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दिव्यांग व्यक्ति की देखभाल करना (नॉन क्लिनिकल)
NCS Code: लागु नहीं | V012
दिव्यांग व्यक्तियों के लिए देखभालकर्ता (नॉन क्लिनिकल)दिव्यांग लोगों जैसे बच्चों (2 से 10 वर्ष की आयु के बीच), किशोरों (10 से 18 वर्ष तक) और वयस्कों को उनके दैनिक जीवन को ठीक प्रकार से चलने में सहायता प्रदान करता है। यदि देखभालकर्ता दिव्यांग बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करने में सक्षम है तो यह उसके पेशे में एक अतिरिक्त लाभ बन जाता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप दयालु और देखभाल करने वाले स्वभाव के हों।
आपके पास अच्छा संचार कौशल हो।
आप लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हों ।
आप अपने काम में सावधान और संगठित हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता •दिव्यांग व्यक्ति की देखभाल (नॉन क्लिनिकल)कोर्स हेतु कक्षा 10 पास करने के बाद और आवश्यक न्यूनतम आयु 18 वर्ष पूरी होने के बाद नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स में नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
छात्रवृत्ति • NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें। • आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: डे केयर सेंटर,दिव्यांग सहायता सेवा एजेंसियां, वृद्धाश्रम, प्लेसमनेट एजेंसियां आदि।
उद्यमिता: अनुभव प्राप्त करने के बाद आप फ्रीलांस सेवाएं दे सकते हैं या स्वयं का देखभाल केंद्र शुरू कर सकते हैं।
काम का माहौल: आपसे प्रतिदिन 10-12 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करने की उम्मीद की जाती है।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक देखभालकर्ता → देखभालकर्ता → पर्यवेक्षक
अपेक्षाकृत वेतन
विकलांग व्यक्ति (नॉन क्लिनिकल) देखभाल करने वाले की लगभग आय 14,000 - 28,000 रूपये प्रति माह के बीच होती है।
पैराप्लेजिक फाउंडेशन 1961 से दिव्यांगता देखभाल के क्षेत्र में काम कर रहा है। उनके पास प्रशिक्षित डिसबिलिटी केयर प्रोफेशशनल हैं जोदिव्यांग लोगों का उपचार और सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने दिव्यांग ता देखभाल के क्षेत्र में 100+ प्रशिक्षित पेशेवरों को रोजगार भी दिया है।*
दिव्यांग व्यक्ति की देखभाल करना (नॉन क्लिनिकल)
NCS Code: लागु नहीं | V012न्यूनतम योग्यता
•दिव्यांग व्यक्ति की देखभाल (नॉन क्लिनिकल)कोर्स हेतु कक्षा 10 पास करने के बाद और आवश्यक न्यूनतम आयु 18 वर्ष पूरी होने के बाद नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स में नामांकन करवा सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ.
केंद्रों की सूची: https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
• अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए buddy4study.com या buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: डे केयर सेंटर,दिव्यांग सहायता सेवा एजेंसियां, वृद्धाश्रम, प्लेसमनेट एजेंसियां आदि।
उद्यमिता: अनुभव प्राप्त करने के बाद आप फ्रीलांस सेवाएं दे सकते हैं या स्वयं का देखभाल केंद्र शुरू कर सकते हैं।
काम का माहौल: आपसे प्रतिदिन 10-12 घंटे और सप्ताह में 6 दिन काम करने की उम्मीद की जाती है।
सहायक देखभालकर्ता → देखभालकर्ता → पर्यवेक्षक
विकलांग व्यक्ति (नॉन क्लिनिकल) देखभाल करने वाले की लगभग आय 14,000 - 28,000 रूपये प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://in.indeed.com/career/caregiver/salaries
*यह आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
पैराप्लेजिक फाउंडेशन 1961 से दिव्यांगता देखभाल के क्षेत्र में काम कर रहा है। उनके पास प्रशिक्षित डिसबिलिटी केयर प्रोफेशशनल हैं जोदिव्यांग लोगों का उपचार और सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने दिव्यांग ता देखभाल के क्षेत्र में 100+ प्रशिक्षित पेशेवरों को रोजगार भी दिया है।*
स्रोत: http://www.paraplegicfoundation.in/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
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