दिव्यांग व्यक्तियों (गैर-नैदानिक) के लिए देखभालकर्ता दिव्यांग लोगों जैसे बच्चों (2 से 10 वर्ष की आयु के बीच), किशोरों (10 से 18 वर्ष तक) और वयस्कों को उनके दैनिक कार्यों के सुचारू संचालन में सहायता प्रदान करता है। यदि देखभालकर्ता अपनी देखरेख में बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करने में सक्षम है तो यह उनके व्यवसाय में एक अतिरिक्त लाभ बन जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपका स्वभाव दयालु और देखभाल करने वाला हों।
• आप संचार कौशल में निपुण हों।
• आप लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हों।
• आप अपने काम में सतर्क और नियमबद्ध हों।
प्रवेश मार्ग
सर्टिफिकेट: विकलांगता देखभाल में, विशेष आवश्यकता देखभाल में ।
पात्रता: न्यूनतम 10वीं या 12वीं कक्षा, अवधि: 3 से 6 महीने डिप्लोमा
पात्रता: न्यूनतम 10वीं या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण। अवधि: 1 वर्ष
उदाहरण: विकलांग व्यक्तियों के लिए देखभाल में डिप्लोमा, विकलांगता देखभाल के लिए विशेष शिक्षा में डिप्लोमा। स्नातक
पात्रता: विज्ञान या किसी अन्य प्रासंगिक क्षेत्र में पृष्ठभूमि के साथ 10+2 (वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा)। अवधि: 3 वर्ष
उदाहरण: विकलांगता अध्ययन में स्नातक, पुनर्वास विज्ञान में स्नातक। स्नातकोत्तर
पात्रता: नर्सिंग, स्वास्थ्य सेवा या सामाजिक कार्य जैसे प्रासंगिक क्षेत्र में स्नातक
अवधि: 2 वर्ष
उदाहरण: विकलांगता अध्ययन, विशेष शिक्षा में स्नातकोत्तर। डॉक्टरेट
पात्रता: संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर। अवधि: 3 से 5 वर्ष
उदाहरण: विकलांगता अध्ययन में पीएचडी, पुनर्वास विज्ञान में पीएचडी अल्पकालिक पाठ्यक्रम: विकलांगता देखभाल में, विकलांगता सहायता में ऑनलाइन प्रशिक्षण।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
संस्थान
1. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, मुंबई,महाराष्ट्र
3. भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु,कर्नाटक
4. राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
5. केंद्रीय खारा जलकृषि संस्थान, चेन्नई,तमिलनाडु
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान त्रिची, तिरुचिरापल्ली,तमिलनाडु
फीस
डिप्लोमा: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 से 50,000* के बीच है।
स्नातक (3-4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 40,000 से 2,00,000* प्रति वर्ष के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 से 2,50,000* प्रति वर्ष के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: डे केयर सेंटर, दिव्यांग सहायता सेवा केन्द्र, वृद्धाश्रम, रोजगार कार्यालय आदि।
उद्यमिता: अनुभव प्राप्त करने के बाद आप फ्रीलांस सेवाएँ दे सकते हैं या अपना स्वयं का देखभाल केंद्र शुरू कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: आपसे प्रतिदिन 10/12 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करने की अपेक्षा की जाती है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक देखभालकर्ता → देखभालकर्ता → पर्यवेक्षक
अपेक्षाकृत वेतन
देखभालकर्ता-दिव्यांग व्यक्ति (गैर-नैदानिक) का की आय लगभग रूपए 14,000 - 35,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
यह वेबसाईट (www.paraplegicfoundation.in) वर्ष 1961 से दिव्यांग व्यक्तियों की देखभाल के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। उनकी टीम में विशेष रूप से प्रशिक्षित पेशेवर शामिल हैं, जो दिव्यांगता से जूझ रहे कई लोगों को चिकित्सा और सहायता प्रदान कर रहे हैं। इस क्षेत्र में उन्होंने 100 से अधिक कुशल पेशेवरों को रोजगार भी प्रदान किया है।
देखभालकर्ता – दिव्यांग व्यक्ति (गैर –नैदानिक)
NCS Code: NA | HW009• आपका स्वभाव दयालु और देखभाल करने वाला हों।
• आप संचार कौशल में निपुण हों।
• आप लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हों।
• आप अपने काम में सतर्क और नियमबद्ध हों।
सर्टिफिकेट: विकलांगता देखभाल में, विशेष आवश्यकता देखभाल में ।
पात्रता: न्यूनतम 10वीं या 12वीं कक्षा, अवधि: 3 से 6 महीने
डिप्लोमा
पात्रता: न्यूनतम 10वीं या 12वीं कक्षा उत्तीर्ण। अवधि: 1 वर्ष
उदाहरण: विकलांग व्यक्तियों के लिए देखभाल में डिप्लोमा, विकलांगता देखभाल के लिए विशेष शिक्षा में डिप्लोमा।
स्नातक
पात्रता: विज्ञान या किसी अन्य प्रासंगिक क्षेत्र में पृष्ठभूमि के साथ 10+2 (वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षा)। अवधि: 3 वर्ष
उदाहरण: विकलांगता अध्ययन में स्नातक, पुनर्वास विज्ञान में स्नातक।
स्नातकोत्तर
पात्रता: नर्सिंग, स्वास्थ्य सेवा या सामाजिक कार्य जैसे प्रासंगिक क्षेत्र में स्नातक
अवधि: 2 वर्ष
उदाहरण: विकलांगता अध्ययन, विशेष शिक्षा में स्नातकोत्तर।
डॉक्टरेट
पात्रता: संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर। अवधि: 3 से 5 वर्ष
उदाहरण: विकलांगता अध्ययन में पीएचडी, पुनर्वास विज्ञान में पीएचडी
अल्पकालिक पाठ्यक्रम: विकलांगता देखभाल में, विकलांगता सहायता में ऑनलाइन प्रशिक्षण।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
संस्थान
1. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, मुंबई,महाराष्ट्र
3. भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु,कर्नाटक
4. राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
5. केंद्रीय खारा जलकृषि संस्थान, चेन्नई,तमिलनाडु
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान त्रिची, तिरुचिरापल्ली,तमिलनाडु
डिप्लोमा: पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 से 50,000* के बीच है।
स्नातक (3-4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 40,000 से 2,00,000* प्रति वर्ष के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 से 2,50,000* प्रति वर्ष के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: डे केयर सेंटर, दिव्यांग सहायता सेवा केन्द्र, वृद्धाश्रम, रोजगार कार्यालय आदि।
उद्यमिता: अनुभव प्राप्त करने के बाद आप फ्रीलांस सेवाएँ दे सकते हैं या अपना स्वयं का देखभाल केंद्र शुरू कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: आपसे प्रतिदिन 10/12 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करने की अपेक्षा की जाती है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहायक देखभालकर्ता → देखभालकर्ता → पर्यवेक्षक
देखभालकर्ता-दिव्यांग व्यक्ति (गैर-नैदानिक) का की आय लगभग रूपए 14,000 - 35,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत: https://www.salaryexpert.com/salary/job/caregiver/india
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
यह वेबसाईट (www.paraplegicfoundation.in) वर्ष 1961 से दिव्यांग व्यक्तियों की देखभाल के क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। उनकी टीम में विशेष रूप से प्रशिक्षित पेशेवर शामिल हैं, जो दिव्यांगता से जूझ रहे कई लोगों को चिकित्सा और सहायता प्रदान कर रहे हैं। इस क्षेत्र में उन्होंने 100 से अधिक कुशल पेशेवरों को रोजगार भी प्रदान किया है।
स्रोत: http://www.paraplegicfoundation.in
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।