खगोलभौतिक विज्ञानी (Astrophysicist) या खगोलशास्त्री (astronomers) ऐसे वैज्ञानिक होते हैं जो अंतरिक्ष, तारों, ग्रहों और ब्रह्मांड का अध्ययन करने में माहिर होते हैं। उनकी जिम्मेदारियों में डाटा और आंकड़ों का विश्लेषण, आर्काइविंग, प्लॉटिंग, लॉगिंग, मूल्यांकन और अनुसंधान के परिणामों की रिपोर्ट करना शामिल है। उन्हें विभिन्न उपग्रहों और दूरबीनों से प्राप्त डाटा का समन्वय करना पड़ सकता है, और इस डाटा की तुलना करने और छवियों को संरेखित करने के लिए सैद्धांतिक मॉडल का उपयोग करना पड़ सकता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप विज्ञान का आनंद लेते हों।
आप भौतिकी से संबंधित कोई कोर्स करना चाहते हों।
आप किसी वैज्ञानिक समस्या को हल करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर लेते हों।
प्रवेश मार्ग
• साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स) में 10+2 पूरा करें।
•भौतिकी में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें।
या • स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोफिजिक्स में मास्टर डिग्री और पी.एच.डी. करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स भौतिकी/खगोल भौतिकी विभाग द्वारा कराया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर 2. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला 3. उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद 4. पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला 5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर 6. टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई 7. सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद 8. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जाँच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं।) 1. लोयोला कॉलेज, चेन्नई 2. मार इवानियोस कॉलेज, तिरुवनंतपुरम 3. सेंट जोसेफ कॉलेज, बैंगलोर 4. पी.एस.जी. कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयम्बटूर 5. के.जे. सोमैया कॉलेज ऑफ साइंस एंड कॉमर्स, मुंबई 6. डॉ. डी. वाई. पाटिल आर्ट्स कॉमर्स एंड साइंस कॉलेज, पुणे 7. सेंट थॉमस कॉलेज, त्रिशूर 8. सेंट टेरेसा कॉलेज, एर्नाकुलम
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
फीस
कोर्स की फीस लगभग 5,000 - 5,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति • कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। • योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। • कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: सार्वजनिक और निजी अनुसंधान और निरीक्षण केंद्र।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। आप एक टीम को नहीं संभालेंगे। स्थानीय यात्रा इस नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 - 6 दिन और हर दिन 8 - 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
जूनियर रिसर्चर → एस्ट्रोफिजिसिस्ट → विभागाध्यक्ष
अपेक्षाकृत वेतन
एक एस्ट्रोफिजिसिस्ट की लगभग आय 1,00,000 - 2,00,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम वर्तमान में भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान, बैंगलोर में निदेशक हैं। उन्होंने कालीकट यूनिवर्सिटी से बी.एस.सी. और एम.एस.सी. की है। उन्होंने आई.आई.ए., बैंगलोर में पी.एच.डी. पूरी की। वे तारा समूहों, तारों के निर्माण, गांगेय संरचना, आकाशगंगाओं में तारकीय आबादी और मेगेलैनिक बादलों* जैसे क्षेत्रों में अपने काम के लिए जानी जाती हैं।*
खगोल
NCS Code: 2111.0900 | SC006• साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स) में 10+2 पूरा करें।
•भौतिकी में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें।
या • स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोफिजिक्स में मास्टर डिग्री और पी.एच.डी. करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
यह कोर्स भौतिकी/खगोल भौतिकी विभाग द्वारा कराया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर
2. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला
3. उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद
4. पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर
6. टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई
7. सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद
8. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जाँच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
1. लोयोला कॉलेज, चेन्नई
2. मार इवानियोस कॉलेज, तिरुवनंतपुरम
3. सेंट जोसेफ कॉलेज, बैंगलोर
4. पी.एस.जी. कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, कोयम्बटूर
5. के.जे. सोमैया कॉलेज ऑफ साइंस एंड कॉमर्स, मुंबई
6. डॉ. डी. वाई. पाटिल आर्ट्स कॉमर्स एंड साइंस कॉलेज, पुणे
7. सेंट थॉमस कॉलेज, त्रिशूर
8. सेंट टेरेसा कॉलेज, एर्नाकुलम
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
ऑनलाइन कोर्स
• एन.पी.टी.ई.एल*स्वयं - https://swayam.gov.in/explorer?searchText=astrophysics
• उडेमी - https://www.udemy.com/courses/search/?src=ukw&q=astrophysics
*एन.पी.टी.ई.एल. - प्रौद्योगिकी वर्धित शिक्षण में राष्ट्रीय कार्यक्रम है। यह भारत सरकार द्वारा ऑडियो-वीडियो फॉर्म में विभिन्न प्रकार के कोर्स प्रदान करता है।
कोर्स की फीस लगभग 5,000 - 5,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: सार्वजनिक और निजी अनुसंधान और निरीक्षण केंद्र।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। आप एक टीम को नहीं संभालेंगे। स्थानीय यात्रा इस नौकरी की भूमिका का एक हिस्सा है। अंशकालिक काम और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 - 6 दिन और हर दिन 8 - 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
जूनियर रिसर्चर → एस्ट्रोफिजिसिस्ट → विभागाध्यक्ष
एक एस्ट्रोफिजिसिस्ट की लगभग आय 1,00,000 - 2,00,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://www.salaryexpert.com/salary/job/physicist-astrophysics/india
*यह आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम वर्तमान में भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान, बैंगलोर में निदेशक हैं। उन्होंने कालीकट यूनिवर्सिटी से बी.एस.सी. और एम.एस.सी. की है। उन्होंने आई.आई.ए., बैंगलोर में पी.एच.डी. पूरी की। वे तारा समूहों, तारों के निर्माण, गांगेय संरचना, आकाशगंगाओं में तारकीय आबादी और मेगेलैनिक बादलों* जैसे क्षेत्रों में अपने काम के लिए जानी जाती हैं।*
स्रोत: https://www.iiap.res.in/IIA50/sites/default/files/Women-Astronomers-IIA.pdf
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएग।
खगोल भौतिकी, खगोलविद, खगोल वैज्ञानिक