भारतीय तटरक्षक (आई.सी.जी.) रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत एक समुद्री सशस्त्र बल है। आई.सी.जी. समुद्री क्षेत्रों में भारत के समुद्री और अन्य राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए उत्तरदायी होते है। वे अपतटीय और अन्य संरचनाओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं। वे मछुआरों को सुरक्षा भी प्रदान करते हैं और तस्करी विरोधी अभियानों में सहायता करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप लोगों की मदद करते हों ।
आप बाहर काम करने में सहजहों ।
आपने टीमों में काम किया हों ।
आप नए उत्तरदायित्वों को लेने में सक्षम हों ।
आप स्पष्ट निर्देशों का अनुसरण करते हों ।
प्रवेश मार्ग
किसी भी वर्ग (विज्ञान या वाणिज्य को प्राथमिकता) में कक्षा 10 या कक्षा 12 की पढ़ाई पूरी करें।
समुद्री संस्थानों या व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा प्रदान किए जाने वाले समुद्री सुरक्षा, अग्निशमन या जीवन रक्षक कार्यों में अल्पकालिक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम पूर्ण करें।
नॉटिकल साइंस, मरीन इंजीनियरिंग या मरीन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करें। विभिन्न समुद्री प्रशिक्षण अकादमियों द्वारा यह डिप्लोमा प्रदान किया जाता है और समुद्री संचालन, नेविगेशन और जहाज संचालन में आधार प्रदान करता है।
नॉटिकल साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (बी.एससी. नॉटिकल साइंस) या मरीन इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बी.ई.) करें।
मरीन इंजीनियरिंग, समुद्री सुरक्षा या रक्षा अध्ययन में मास्टर डिग्री करें।
तटरक्षक अधिकारी बनने के लिए, उम्मीदवारों को भारतीय तटरक्षक परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, शारीरिक फिटनेस, मूल्यांकन और साक्षात्कार शामिल हैं, जिसमें नेविगेशन, जहाज संचालन और सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसे विषय शामिल हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है। सरकारी संस्थान
भारतीय तटरक्षक अकादमी, एझिमाला, केरल
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए), पुणे, महाराष्ट्र
सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए), हैदराबाद, तेलंगाना
भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए), एझिमाला, केरल
समुद्री इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (एमईआरआई), कोलकाता, पश्चिम बंगाल
निजी संस्थान
समुंद्रा समुद्री अध्ययन संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री अकादमी, चेन्नई, तमिलनाडु
टीएमआई अकादमी ऑफ मरीन स्टडीज़, मुंबई, महाराष्ट्र
तोलानी समुद्री संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000-30,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 60,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 40,000-1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000-2,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: उन्हें भारतीय तट रक्षक, भारत सरकार द्वारा काम पर रखा जाएगा।
कार्य वातावरण: आपको समुद्र में काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए। आपको शिफ्ट में काम करने के लिए तैयार रहना होगा। आपसे यात्रा करने और चुनौतीपूर्ण स्थितियों से निपटने की उम्मीद की जाएगी। ज्यादातर काम बाहर का होता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
असिस्टेंट कमांडेंट → डिप्टी कमांडेंट → कमांडेंट → कमांडेंट → डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल → इंस्पेक्टर जनरल → एडिशनल डायरेक्टर जनरल → डायरेक्टर जनरल
अथवा
यान्त्रिक → उत्तम यंत्रिक → प्रधान यंत्रिक → सहायक अभियंता → उत्तम सहायक अभियंता → प्रधान सहायक अभियंता
अथवा
नाविक → उत्तम नाविक → प्रधान नाविक → अधिकारी → उत्तम अधिकारी → प्रधान अधिकारी
नूपुर कुलश्रेष्ठ, भारतीय तट रक्षक के डीआईजी के रूप में पदोन्नत होने वाली पहली महिला थीं। वह 23 से अधिक वर्षों से सेवा में हैं। कुलश्रेष्ठ को लगता है कि उनका उदाहरण अन्य भारतीय महिलाओं के लिए उनके पदचिन्हों पर चलने का मार्ग प्रशस्त करेगा*
तटरक्षक
NCS Code: NA | GS004आप लोगों की मदद करते हों ।
आप बाहर काम करने में सहजहों ।
आपने टीमों में काम किया हों ।
आप नए उत्तरदायित्वों को लेने में सक्षम हों ।
आप स्पष्ट निर्देशों का अनुसरण करते हों ।
किसी भी वर्ग (विज्ञान या वाणिज्य को प्राथमिकता) में कक्षा 10 या कक्षा 12 की पढ़ाई पूरी करें।
समुद्री संस्थानों या व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों द्वारा प्रदान किए जाने वाले समुद्री सुरक्षा, अग्निशमन या जीवन रक्षक कार्यों में अल्पकालिक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम पूर्ण करें।
नॉटिकल साइंस, मरीन इंजीनियरिंग या मरीन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करें। विभिन्न समुद्री प्रशिक्षण अकादमियों द्वारा यह डिप्लोमा प्रदान किया जाता है और समुद्री संचालन, नेविगेशन और जहाज संचालन में आधार प्रदान करता है।
नॉटिकल साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (बी.एससी. नॉटिकल साइंस) या मरीन इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बी.ई.) करें।
मरीन इंजीनियरिंग, समुद्री सुरक्षा या रक्षा अध्ययन में मास्टर डिग्री करें।
तटरक्षक अधिकारी बनने के लिए, उम्मीदवारों को भारतीय तटरक्षक परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, शारीरिक फिटनेस, मूल्यांकन और साक्षात्कार शामिल हैं, जिसमें नेविगेशन, जहाज संचालन और सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसे विषय शामिल हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
भारतीय तटरक्षक अकादमी, एझिमाला, केरल
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए), पुणे, महाराष्ट्र
सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए), हैदराबाद, तेलंगाना
भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए), एझिमाला, केरल
समुद्री इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान (एमईआरआई), कोलकाता, पश्चिम बंगाल
निजी संस्थान
समुंद्रा समुद्री अध्ययन संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री अकादमी, चेन्नई, तमिलनाडु
टीएमआई अकादमी ऑफ मरीन स्टडीज़, मुंबई, महाराष्ट्र
तोलानी समुद्री संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000-30,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 60,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 40,000-1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000-2,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: उन्हें भारतीय तट रक्षक, भारत सरकार द्वारा काम पर रखा जाएगा।
कार्य वातावरण: आपको समुद्र में काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए। आपको शिफ्ट में काम करने के लिए तैयार रहना होगा। आपसे यात्रा करने और चुनौतीपूर्ण स्थितियों से निपटने की उम्मीद की जाएगी। ज्यादातर काम बाहर का होता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
असिस्टेंट कमांडेंट → डिप्टी कमांडेंट → कमांडेंट → कमांडेंट → डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल → इंस्पेक्टर जनरल → एडिशनल डायरेक्टर जनरल → डायरेक्टर जनरल
अथवा
यान्त्रिक → उत्तम यंत्रिक → प्रधान यंत्रिक → सहायक अभियंता → उत्तम सहायक अभियंता → प्रधान सहायक अभियंता
अथवा
नाविक → उत्तम नाविक → प्रधान नाविक → अधिकारी → उत्तम अधिकारी → प्रधान अधिकारी
तट रक्षक की आय रुपए 56,100-2,25,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: https://joinindiancoastguard.cdac.in/pay_perks_officers#:~:text=Starting%20Basic%20Pay,issued%20from%20time%20to%20time.
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
नूपुर कुलश्रेष्ठ, भारतीय तट रक्षक के डीआईजी के रूप में पदोन्नत होने वाली पहली महिला थीं। वह 23 से अधिक वर्षों से सेवा में हैं। कुलश्रेष्ठ को लगता है कि उनका उदाहरण अन्य भारतीय महिलाओं के लिए उनके पदचिन्हों पर चलने का मार्ग प्रशस्त करेगा*
स्रोत: https://www.shethepeople.tv/top-stories/inspiration/nupur-kulshrestha-dig-of-indian-coast-guard/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।