निर्माण, चित्रकार और सज्जाकार धातु और लकड़ी की सतहों को सजाते हें। उन्हें पेंटिंग की विभिन्न विधियों और तकनीकों से अवगत कराया जाता है और पेंटिंग से पहले सतहों को तैयार करना भी सिखाया जाता है। उन्हें निर्दिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार एक समान मोटाई की पेंट फिल्म बनाने के लिए पेंट लगाने का काम भी सौंपा जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप संचार कौशल में निपुण हो।
• आपको वस्तुओं को संयोजित करना पसंद हो।
• आपके पास अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल हो।
• आप अपने काम में व्यवस्थित हो।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 उत्तीर्ण करने के बाद निर्माण, चित्रकार और सज्जाकार के नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 पाठ्यक्रम में नामांकन कर सकते हैं। न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी आवश्यक है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
संस्थान
1. सरकारी मॉडल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भोपाल, मध्य प्रदेश
2. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर
3. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
4. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भिवानी, हरियाणा
5. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, नई दिल्ली
6. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, नासिक, महाराष्ट्र
7. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, रायबरेली, उत्तर प्रदेश
8. सरकारी कूच बिहार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, कूच बिहार, पश्चिम बंगाल
9. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, कुल्लू, हिमाचल प्रदेश
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 – 50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल : आवासीय परिसर, हाउसिंग सोसायटी, स्कूल, कॉलेज भवन, निर्माण एजेंसियां।
कार्य वातावरण: आपको कम से कम 8 से 9 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक निर्माण चित्रकार/सज्जाकार → प्रमुख निर्माण चित्रकार
अपेक्षाकृत वेतन
निर्माण, चित्रकार और सज्जाकार की आय रुपए 21,500 - 23,500* प्रतिमाह हो सकती है।
इवेली नामक एक छोटे से गांव में जन्मे धनुष को कठिन समय का सामना करना पड़ा और उन्हें 8वीं कक्षा में ही स्कूल छोड़ना पड़ा। परिस्थितियों के कारण, वह और उनके भाई अपने सपनों को साकार करने के लिए चेन्नई चले गए। यहां धनुष को पेंटिंग के पेशे से परिचित कराया गया। उन्होंने एक साइट से शुरुआत की और अब कई साइट संभाल रहे हैं, धनुष ने पेंट कॉन्ट्रैक्टर बनने की कला में महारत हासिल की है और इस क्षेत्र में सफलता पाई है।*
निर्माण, चित्रकार और सज्जाकार
NCS Code: NA | TST021• आप संचार कौशल में निपुण हो।
• आपको वस्तुओं को संयोजित करना पसंद हो।
• आपके पास अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल हो।
• आप अपने काम में व्यवस्थित हो।
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 उत्तीर्ण करने के बाद निर्माण, चित्रकार और सज्जाकार के नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 पाठ्यक्रम में नामांकन कर सकते हैं। न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी आवश्यक है।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
संस्थान
1. सरकारी मॉडल औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भोपाल, मध्य प्रदेश
2. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर
3. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
4. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, भिवानी, हरियाणा
5. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, नई दिल्ली
6. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, नासिक, महाराष्ट्र
7. सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, रायबरेली, उत्तर प्रदेश
8. सरकारी कूच बिहार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, कूच बिहार, पश्चिम बंगाल
9. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, कुल्लू, हिमाचल प्रदेश
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 – 50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल : आवासीय परिसर, हाउसिंग सोसायटी, स्कूल, कॉलेज भवन, निर्माण एजेंसियां।
कार्य वातावरण: आपको कम से कम 8 से 9 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहायक निर्माण चित्रकार/सज्जाकार → प्रमुख निर्माण चित्रकार
निर्माण, चित्रकार और सज्जाकार की आय रुपए 21,500 - 23,500* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत - https://www.payscale.com/research/IN/Job=Painter%2C_Construction_and_Maintenance/Salary
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
इवेली नामक एक छोटे से गांव में जन्मे धनुष को कठिन समय का सामना करना पड़ा और उन्हें 8वीं कक्षा में ही स्कूल छोड़ना पड़ा। परिस्थितियों के कारण, वह और उनके भाई अपने सपनों को साकार करने के लिए चेन्नई चले गए। यहां धनुष को पेंटिंग के पेशे से परिचित कराया गया। उन्होंने एक साइट से शुरुआत की और अब कई साइट संभाल रहे हैं, धनुष ने पेंट कॉन्ट्रैक्टर बनने की कला में महारत हासिल की है और इस क्षेत्र में सफलता पाई है।*
स्रोत - https://www.asianpaints.com/blogs/kaamyaabi-ke-rang.html
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।