नैनो टेक्नोलॉजी/नैनोसाइंस इंजीनियरिंग में बहुत छोटे पैमाने पर सामग्रियों का अध्ययन, विकास और सुधार किया जाता है, ताकि उन्हें उपयोगी और प्रभावी सामग्रियों, संरचनाओं, उपकरणों में बदला जा सके।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपमें परिपक्व अनुसंधान कौशल हो ।
• आप तकनीकी रूप से दक्ष हों।
• आपकी रचनात्मकता और नवाचारों में रुचि हो।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. नैनो टेक्नोलॉजी/ नैनोसाइंस में बी.एस.सी./बी.टेक. करें। अथवा
नैनोटेक्नोलॉजी/नैनोसाइंस में डिप्लोमा करें। अथवा
माइक्रोबायोलॉजी/लाइफ साइंसेस/वनस्पति/जूलॉजी/फूड साइंस/फूड टेक्नोलॉजी/ बी.ई./बी.फार्मा/ एम.बी.बी.एस./ बी.डी.एस./बी.एच.एम.एस./बी.यू.एम.एस./बी.ए.एम.एस. या किसी अन्य अनुशासन में कोई स्नातक/बी.टेक/बी.एस.सी. करें। अथवा
स्नातक डिग्री करें और उसी क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय, इलाहबाद, उत्तर प्रदेश
2. चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़
3. सी.एम.जे. विश्वविद्यालय, जोरबत, मेघालय
4. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची, झारखंड
5. इंस्टीट्यूट ऑफ गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेस इंडिया, नई दिल्ली
6. टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
7. यशवंतराव चव्हाण विज्ञान संस्थान, सतारा, महाराष्ट्र
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. एस.आर.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
2. स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, देहरादून, उत्तराखंड
3. अमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, नोएडा, उत्तर प्रदेश
4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
5. भारत इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, चेन्नई, तमिलनाडु
6. डॉ. चंद्रमोहन झा विश्वविद्यालय (सी.एम.जे.) विश्वविद्यालय, शिलॉन्ग, मेघालय
7. भगवंत विश्वविद्यालय, अजमेर, राजस्थान
8. टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
9. इंडिया एजुकेशन सेंटर (आई.ई.सी.) विश्वविद्यालय, बद्दी कैंपस, हिमाचल प्रदेश
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,00,000 - 13,00,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की केंद्रीय क्षेत्र योजना: यह छात्रवृत्ति आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी छात्रों को प्रदान की जाती है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: स्वास्थ्य, फार्मास्युटिकल, कृषि, पर्यावरण, खाद्य और पेय जैसे उद्योग, सरकारी और निजी अनुसंधान संस्थान ।
कार्य वातावरण: कंपनियां आमतौर पर हफ्ते में 5 से 6 दिन और रोजाना 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। यहां शिफ्ट प्रणाली भी उपलब्ध है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
प्रतिमा आर सोलंकी, विशेष सेंटर फॉर नैनोसाइंस (एस.सी.एन.एस.), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जे.एन.यू.), नई दिल्ली में सहायक प्रोफेसर के रूप में काम करती हैं और वर्तमान में एस.सी.एन.एस. में नैनो बायोग्रुप का नेतृत्व कर रही हैं। उनका समूह वर्तमान में ओरल कैंसर का पता लगाने, विटामिन और माइक्रोफ्लुइडिक-आधारित मायकोटॉक्सिन का पता लगाने के लिए नैनोबायोचिप के विकास' पर काम कर रहा है। मुख्य अनुसंधान क्षेत्र है नैनो तकनीक के तरीकों, उपकरणों और सामग्रियों का विभिन्न बायोसेंसर प्लेटफार्मों के साथ एकीकरण करना ताकि उन्हें पर्यावरण और नैदानिक विश्लेषण में लागू किया जा सके।*
नैनो टेक्नोलॉजी/नैनोसाइंस इंजीनियर
NCS Code: NA | E033• आपमें परिपक्व अनुसंधान कौशल हो ।
• आप तकनीकी रूप से दक्ष हों।
• आपकी रचनात्मकता और नवाचारों में रुचि हो।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. नैनो टेक्नोलॉजी/ नैनोसाइंस में बी.एस.सी./बी.टेक. करें।
अथवा
नैनोटेक्नोलॉजी/नैनोसाइंस में डिप्लोमा करें।
अथवा
माइक्रोबायोलॉजी/लाइफ साइंसेस/वनस्पति/जूलॉजी/फूड साइंस/फूड टेक्नोलॉजी/ बी.ई./बी.फार्मा/ एम.बी.बी.एस./ बी.डी.एस./बी.एच.एम.एस./बी.यू.एम.एस./बी.ए.एम.एस. या किसी अन्य अनुशासन में कोई स्नातक/बी.टेक/बी.एस.सी. करें।
अथवा
स्नातक डिग्री करें और उसी क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय, इलाहबाद, उत्तर प्रदेश
2. चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़
3. सी.एम.जे. विश्वविद्यालय, जोरबत, मेघालय
4. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची, झारखंड
5. इंस्टीट्यूट ऑफ गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेस इंडिया, नई दिल्ली
6. टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
7. यशवंतराव चव्हाण विज्ञान संस्थान, सतारा, महाराष्ट्र
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. एस.आर.एम. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
2. स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, देहरादून, उत्तराखंड
3. अमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, नोएडा, उत्तर प्रदेश
4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
5. भारत इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च, चेन्नई, तमिलनाडु
6. डॉ. चंद्रमोहन झा विश्वविद्यालय (सी.एम.जे.) विश्वविद्यालय, शिलॉन्ग, मेघालय
7. भगवंत विश्वविद्यालय, अजमेर, राजस्थान
8. टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
9. इंडिया एजुकेशन सेंटर (आई.ई.सी.) विश्वविद्यालय, बद्दी कैंपस, हिमाचल प्रदेश
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,00,000 - 13,00,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की केंद्रीय क्षेत्र योजना: यह छात्रवृत्ति आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी छात्रों को प्रदान की जाती है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: स्वास्थ्य, फार्मास्युटिकल, कृषि, पर्यावरण, खाद्य और पेय जैसे उद्योग, सरकारी और निजी अनुसंधान संस्थान ।
कार्य वातावरण: कंपनियां आमतौर पर हफ्ते में 5 से 6 दिन और रोजाना 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। यहां शिफ्ट प्रणाली भी उपलब्ध है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
जूनियर रिसर्चर/इंजीनियर → एप्लीकेशन इंजीनियर → रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंजीनियर्स → शोध निदेशक
नैनो टेक्नोलॉजी/नैनोसाइंस इंजीनियर की आय रुपए 20,000 - 1,00,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.ambitionbox.com/sa/aries/nano-technologies-salaries/applications-engineer
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
प्रतिमा आर सोलंकी, विशेष सेंटर फॉर नैनोसाइंस (एस.सी.एन.एस.), जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जे.एन.यू.), नई दिल्ली में सहायक प्रोफेसर के रूप में काम करती हैं और वर्तमान में एस.सी.एन.एस. में नैनो बायोग्रुप का नेतृत्व कर रही हैं। उनका समूह वर्तमान में ओरल कैंसर का पता लगाने, विटामिन और माइक्रोफ्लुइडिक-आधारित मायकोटॉक्सिन का पता लगाने के लिए नैनोबायोचिप के विकास' पर काम कर रहा है। मुख्य अनुसंधान क्षेत्र है नैनो तकनीक के तरीकों, उपकरणों और सामग्रियों का विभिन्न बायोसेंसर प्लेटफार्मों के साथ एकीकरण करना ताकि उन्हें पर्यावरण और नैदानिक विश्लेषण में लागू किया जा सके।*
स्रोत: https://www.jnu.ac.in/content/partima
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।