फील्ड तकनीशियन घरेलू उपकरणों जैसे रेफ्रिजरेटर, एयर कंडीशनर, वॉशिंग मशीन, वाटर प्यूरीफायर और माइक्रोवेव ओवन की स्थापना करने जैसे कार्य करते हैं। ये ग्राहक के स्थान पर जाकर सेवा और शिकायतों का समाधान भी करते हैं। वे उपकरणों में आने वाली समस्याओं का पता लगाते हैं और उनका मूल्यांकन करते हैं। यदि समस्या छोटी हो, तो उसे तुरंत ठीक कर देते हैं और यदि कोई भाग दोषपूर्ण हो तो उसे बदलने का काम भी करते हैं। बड़ी समस्या की स्थिति में, वे कारखाने में मरम्मत कराने की सलाह देते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप संचार कौशल में निपुण हों।
• आप वस्तुएं बनाना या संयोजित करना पसंद करते हों।
• आप समूह में सहज हों।
• आपकी आंखों और हाथों का समन्वय अच्छा हो।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता
• फील्ड तकनीशियन अन्य घरेलू उपकरणों के लिए राष्ट्रीय नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए कक्षा 8 उत्तीर्ण और न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए। अथवा
• इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स में आई.टी.आई. पाठ्यक्रम के बाद आप फील्ड टेक्नीशियन: अन्य घरेलू उपकरणों के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 पाठ्यक्रम में नामांकन कर सकते हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1.भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.), नई दिल्ली
2.राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एन.आई.ई.एल.आई.टी.), कालीकट, केरल
3.सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
4.केंद्रीय उपकरण डिजाइन संस्थान (सी.आई.टी.डी.), हैदराबाद, तेलंगाना
5.भारतीय विज्ञान संस्थान (आई.आई.एस.सी.), बेंगलुरु, कर्नाटक
निजी संस्थान
1. जेटकिंग इन्फोट्रेन लिमिटेड, बेंगलुरु, कर्नाटक
2. भारतीय हार्डवेयर प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.एच.टी.), बेंगलुरु, कर्नाटक
3. एपटेक लर्निंग, मुंबई, महाराष्ट्र
4. फ्रैंकफिन इंस्टीट्यूट ऑफ एयर होस्टेस ट्रेनिंग, नई दिल्ली
5. दिल्ली मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रूपए 10,000 - 50,000* के बीच है ।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल : इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर कंपनियां, इलेक्ट्रॉनिक स्टोर, सफ़ेद वस्तुओं के लिए मल्टी-चैनल एजेंसियां, अधिकृत उपकरण सेवा केंद्र।
उद्यमिता: कुछ वर्षों में अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी खुद की इकाई स्थापित कर सकते हैं और अपनी खुद की मरम्मत की दुकान शुरू कर सकते हैं। अधिक अनुभव और नेटवर्क के साथ आप एक अधिकृत सेवा केंद्र बन सकते हैं।
कार्य वातावरण: काम में यात्रा शामिल है। सामान्य कार्य दिवस सप्ताह में 6 दिन प्रतिदिन 8/9 घंटे का होता है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
भरत कालिया ने मैनेजमेंट कंसल्टेंसी की नौकरी छोड़कर "लाइफ़लॉन्ग ऑनलाइन" की स्थापना की और मिक्सर ग्राइंडर बनाने का फैसला किया। भरत, जो खुद लगभग 20-30 वर्षों से उन्हीं घरेलू उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे थे जो उनके माता-पिता भी इस्तेमाल करते थे, को लगा कि उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के क्षेत्र में एक डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता है। उनका कहना है, “वर्ष 2015 के दौरान मोबाइल और टीवी उद्योग में बहुत विकास हो रहा था, लेकिन घरेलू उपकरणों और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के क्षेत्र में कोई खास प्रगति नहीं देखी गई। इन पारंपरिक श्रेणियों में उत्पादन और वितरण के तरीके बहुत भारी और गैर-कुशल थे।” भरत अपनी कंपनी के उत्पादों को ऑनलाइन बेचते हैं, जिससे वे अपने ग्राहकों को बेहतर कीमतें प्रदान कर पाते हैं। उनका दावा है कि आज, लाइफ़लॉन्ग ऑनलाइन की 60 सदस्यीय टीम पीक महीनों में 40 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करती है, जिसमें कुल बिक्री का लगभग 33 प्रतिशत घरेलू और रसोई के उपकरणों से आता है।
फील्ड तकनीशियन (अन्य घरेलू उपकरण)
NCS Code: 7421.0701 | TST029• आप संचार कौशल में निपुण हों।
• आप वस्तुएं बनाना या संयोजित करना पसंद करते हों।
• आप समूह में सहज हों।
• आपकी आंखों और हाथों का समन्वय अच्छा हो।
न्यूनतम योग्यता
• फील्ड तकनीशियन अन्य घरेलू उपकरणों के लिए राष्ट्रीय नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 पाठ्यक्रम में नामांकन के लिए कक्षा 8 उत्तीर्ण और न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
अथवा
• इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स में आई.टी.आई. पाठ्यक्रम के बाद आप फील्ड टेक्नीशियन: अन्य घरेलू उपकरणों के लिए नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 4 पाठ्यक्रम में नामांकन कर सकते हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1.भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.), नई दिल्ली
2.राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (एन.आई.ई.एल.आई.टी.), कालीकट, केरल
3.सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
4.केंद्रीय उपकरण डिजाइन संस्थान (सी.आई.टी.डी.), हैदराबाद, तेलंगाना
5.भारतीय विज्ञान संस्थान (आई.आई.एस.सी.), बेंगलुरु, कर्नाटक
निजी संस्थान
1. जेटकिंग इन्फोट्रेन लिमिटेड, बेंगलुरु, कर्नाटक
2. भारतीय हार्डवेयर प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.एच.टी.), बेंगलुरु, कर्नाटक
3. एपटेक लर्निंग, मुंबई, महाराष्ट्र
4. फ्रैंकफिन इंस्टीट्यूट ऑफ एयर होस्टेस ट्रेनिंग, नई दिल्ली
5. दिल्ली मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रूपए 10,000 - 50,000* के बीच है ।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल : इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर कंपनियां, इलेक्ट्रॉनिक स्टोर, सफ़ेद वस्तुओं के लिए मल्टी-चैनल एजेंसियां, अधिकृत उपकरण सेवा केंद्र।
उद्यमिता: कुछ वर्षों में अनुभव प्राप्त करने के बाद आप अपनी खुद की इकाई स्थापित कर सकते हैं और अपनी खुद की मरम्मत की दुकान शुरू कर सकते हैं। अधिक अनुभव और नेटवर्क के साथ आप एक अधिकृत सेवा केंद्र बन सकते हैं।
कार्य वातावरण: काम में यात्रा शामिल है। सामान्य कार्य दिवस सप्ताह में 6 दिन प्रतिदिन 8/9 घंटे का होता है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
प्रशिक्षु/सहायक → मरम्मत मैकेनिक → फील्ड तकनीशियन (अन्य घरेलू उपकरण) → वरिष्ठ सेवा तकनीशियन
फील्ड तकनीशियन (अन्य घरेलू उपकरण) की शरुआती आय रुपए 7,000 - 9,000* और 1-2 साल के अनुभव के बाद आय रुपए 11,000 - 15,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://bit.ly/3wJlEhV
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
भरत कालिया ने मैनेजमेंट कंसल्टेंसी की नौकरी छोड़कर "लाइफ़लॉन्ग ऑनलाइन" की स्थापना की और मिक्सर ग्राइंडर बनाने का फैसला किया। भरत, जो खुद लगभग 20-30 वर्षों से उन्हीं घरेलू उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे थे जो उनके माता-पिता भी इस्तेमाल करते थे, को लगा कि उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के क्षेत्र में एक डिजिटल परिवर्तन की आवश्यकता है। उनका कहना है, “वर्ष 2015 के दौरान मोबाइल और टीवी उद्योग में बहुत विकास हो रहा था, लेकिन घरेलू उपकरणों और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के क्षेत्र में कोई खास प्रगति नहीं देखी गई। इन पारंपरिक श्रेणियों में उत्पादन और वितरण के तरीके बहुत भारी और गैर-कुशल थे।” भरत अपनी कंपनी के उत्पादों को ऑनलाइन बेचते हैं, जिससे वे अपने ग्राहकों को बेहतर कीमतें प्रदान कर पाते हैं। उनका दावा है कि आज, लाइफ़लॉन्ग ऑनलाइन की 60 सदस्यीय टीम पीक महीनों में 40 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करती है, जिसमें कुल बिक्री का लगभग 33 प्रतिशत घरेलू और रसोई के उपकरणों से आता है।
*स्रोत- https://yourstory.com/smbstory/lifelong-online-india-home-appliances-d2c-brand
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।