पशु चिकित्सक एक चिकित्सा पेशेवर होते हैं जो जानवरों में बीमारियों और चोटों का निदान, उपचार, और रोकथाम करने में विशेषज्ञ होते हैं। उन्हें विभिन्न प्रकार की पशु प्रजातियों के साथ काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, जिसमें पालतू जानवर, पशुधन और वन्यजीव शामिल हैं। पशु चिकित्सक निजी अभ्यास, पशु अस्पतालों, अनुसंधान या सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्रों में काम कर सकते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप जानवरों की देखभाल करने में रुचि रखते हों।
• पशु शरीर की कार्यपणाली को जानने में रुचि रखते हों।
• आपको लोगों की मदद करना पसंद हो।
• आप समस्याओं तथा परिस्थितियों का विश्लेषण करने में रुचि रखते हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. पशु चिकित्सा विज्ञान/पशु चिकित्सा में स्नातक करें । अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें। अथवा
पशु चिकित्सा विज्ञान / पशुपालन / पशु चिकित्सा फार्मेसी में डिप्लोमा का भी विकल्प चुन सकते हैं। कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम पशु चिकित्सा विज्ञान या चिकित्सा विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है। सरकारी संस्थान
1. मद्रास पशु चिकित्सा महाविद्यालय (एम.वी.सी.), चेन्नई, तमिलनाडु
2. बंबई पशु चिकित्सा महाविद्यालय (बी.वी.सी.), मुंबई, महाराष्ट्र
3. क्रांतिसिंह नाना पाटिल पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय, सतारा, महाराष्ट्र
4. उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान , मथुरा, उत्तर प्रदेश
5. नागपुर पशु चिकित्सा महाविद्यालय (एन.वी.सी.), नागपुर, महाराष्ट्र
6. तमिलनाडु पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
7. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आई.वी.आर.आई.), बरेली, उत्तर प्रदेश
8. पश्चिम बंगाल पशु और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. या भारतीय पशु चिकित्सा परिषद् से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
1. अपोलो पशु चिकित्सा चिकित्सा महाविद्यालय (ए.सी.वी.एम.), जयपुर, राजस्थान
2. अरावली पशु चिकित्सा महाविद्यालय (एवीसी), सीकर, राजस्थान
3. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय: पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन संकाय (बी.ए.यू.एफ.वी.एस.ए.एच.), रांची, झारखंड
4. पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन महाविद्यालय (सी.वी.एस.ए.एच.), जूनागढ़, गुजरात
5. पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन महाविद्यालय (सी.वी.एस.ए.एच.), आइजोल, मिजोरम
6. गोविंद बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जी.बी.पी.यू.ए.टी.), पंतनगर, उत्तराखंड
7. गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना, पंजाब
8. क्रांतिसिंह नाना पाटिल पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय (के.एन.पी.सी.वी.सी.), सतारा, महाराष्ट्र
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 - 50,000* के बीच है।
मास्टर ऑफ वेटरनरी साइंस: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 80,000* के बीच है।
पीएच.डी. इन वेटरनरी साइंस): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000 - 1,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।) ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: आप पशु अस्पतालों और क्लीनिकों, चिड़ियाघरों और एक्वैरियम, फ़ूड प्रॉसेसिंग प्लांट्स, फार्मों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं, पशु आश्रयों और राष्ट्रीय उद्यानों में काम कर सकते हैं। उद्यमिता: आप अपना निजी क्लिनिक शुरू कर सकते हैं। कार्य वातावरण: आपके घर के अंदर और बाहर दोनों जगह काम करने की संभावना है, और यात्रा आपके जॉब प्रोफाइल का हिस्सा होने की संभावना है। आपको प्रति सप्ताह कम से कम 45 घंटे काम करने की संभावना है। इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
प्रशिक्षु → जूनियर डॉक्टर → सामान्य पशु चिकित्सक → अस्पताल / क्लिनिक मालिक
अथवा
प्रशिक्षु → जूनियर डॉक्टर → सामान्य पशु चिकित्सक → वरिष्ठ पशु चिकित्सक → विभागाध्यक्ष → मुख्य चिकित्सा अधिकारी → अस्पताल के डीन
डॉ. सक्कूबाई रामचंद्रन भारत की पहली महिला पशु चिकित्सक थीं। उन्होंने चेन्नई के वेपेरी में मद्रास पशु चिकित्सा कॉलेज से पशु चिकित्सा विज्ञान में स्नातक किया। बाद में उन्होंने कई प्रतिष्ठित पद ग्रहण किए, और वर्ष 1971 में आई.वी.आर.आई., बैंगलोर से वैज्ञानिक के रूप में सेवानिवृत्त हुईं।*
स्रोत: http://www.veterinaryworld.org/2008/December/Role%20of%20Women%20in%20Veterinary%20Profession.pdf *उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
पशु चिकित्सक
NCS Code: 2251.0200 | AAS022• आप जानवरों की देखभाल करने में रुचि रखते हों।
• पशु शरीर की कार्यपणाली को जानने में रुचि रखते हों।
• आपको लोगों की मदद करना पसंद हो।
• आप समस्याओं तथा परिस्थितियों का विश्लेषण करने में रुचि रखते हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. पशु चिकित्सा विज्ञान/पशु चिकित्सा में स्नातक करें ।
अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
अथवा
पशु चिकित्सा विज्ञान / पशुपालन / पशु चिकित्सा फार्मेसी में डिप्लोमा का भी विकल्प चुन सकते हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम पशु चिकित्सा विज्ञान या चिकित्सा विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. मद्रास पशु चिकित्सा महाविद्यालय (एम.वी.सी.), चेन्नई, तमिलनाडु
2. बंबई पशु चिकित्सा महाविद्यालय (बी.वी.सी.), मुंबई, महाराष्ट्र
3. क्रांतिसिंह नाना पाटिल पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय, सतारा, महाराष्ट्र
4. उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान संस्थान , मथुरा, उत्तर प्रदेश
5. नागपुर पशु चिकित्सा महाविद्यालय (एन.वी.सी.), नागपुर, महाराष्ट्र
6. तमिलनाडु पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
7. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आई.वी.आर.आई.), बरेली, उत्तर प्रदेश
8. पश्चिम बंगाल पशु और मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. या भारतीय पशु चिकित्सा परिषद् से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
1. अपोलो पशु चिकित्सा चिकित्सा महाविद्यालय (ए.सी.वी.एम.), जयपुर, राजस्थान
2. अरावली पशु चिकित्सा महाविद्यालय (एवीसी), सीकर, राजस्थान
3. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय: पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन संकाय (बी.ए.यू.एफ.वी.एस.ए.एच.), रांची, झारखंड
4. पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन महाविद्यालय (सी.वी.एस.ए.एच.), जूनागढ़, गुजरात
5. पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन महाविद्यालय (सी.वी.एस.ए.एच.), आइजोल, मिजोरम
6. गोविंद बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जी.बी.पी.यू.ए.टी.), पंतनगर, उत्तराखंड
7. गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना, पंजाब
8. क्रांतिसिंह नाना पाटिल पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय (के.एन.पी.सी.वी.सी.), सतारा, महाराष्ट्र
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 - 50,000* के बीच है।
मास्टर ऑफ वेटरनरी साइंस: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 80,000* के बीच है।
पीएच.डी. इन वेटरनरी साइंस): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000 - 1,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: आप पशु अस्पतालों और क्लीनिकों, चिड़ियाघरों और एक्वैरियम, फ़ूड प्रॉसेसिंग प्लांट्स, फार्मों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं, पशु आश्रयों और राष्ट्रीय उद्यानों में काम कर सकते हैं।
उद्यमिता: आप अपना निजी क्लिनिक शुरू कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: आपके घर के अंदर और बाहर दोनों जगह काम करने की संभावना है, और यात्रा आपके जॉब प्रोफाइल का हिस्सा होने की संभावना है। आपको प्रति सप्ताह कम से कम 45 घंटे काम करने की संभावना है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
प्रशिक्षु → जूनियर डॉक्टर → सामान्य पशु चिकित्सक → अस्पताल / क्लिनिक मालिक
अथवा
प्रशिक्षु → जूनियर डॉक्टर → सामान्य पशु चिकित्सक → वरिष्ठ पशु चिकित्सक → विभागाध्यक्ष → मुख्य चिकित्सा अधिकारी → अस्पताल के डीन
पशु चिकित्सक की आय रुपए 41,000 - 60,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Veterinarian/Salary
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. सक्कूबाई रामचंद्रन भारत की पहली महिला पशु चिकित्सक थीं। उन्होंने चेन्नई के वेपेरी में मद्रास पशु चिकित्सा कॉलेज से पशु चिकित्सा विज्ञान में स्नातक किया। बाद में उन्होंने कई प्रतिष्ठित पद ग्रहण किए, और वर्ष 1971 में आई.वी.आर.आई., बैंगलोर से वैज्ञानिक के रूप में सेवानिवृत्त हुईं।*
स्रोत: http://www.veterinaryworld.org/2008/December/Role%20of%20Women%20in%20Veterinary%20Profession.pdf
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।