एक पिपली कारीगर के रूप में आप सुई और धागे का उपयोग करके मूल कपड़े पर विभिन्न आकृतियों में काटे गए कपड़ों को ट्रेस करके, काटकर और जोड़कर अलग-अलग पैटर्न और डिज़ाइन बनाना सीखते हैं। आप उपयोग किए जाने वाले विभिन्न धागों, पैटर्न, रंग संयोजन की पहचान करना सीखते हैं। आप ग्राहकों के साथ संवाद करना और उनकी जरूरतों को समझना भी सीखते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप कलात्मक दिमाग वाले हों।
आप ध्यान केंद्रित करके लंबे समय तक काम कर सकते हों।
आपके हांथों का आपकी आँखों के साथ समन्वय अच्छा हो।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता एप्लिक आर्टिसन कोर्स के लिए 10वीं कक्षा पूरी करने के बाद और कम से कम 2 साल के प्रासंगिक अनुभव (relevant experience) के साथ आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स हेतु नामांकन करवा सकते हैं या एप्लिक आर्टिसन कोर्स के लिए10वीं कक्षा पूरी करने और निरंतर स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो लोगों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर हासिल करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो एक व्यक्ति को सक्षम कौशल के साथ नौकरी बाजार के लिए तैयार करती है। अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल उन्नयन के लिए एक व्यक्ति किसी भी समय वापस आ सकता है।
एप्लिक आर्टिसन फ्रेशर की लगभग आय 8,751 - 38,109 रूपये* प्रति माह के बीच होती है। 5 साल की सेवा के बाद एक एप्लीक कारीगर लगभग आय 11,834 -34,847 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
नयागढ़ जिले के रणपुर ब्लॉक के बृंदाबनपुर ग्राम पंचायत की रहने वाली सुश्री कल्पना महाराणा एक ऐसी ही कारीगर हैं, जिन्होंने ओडिशा आजीविका मिशन (ओ.एल.एम.) के सहयोग से एक सफल एप्लिके वर्क वेंचर स्थापित किया है। वे अपने उत्पादों को बेचकर मासिक आधार पर लगभग 11,000 - 15,000 रुपये कमाती है। न्यूनतम ब्याज दर पर स्टार्ट-अप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम (एस.वी.ई.पी.) के माध्यम से प्राप्त वित्तीय सहायता के कारण आज यह एक वास्तविकता है। एस.वी.ई.पी. के तहत शुरुआत में कल्पना को 50,000 रुपये का कर्ज दिया गया था। ऋण के सफल भुगतान के बाद, उन्हें बृंदावन ग्राम पंचायत स्तरीय संघ (जी.पी.एल.एफ.) के माध्यम से सामुदायिक निवेश कोष (सी.आई.एफ.) से 60,000 रुपये प्राप्त हुए। इससे उन्हें अपने कारोबार में और महिलाओं को रोज़गार देने में मदद मिली।*
पिपली कारीगर
NCS Code: NA | V040न्यूनतम योग्यता
एप्लिक आर्टिसन कोर्स के लिए 10वीं कक्षा पूरी करने के बाद और कम से कम 2 साल के प्रासंगिक अनुभव (relevant experience) के साथ आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स हेतु नामांकन करवा सकते हैं
या
एप्लिक आर्टिसन कोर्स के लिए10वीं कक्षा पूरी करने और निरंतर स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स हेतु नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो लोगों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर हासिल करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो एक व्यक्ति को सक्षम कौशल के साथ नौकरी बाजार के लिए तैयार करती है। अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल उन्नयन के लिए एक व्यक्ति किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान (Government Institutes)
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ. केंद्रों की सूची: https://www.aicte-india.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
अधिकतर सरकारी योजनाओं में कोई फ़ीस नहीं देनी होती है।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: https://www.scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए https://www.buddy4study.com या https://www.buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्य के स्थान: डिज़ाइन कंपनियाँ, एप्लिक वर्क रजाई निर्माता, स्वयं सहायता समूह या गैर सरकारी संगठन।
काम का माहौल: एक सामान्य कार्यदिवस 8 - 9 घंटे और सप्ताह में 6 दिन का होता है। शिफ्ट में काम करना पड़ सकता है।
ट्रेनी एप्लिके डिज़ाइनर → ऐप्लीक डिज़ाइनर → सुपरवाइज़र ऐप्लीक डिज़ाइनर
एप्लिक आर्टिसन फ्रेशर की लगभग आय 8,751 - 38,109 रूपये* प्रति माह के बीच होती है। 5 साल की सेवा के बाद एक एप्लीक कारीगर लगभग आय 11,834 -34,847 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://paycheck.in/career-tips/role-income/india-sewing-embroidery-and-related-workers
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के आधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
नयागढ़ जिले के रणपुर ब्लॉक के बृंदाबनपुर ग्राम पंचायत की रहने वाली सुश्री कल्पना महाराणा एक ऐसी ही कारीगर हैं, जिन्होंने ओडिशा आजीविका मिशन (ओ.एल.एम.) के सहयोग से एक सफल एप्लिके वर्क वेंचर स्थापित किया है। वे अपने उत्पादों को बेचकर मासिक आधार पर लगभग 11,000 - 15,000 रुपये कमाती है। न्यूनतम ब्याज दर पर स्टार्ट-अप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम (एस.वी.ई.पी.) के माध्यम से प्राप्त वित्तीय सहायता के कारण आज यह एक वास्तविकता है। एस.वी.ई.पी. के तहत शुरुआत में कल्पना को 50,000 रुपये का कर्ज दिया गया था। ऋण के सफल भुगतान के बाद, उन्हें बृंदावन ग्राम पंचायत स्तरीय संघ (जी.पी.एल.एफ.) के माध्यम से सामुदायिक निवेश कोष (सी.आई.एफ.) से 60,000 रुपये प्राप्त हुए। इससे उन्हें अपने कारोबार में और महिलाओं को रोज़गार देने में मदद मिली।*
स्रोत: https://rural.nic.in/sites/default/files/NRLM_75_Stories_of_Atmanirbhar_17092021.pdf
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण के उद्देश्य से है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
एप्लिक का काम, एप्लिक सिलाई, एप्लिक कारीगर का काम