विभिन्न प्रकार के विषयों पर कई ऑडियो और वीडियो कोर्सेज प्रदान करता है और इसका उद्देश्य सभी के लिए सीखने को सुलभ बनाना है।
फीस
फीस स्नातक जैव चिकित्सा इंजीनियरिंग कोर्सेज़ के लिए कोर्स शुल्क लगभग रु 25,000 से 2,00,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है। जैव चिकित्सा इंजीनियरिंग में परास्नातक कोर्सेज़ के लिए, औसत शुल्क लगभग रु 22,400 से 13,00,000 रुपये के बीच हो है। *
*(उपरोक्त फ़ीस अनुमानित संख्या हैं। यह प्रत्येक संस्थान में अलग-अलग हो सकती है ।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल - अस्पताल, क्लीनिक, अनुसंधान संस्थान, चिकित्सा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स
काम का माहौल - आपको प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे काम करना हो सकता है, लेकिन कई मामलों में आपको अधिक समय तक भी काम करना पड़ सकता है। आप आमतौर पर टीम के एक हिस्से के रूप में काम करेंगे और अन्य क्षेत्रों में विशेषज्ञों के साथ सहयोग और संवाद करने की अपेक्षा कर सकते हैं।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर उपलब्ध हैं।
निकोलस डिफ्रैंको एक जैव चिकित्सा इंजीनियर हैं जो ओहायो में लुब्रीज़ोल लाइफ साइंसेज में एक एप्लीकेशन वैज्ञानिक की क्षमता में काम कर रहे हैं । वह कहते हैं कि उन्हें हमेशा से चिकित्सा क्षेत्र में दिलचस्पी थी लेकिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरफ भी उनका रुझान था। 'जैव चिकित्सा अभियांत्रिकी ने मुझे लोगों की मदद करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने, और बिमारिओं का अधिक प्रभावी ढंग से इलाज करने और दुनिया को बेहतर बनाने में मदद की।*
बायोमेडिकल (जैवचिकित्सा) इंजीनियर (Biomedical Engineer)
NCS Code: NA | E06विज्ञान विषयों में 10+2 पूरा करें, बेहतर होगा भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित और जीव विज्ञान में और फिर जैवचिकित्सा इंजीनियरिंग में बी.टेक./बी.ई./बी.एस.सी. करें।
या
विज्ञान विषयों में 10+2 पूरा करें, बेहतर होगा भौतिकी, रसायन विज्ञान में, जैवचिकित्सा इंजीनियरिंग में बी.टेक./बी.ई./बी.एस.सी. करें और फिर जैवचिकित्सा इंजीनियरिंग में एम.टेक. करें।
प्रवेश के लिए, आपको जे.ई.ई. मेन परीक्षा पास करना होगा। आई.आई.टी. में प्रवेश के लिए जे.ई.ई .एडवांस जरूरी है। गेट/बिटसैट आदि जैसी अन्य प्रवेश परीक्षाओं में भी प्रतिभाग कर सकते हैं।
कृपया नामांकन के समय कोर्स अवधि की जांच करें।
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा कराया जाता है
सरकारी संस्थान
1.आईआईटी बॉम्बे
2.आईआईटी मद्रास
3.आईआईटी दिल्ली
4. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झांसी
5. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे
6.एनआईटी, रायपुर
7. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, शिबपुर
8.आईआईटी हैदराबाद
9.एनआईटी, राउरकेला
10. आईआईटी हैदराबाद
निजी संस्थान
*(इसकी संबद्धता के लिए यूजीसी और एआईसीटीई से जांच लें)
1. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान, मणिपाल
2. इंटीग्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
3. वेल्लोर प्रौद्योगिकी संस्थान, वेल्लोर
4.सत्यभामा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई
5. करुणा प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, कोयम्बटूर
6. एमिटी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम
7. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान, मणिपाल
8. एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कल्लनकुथर
9. मोदी इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी
10. जवाहरलाल प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, काकीनाडा
ऑनलाइन कोर्सेज़
एनपीटीईएल* स्वयं एक ऑनलाइन कोरसेज़ प्रदान करता है (स्रोत: https://onlinecourses.nptel.ac.in/noc21_bt50/preview)
*एनपीटीईएल का अर्थ है नेशनल प्रोग्राम ऑन टेक्नोलॉजी एनहांस्ड लर्निंग, यह भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक कार्यक्रम है जो विभिन्न प्रकार के विषयों पर कई ऑडियो और वीडियो कोर्सेज प्रदान करता है और इसका उद्देश्य सभी के लिए सीखने को सुलभ बनाना है।
फीस स्नातक जैव चिकित्सा इंजीनियरिंग कोर्सेज़ के लिए कोर्स शुल्क लगभग रु 25,000 से 2,00,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है। जैव चिकित्सा इंजीनियरिंग में परास्नातक कोर्सेज़ के लिए, औसत शुल्क लगभग रु 22,400 से 13,00,000 रुपये के बीच हो है। *
*(उपरोक्त फ़ीस अनुमानित संख्या हैं। यह प्रत्येक संस्थान में अलग-अलग हो सकती है ।
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल - अस्पताल, क्लीनिक, अनुसंधान संस्थान, चिकित्सा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स
काम का माहौल - आपको प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे काम करना हो सकता है, लेकिन कई मामलों में आपको अधिक समय तक भी काम करना पड़ सकता है। आप आमतौर पर टीम के एक हिस्से के रूप में काम करेंगे और अन्य क्षेत्रों में विशेषज्ञों के साथ सहयोग और संवाद करने की अपेक्षा कर सकते हैं।
*इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर उपलब्ध हैं।
फील्ड सर्विस तकनीशियन → इंजीनियर/सेवा प्रबंधक→ प्रोजेक्ट इंजीनियर → प्रोजेक्ट इंजीनियरिंग प्रबंधक/प्रोडक्ट डेवलपमेंट प्रबंधक
एक जैवचिकित्सा इंजीनियर का मूल वेतन लगभग रु 16,000 - 80,000 रुपये प्रति माह के बीच होता है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Biomedical_Engineer/Salary
फील्ड के कुछ अनुभव
निकोलस डिफ्रैंको एक जैव चिकित्सा इंजीनियर हैं जो ओहायो में लुब्रीज़ोल लाइफ साइंसेज में एक एप्लीकेशन वैज्ञानिक की क्षमता में काम कर रहे हैं । वह कहते हैं कि उन्हें हमेशा से चिकित्सा क्षेत्र में दिलचस्पी थी लेकिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी की तरफ भी उनका रुझान था। 'जैव चिकित्सा अभियांत्रिकी ने मुझे लोगों की मदद करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग करने, और बिमारिओं का अधिक प्रभावी ढंग से इलाज करने और दुनिया को बेहतर बनाने में मदद की।*
स्रोत: https://www.linkedin.com/in/nicholasdifranco/
*उपरोक्त जानकारी का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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