पुरालेखशास्त्र वह अध्ययन है जो कठोर सामग्री जैसे पत्थर या धातु पर उकेरे गए शिलालेखों या अभिलेखों का विश्लेषण करता है। यह अतीत के बारे में जानकारी प्रदान करता है। भारत में, मंदिर की दीवारों पर शिलालेख प्रचलित हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप स्वतंत्र रूप से काम करने में अच्छे हों।
• आपको चीजों को एक साथ रखना या जोड़ना पसंद हो।
• आपको अन्य संस्कृतियों के बारे में जानने में मज़ा आता हो।
प्रवेश मार्ग
1. किसी विषय में 10 + 2 पूरा करें।
2. इतिहास/कला इतिहास/पुरातत्व/पुरातत्वशास्त्र या किसी संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री (बी.ए.) पूरी करें। अथवा
इतिहास/कला इतिहास/पुरातत्व/पुरातत्वशास्त्र या किसी संबंधित विषय में डिप्लोमा पूरा करें। अथवा
स्नातक की डिग्री के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर (एम.ए./पी.जी. डिप्लोमा) और पीएच.डी. की डिग्री पूरी करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इतिहास/पुरातत्व विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। *उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
सरकारी संस्थान
1. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा, गुजरात
2. श्यामा प्रसाद मुखर्जी गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, प्रयागराज, उत्तरप्रदेश
3. डीएवी डिग्री कॉलेज, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
4. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक, मध्य प्रदेश
5. मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
6. कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
7. लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
8. मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर, कर्नाटक
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. बी.के. कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स, ठाणे, महाराष्ट्र
2. पुरातत्व संस्थान, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली
3. दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज रिसर्च एंड मैनेजमेंट, नई दिल्ली
4. डेक्कन कॉलेज पोस्टग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पुणे, महाराष्ट्र
5. जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
6. जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश
7. एसबीईटी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, मोहाली, पंजाब
8. उमा आर्ट्स एंड नाथीबा कॉमर्स महिला कॉलेज, गांधीनगर, गुजरात
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू )
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,000 - 1,50,000* के बीच हो सकता है
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• यूजीसी छात्रवृत्ति- भारत में यूजीसी-मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों में नामांकित विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए https://ugcnet.nta.ac.in/ पर जाएँ।
• आईसीएसएसआर फेलोशिप- सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान, डॉक्टरेट, पोस्टडॉक्टरल और अनुसंधान परियोजनाओं की वित्तीय सहायता के लिए यहां https://icssr.org/ पर जाएँ।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: निजी और सरकारी कॉलेज और विश्वविद्यालय, संग्रहालय, सांस्कृतिक संगठन या समाज, अनुसंधान संगठन आदि।
कार्य वातावरण: यह डेस्क जॉब नहीं है। स्थानीय यात्रा इस नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। आवश्यकता पड़ने पर आपको अतिरिक्त समय लगाने की संभावना है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
डॉ. के.वी. रमेश एक प्रसिद्ध पुरालेखशास्त्री और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए.एस.आई.) के पूर्व संयुक्त महानिदेशक थे। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से संस्कृत भाषा और साहित्य में मास्टर डिग्री और कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़ से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। पुरालेखशास्त्र के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें वर्ष 2011 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा "उत्कृष्टता का सम्मान" से सम्मानित किया गया। उनका निधन वर्ष 2013 में हुआ।.
पुरालेखवेत्ता
NCS Code: 2633.0300 | RD015• आप स्वतंत्र रूप से काम करने में अच्छे हों।
• आपको चीजों को एक साथ रखना या जोड़ना पसंद हो।
• आपको अन्य संस्कृतियों के बारे में जानने में मज़ा आता हो।
1. किसी विषय में 10 + 2 पूरा करें।
2. इतिहास/कला इतिहास/पुरातत्व/पुरातत्वशास्त्र या किसी संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री (बी.ए.) पूरी करें।
अथवा
इतिहास/कला इतिहास/पुरातत्व/पुरातत्वशास्त्र या किसी संबंधित विषय में डिप्लोमा पूरा करें।
अथवा
स्नातक की डिग्री के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर (एम.ए./पी.जी. डिप्लोमा) और पीएच.डी. की डिग्री पूरी करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इतिहास/पुरातत्व विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
सरकारी संस्थान
1. महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा, गुजरात
2. श्यामा प्रसाद मुखर्जी गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज, प्रयागराज, उत्तरप्रदेश
3. डीएवी डिग्री कॉलेज, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
4. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक, मध्य प्रदेश
5. मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
6. कलकत्ता विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
7. लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ, उत्तर प्रदेश
8. मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर, कर्नाटक
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जाँच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. बी.के. कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स, ठाणे, महाराष्ट्र
2. पुरातत्व संस्थान, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, नई दिल्ली
3. दिल्ली इंस्टीट्यूट ऑफ हेरिटेज रिसर्च एंड मैनेजमेंट, नई दिल्ली
4. डेक्कन कॉलेज पोस्टग्रेजुएट एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, पुणे, महाराष्ट्र
5. जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
6. जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश
7. एसबीईटी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, मोहाली, पंजाब
8. उमा आर्ट्स एंड नाथीबा कॉमर्स महिला कॉलेज, गांधीनगर, गुजरात
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू )
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,000 - 1,50,000* के बीच हो सकता है
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• यूजीसी छात्रवृत्ति- भारत में यूजीसी-मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों में नामांकित विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए https://ugcnet.nta.ac.in/ पर जाएँ।
• आईसीएसएसआर फेलोशिप- सामाजिक विज्ञान में अनुसंधान, डॉक्टरेट, पोस्टडॉक्टरल और अनुसंधान परियोजनाओं की वित्तीय सहायता के लिए यहां https://icssr.org/ पर जाएँ।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्यस्थल: निजी और सरकारी कॉलेज और विश्वविद्यालय, संग्रहालय, सांस्कृतिक संगठन या समाज, अनुसंधान संगठन आदि।
कार्य वातावरण: यह डेस्क जॉब नहीं है। स्थानीय यात्रा इस नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। आवश्यकता पड़ने पर आपको अतिरिक्त समय लगाने की संभावना है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
कनिष्ठ शोधकर्ता → पुरालेख विशेषज्ञ → वरिष्ठ पुरालेख विशेषज्ञ
पुरालेखवेत्ता की आय रुपए 25,000 - 30,000* प्रति माह के बीच हो सकती है
स्रोत: https://bit.ly/3EB4WFN
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. के.वी. रमेश एक प्रसिद्ध पुरालेखशास्त्री और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ए.एस.आई.) के पूर्व संयुक्त महानिदेशक थे। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से संस्कृत भाषा और साहित्य में मास्टर डिग्री और कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़ से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। पुरालेखशास्त्र के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें वर्ष 2011 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा "उत्कृष्टता का सम्मान" से सम्मानित किया गया। उनका निधन वर्ष 2013 में हुआ।.
स्रोत: https://www.inmysore.com/eminent-epigraphist-dr-k-v-ramesh-passes-away
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।