जल संसाधन अभियंता (वाटर रिसोर्स इंजीनियर) जल प्रणालियों को विकसित करने के लिए योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित करते हैं, जिनके माध्यम से हमें स्वच्छ, सुरक्षित पानी मिलता है । जल संसाधन इंजीनियर पूरे शहर में कई निर्माण परियोजनाओं में प्रभावी ढंग से जल वितरण का प्रयास करते हैं। वे समग्र रूप से अधिक पानी और ऊर्जा के संरक्षण के लिए नए डिजाइन और रणनीतियां तैयार करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपको वस्तुओं की कार्य प्रणाली को जानने में रुचि हो।
• आप को विज्ञान और गणित जैसे विषय पसंद हों।
• आप समस्याओं व परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
• आप दबाव में भी काम करने में सक्षम हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. जल संसाधन इंजीनियरिंग में बी.टेक/बी.ई./बी.एससी. करें। अथवा
जल संसाधन इंजीनियरिंग में बी.टेक/बी.ई./बी.एससी. करें और उसके बाद उसी विषय में स्नातकोत्तर (एम.टेक./एम.ई/ एम.एससी.)) करें। अथवा
सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक/बी.ई./बी.एस.सी. करें और उसके बाद जल संसाधन इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर (एम.टेक/एम.ई./ एम.एससी.) करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, काकीनाडा, आंध्र प्रदेश
2. कृष्णा विश्वविद्यालय, रुद्रावरम, आंध्र प्रदेश
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, चेन्नई, तमिलनाडु
4. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, मुंबई, महाराष्ट्र
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
6. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
7. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
8. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. बीर टिकेंद्रजीत विश्वविद्यालय, इंफाल, मणिपुर
2. ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड रिसर्च, नरनपुरा, गुजरात
3. क्रेआ विश्वविद्यालय, श्री सिटी, आंध्र प्रदेश
4. कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन विश्वविद्यालय, वेड्डूरवरम, आंध्र प्रदेश
5. हिंदुस्तान प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, चेन्नई, तमिलनाडु
6. अंगड़ी प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान, सावगोन, कर्नाटक
7. भीमन्ना खंड्रे प्रौद्योगिकी संस्थान, भालकी, कर्नाटक
8. रॉयल स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गुवाहाटी, असम
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 40,000 - 10,00,000* के बीच हैं।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है ।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है ।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं ।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: आप निर्माण इकाइयों, केंद्रीय भूजल बोर्ड, राजस्थान लोक सेवा आयोग और जल संसाधन मंत्रालय जैसे सरकारी निकायों, या हाइड्रोलिक्स और जल प्रबंधन से संबंधित निजी संगठनों में भी काम कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: कंपनियां आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह अलग-अलग कंपनी में भिन्न हो सकता है। यहां शिफ्ट सिस्टम भी उपलब्ध हो सकता है। यह एक फील्ड जॉब है और इसके लिए आपको कभी-कभी अतिरिक्त काम करना पड़ सकता है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
एवलिन कॉर्टेज़-डेविस, लॉस एंजिल्स डिपार्टमेंट ऑफ़ वॉटर एंड पॉवर में निदेशक - जल इंजीनियरिंग और तकनीकी सेवाओं, के पद पर नियुक्त होने वाली पहली लैटिन और दूसरी महिला हैं। उन्होंने वर्ष 1992 में यू.सी.एल.ए. सैमुएली से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की है, और अब 25 वर्षों से अधिक के लिए, सिविल इंजीनियर के पद पर कार्यरत होते हुए जल उद्योग से अनुभव प्राप्त किया है। वह अब लॉस एंजिल्स में हैं। *
जल संसाधन अभियंता
NCS Code: NA | E048• आपको वस्तुओं की कार्य प्रणाली को जानने में रुचि हो।
• आप को विज्ञान और गणित जैसे विषय पसंद हों।
• आप समस्याओं व परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
• आप दबाव में भी काम करने में सक्षम हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. जल संसाधन इंजीनियरिंग में बी.टेक/बी.ई./बी.एससी. करें।
अथवा
जल संसाधन इंजीनियरिंग में बी.टेक/बी.ई./बी.एससी. करें और उसके बाद उसी विषय में स्नातकोत्तर (एम.टेक./एम.ई/ एम.एससी.)) करें।
अथवा
सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक/बी.ई./बी.एस.सी. करें और उसके बाद जल संसाधन इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर (एम.टेक/एम.ई./ एम.एससी.) करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, काकीनाडा, आंध्र प्रदेश
2. कृष्णा विश्वविद्यालय, रुद्रावरम, आंध्र प्रदेश
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, चेन्नई, तमिलनाडु
4. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, मुंबई, महाराष्ट्र
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
6. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
7. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
8. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, त्रिची, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. बीर टिकेंद्रजीत विश्वविद्यालय, इंफाल, मणिपुर
2. ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड रिसर्च, नरनपुरा, गुजरात
3. क्रेआ विश्वविद्यालय, श्री सिटी, आंध्र प्रदेश
4. कोनेरू लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन विश्वविद्यालय, वेड्डूरवरम, आंध्र प्रदेश
5. हिंदुस्तान प्रौद्योगिकी और विज्ञान संस्थान, चेन्नई, तमिलनाडु
6. अंगड़ी प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान, सावगोन, कर्नाटक
7. भीमन्ना खंड्रे प्रौद्योगिकी संस्थान, भालकी, कर्नाटक
8. रॉयल स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, गुवाहाटी, असम
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 40,000 - 10,00,000* के बीच हैं।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है ।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है ।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं ।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: आप निर्माण इकाइयों, केंद्रीय भूजल बोर्ड, राजस्थान लोक सेवा आयोग और जल संसाधन मंत्रालय जैसे सरकारी निकायों, या हाइड्रोलिक्स और जल प्रबंधन से संबंधित निजी संगठनों में भी काम कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: कंपनियां आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह अलग-अलग कंपनी में भिन्न हो सकता है। यहां शिफ्ट सिस्टम भी उपलब्ध हो सकता है। यह एक फील्ड जॉब है और इसके लिए आपको कभी-कभी अतिरिक्त काम करना पड़ सकता है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहयोगी इंजीनियर → जल संसाधन इंजीनियर → कार्यकारी इंजीनियर → वरिष्ठ इंजीनियर
जल संसाधन अभियंता की आय रुपए 39,000 - 73,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.glassdoor.co.in/Salaries/water-resources-engineer-salary-SRCH_KO024.htm
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
एवलिन कॉर्टेज़-डेविस, लॉस एंजिल्स डिपार्टमेंट ऑफ़ वॉटर एंड पॉवर में निदेशक - जल इंजीनियरिंग और तकनीकी सेवाओं, के पद पर नियुक्त होने वाली पहली लैटिन और दूसरी महिला हैं। उन्होंने वर्ष 1992 में यू.सी.एल.ए. सैमुएली से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की है, और अब 25 वर्षों से अधिक के लिए, सिविल इंजीनियर के पद पर कार्यरत होते हुए जल उद्योग से अनुभव प्राप्त किया है। वह अब लॉस एंजिल्स में हैं। *
स्रोत: https://www.ceed.ucla.edu/alumni-highlight-evelyn-cortez-davis/
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।