जल कृषि जलीय जीवों, विशेषकर मानव उपभोग के लिए की गई खेती को नियंत्रित प्रक्रिया है। एक जल कृषि कार्यकर्ता, विभिन्न जल कृषि गतिविधियों जैसे कि विभिन्न प्रकार की मत्स्य प्रजातियों की खेती के लिए फार्म तैयार करना, प्रजातियों, उपकरणों, पानी और अपशिष्ट निस्तारण प्रणालियों का रख-रखाव करने के लिए उत्तरदायी होता है। यह कार्यकर्ता मछली के पालन और उसके बाद उसके प्रसंस्करण करने का कार्य भी करता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप अपने स्वयं के कार्य की प्रक्रिया निर्धारित कर सकते हैं।
• विवरणों पर ध्यान देना आवश्यक होता है।
• आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
प्रवेश मार्ग
डिप्लोमा
जलीय कृषि में डिप्लोमा (1-2 वर्ष), जलीय कृषि में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम (6 महीने-1 वर्ष) स्नातक
बी.एससी. जलीय कृषि (3 वर्ष), बी.एफ.एससी.
(मत्स्य विज्ञान में स्नातक) (4 वर्ष) स्नातकोत्तर
एम.एससी. जलीय कृषि (2 वर्ष), एम.एफ.एससी.
(मत्स्य विज्ञान में परास्नातक) (2 वर्ष) डॉक्टरेट
पीएच.डी. जलीय कृषि (3-5 वर्ष) कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम मत्स्य पालन विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. सरकारी होल्कर विज्ञान महाविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश
2. राजमुंद्री का सरकारी महाविद्यालय, आंध्र प्रदेश
3.मत्स्य पालन महाविद्यालय और अनुसंधान संस्थान, तूथुकुड़ी, तमिलनाडु
4. मत्स्य पालन महाविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. सेक्रेड हार्ट कॉलेज, कोच्चि, केरल
2. सेंटूरियन प्रौद्योगिकी और प्रबंधन विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर, ओडिशा
3.करिम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर, झारखंड
4. दून पीजी कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 2,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
उच्च शिक्षा के लिए राष्ट्रीय फैलोशिप और छात्रवृत्ति (अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों के लिए)
• पात्रता: अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी जो उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिसमें जलीय कृषि से संबंधित पाठ्यक्रम शामिल हैं।
• वेबसाइट: जनजातीय कार्य मंत्रालय
• आवेदन करें: राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल के माध्यम से। आईसीएआर छात्रवृत्तियां
• पात्रता: कृषि विश्वविद्यालयों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) के तहत मत्स्य और जलीय कृषि कार्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्र।
• वेबसाइट: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद संस्थानिक छात्रवृत्तियां
• केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान (सी.आई.एफ.ई.) फैलोशिप्स
• पात्रता: जलीय कृषि और मत्स्य विज्ञान में स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट के छात्र।
• विवरण: मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति, जिसमें जूनियर रिसर्च फैलोशिप और सीनियर रिसर्च फैलोशिप शामिल हैं।
• वेबसाइट: केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय छात्रवृत्तियां
• पात्रता: मत्स्य और जलीय कृषि कार्यक्रमों का अध्ययन करने वाले छात्र।
• विवरण: मेरिट आधारित छात्रवृत्तियां और वित्तीय सहायता।
• वेबसाइट: डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: मछली फार्म।
उद्यमशीलता: आप अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: यह एक फील्ड जाॅब है। आपको अन्य कार्यकर्ताओं और सहायकों का पर्यवेक्षण करने की आवश्यकता हो सकती है। स्थानीय यात्रा जॉब प्रोफाइल का हिस्सा है। आप सप्ताह में लगभग 6 दिन, प्रतिदिन 9 घंटे काम करना पड़ सकता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
जल कृषि कार्यकर्ता → फिश फार्म सुपरवाइजर→फिश फार्म मैनेजर
अपेक्षाकृत वेतन
जल कृषि कार्यकर्ता की आय रुपए 8,000 - 47,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में रहने वाले सबीरुद्दीन गाजी ने वर्ष 2014 से एक जल कृषि कार्यकर्ता हैं। पहले वे प्रतिमाह रुपए 15,000 कमाते थे। इसके बाद उन्होंने भारत के कृषि कौशल परिषद् द्वारा क्षमता निर्माण प्रशिक्षण प्राप्त किया। उन्होंने कहा, "मेरे परिवार में पांच सदस्य हैं। मैंने किराए पर तालाब लिए और मछली पालन शुरू किया; अब मेरे पास 16 तालाब हैं। प्रशिक्षण के दौरान, मैंने मछली के चारे और उसके महत्व, मछली से जुड़ी बीमारियों के प्रकार और मछली पकड़ने के दौरान नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके लाभ प्राप्त करने के तरीकों के बारे में सीखा।*
जल कृषि कार्यकर्ता
NCS Code: NA | AAS004• आप अपने स्वयं के कार्य की प्रक्रिया निर्धारित कर सकते हैं।
• विवरणों पर ध्यान देना आवश्यक होता है।
• आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
डिप्लोमा
जलीय कृषि में डिप्लोमा (1-2 वर्ष), जलीय कृषि में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम (6 महीने-1 वर्ष)
स्नातक
बी.एससी. जलीय कृषि (3 वर्ष), बी.एफ.एससी.
(मत्स्य विज्ञान में स्नातक) (4 वर्ष)
स्नातकोत्तर
एम.एससी. जलीय कृषि (2 वर्ष), एम.एफ.एससी.
(मत्स्य विज्ञान में परास्नातक) (2 वर्ष)
डॉक्टरेट
पीएच.डी. जलीय कृषि (3-5 वर्ष)
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम मत्स्य पालन विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. सरकारी होल्कर विज्ञान महाविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश
2. राजमुंद्री का सरकारी महाविद्यालय, आंध्र प्रदेश
3.मत्स्य पालन महाविद्यालय और अनुसंधान संस्थान, तूथुकुड़ी, तमिलनाडु
4. मत्स्य पालन महाविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. सेक्रेड हार्ट कॉलेज, कोच्चि, केरल
2. सेंटूरियन प्रौद्योगिकी और प्रबंधन विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर, ओडिशा
3.करिम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर, झारखंड
4. दून पीजी कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 2,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
उच्च शिक्षा के लिए राष्ट्रीय फैलोशिप और छात्रवृत्ति (अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों के लिए)
• पात्रता: अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी जो उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जिसमें जलीय कृषि से संबंधित पाठ्यक्रम शामिल हैं।
• वेबसाइट: जनजातीय कार्य मंत्रालय
• आवेदन करें: राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल के माध्यम से।
आईसीएआर छात्रवृत्तियां
• पात्रता: कृषि विश्वविद्यालयों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई.सी.ए.आर.) के तहत मत्स्य और जलीय कृषि कार्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्र।
• वेबसाइट: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद
संस्थानिक छात्रवृत्तियां
• केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान (सी.आई.एफ.ई.) फैलोशिप्स
• पात्रता: जलीय कृषि और मत्स्य विज्ञान में स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट के छात्र।
• विवरण: मेरिट-कम-मीन्स छात्रवृत्ति, जिसमें जूनियर रिसर्च फैलोशिप और सीनियर रिसर्च फैलोशिप शामिल हैं।
• वेबसाइट: केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय छात्रवृत्तियां
• पात्रता: मत्स्य और जलीय कृषि कार्यक्रमों का अध्ययन करने वाले छात्र।
• विवरण: मेरिट आधारित छात्रवृत्तियां और वित्तीय सहायता।
• वेबसाइट: डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्यस्थल: मछली फार्म।
उद्यमशीलता: आप अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: यह एक फील्ड जाॅब है। आपको अन्य कार्यकर्ताओं और सहायकों का पर्यवेक्षण करने की आवश्यकता हो सकती है। स्थानीय यात्रा जॉब प्रोफाइल का हिस्सा है। आप सप्ताह में लगभग 6 दिन, प्रतिदिन 9 घंटे काम करना पड़ सकता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
जल कृषि कार्यकर्ता → फिश फार्म सुपरवाइजर→फिश फार्म मैनेजर
जल कृषि कार्यकर्ता की आय रुपए 8,000 - 47,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत: http://www.salaryexplorer.com/salary-survey.php?loc=100&loctype=1&job=29&jobtype=1
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में रहने वाले सबीरुद्दीन गाजी ने वर्ष 2014 से एक जल कृषि कार्यकर्ता हैं। पहले वे प्रतिमाह रुपए 15,000 कमाते थे। इसके बाद उन्होंने भारत के कृषि कौशल परिषद् द्वारा क्षमता निर्माण प्रशिक्षण प्राप्त किया। उन्होंने कहा, "मेरे परिवार में पांच सदस्य हैं। मैंने किराए पर तालाब लिए और मछली पालन शुरू किया; अब मेरे पास 16 तालाब हैं। प्रशिक्षण के दौरान, मैंने मछली के चारे और उसके महत्व, मछली से जुड़ी बीमारियों के प्रकार और मछली पकड़ने के दौरान नवीनतम तकनीकों का उपयोग करके लाभ प्राप्त करने के तरीकों के बारे में सीखा।*
स्रोत: https://ruralmarketing.in/stories/skilling-the-fishermen/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।