कृषि विज्ञानी वैज्ञानिक होते हैं जो फसल उत्पादन और मृदा प्रबंधन में विशेषज्ञ होते हैं। वे फसल उत्पादन को बढ़ाने के तरीके खोजने की कोशिश करते हैं। वे पौधों के पोषक तत्वों और मृदा स्वास्थ्य का निर्धारण और बढ़ाने के लिए प्रयोग करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपको विज्ञान/कृषि कार्यों में रुचि हो।
• आप बाहर काम करना पसंद करते हों।
• आपमें समस्याओं और स्थितियों के विश्लेषण का कौशल हो।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. कृषि/बायोटेक्नोलॉजी/माइक्रोबायोलॉजी/प्लांट जेनेटिक्स या किसी संबंधित विषय में स्नातक (बी.एससी.) करें।
अथवा
• संबंधित क्षेत्र में स्नातक के बाद स्नातकोत्तर करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम कृषि विज्ञान विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्य प्रदेश
2. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
3. उत्तरांचल विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड
4. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
5. बिधान चंद्र कृषि विश्वविद्यालय, मोहनपुर, पश्चिम बंगाल
6. इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़
7. पंडित जवाहरलाल नेहरू कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान संस्थान, पुडुचेरी
8. स्वामी सर्वानंद प्रबंधन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, गुरदासपुर, पंजाब
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।)
1. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
2. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली, उत्तर प्रदेश
3. राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल, हरियाणा
4. बनस्थली विद्यापीठ, जयपुर, राजस्थान
5. आई.सी.ए.आर. -मत्स्य पालन शिक्षा केंद्रीय संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
6. डॉ. डी.वाई. पाटिल कृषि व्यापार प्रबंधन महाविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
7. सम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
8. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
दूरस्थ शिक्षा संस्थान:
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 - 3,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: कृषि सहकारी संगठन, सरकारी अनुसंधान संस्थान, गैर-सरकारी संगठन, फार्म, निजी अनुसंधान कंपनियां और अन्य। कार्य वातावरण: यह फील्ड का कार्य है। यहां आपको एक टीम का पर्यवेक्षण करना होता है। आपको सप्ताह में 5 से 6 दिन, प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करना पड़ सकता है। स्थानीय यात्रा इस कार्य प्रोफ़ाइल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें अंशकालिक और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
कृषि विज्ञानी → वरिष्ठ कृषि विज्ञानी → अभियांत्रिकी संचालन प्रमुख → महाप्रबंधक → कंपनी प्रमुख /सी.ई.ओ.
अपेक्षाकृत वेतन
कृषि विज्ञानी की आय रुपए 8,000 - 85,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: bit.ly/3D0Qczk
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
सी. जयंती, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (टी.एन.ए.यू.) में फसल प्रबंधन विभाग की निदेशक को भारतीय कृषि विज्ञान समाज द्वारा कृषि के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था। जयंती ने टी.एन.ए.यू. से कृषि विज्ञान में स्नातक, कृषि विज्ञान में स्नातकोत्तर और वर्ष 1992 में उसी क्षेत्र में पीएचडी की थी। स्रोत: https://timesofindia.indiatimes.com/city/coimbatore/tnaus-jayanthi-1st-woman-to-win-society-of-agronomy-gold/articleshow/55919875.cms *उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
कृषि विज्ञानी
NCS Code: 2132.0100' | AAS002• आपको विज्ञान/कृषि कार्यों में रुचि हो।
• आप बाहर काम करना पसंद करते हों।
• आपमें समस्याओं और स्थितियों के विश्लेषण का कौशल हो।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिकी, रसायन और जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. कृषि/बायोटेक्नोलॉजी/माइक्रोबायोलॉजी/प्लांट जेनेटिक्स या किसी संबंधित विषय में स्नातक (बी.एससी.) करें।
अथवा
• संबंधित क्षेत्र में स्नातक के बाद स्नातकोत्तर करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम कृषि विज्ञान विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर, मध्य प्रदेश
2. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
3. उत्तरांचल विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड
4. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान
5. बिधान चंद्र कृषि विश्वविद्यालय, मोहनपुर, पश्चिम बंगाल
6. इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़
7. पंडित जवाहरलाल नेहरू कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान संस्थान, पुडुचेरी
8. स्वामी सर्वानंद प्रबंधन एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, गुरदासपुर, पंजाब
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है।)
1. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
2. भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली, उत्तर प्रदेश
3. राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल, हरियाणा
4. बनस्थली विद्यापीठ, जयपुर, राजस्थान
5. आई.सी.ए.आर. -मत्स्य पालन शिक्षा केंद्रीय संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
6. डॉ. डी.वाई. पाटिल कृषि व्यापार प्रबंधन महाविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
7. सम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
8. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है -https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान:
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 - 3,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: कृषि सहकारी संगठन, सरकारी अनुसंधान संस्थान, गैर-सरकारी संगठन, फार्म, निजी अनुसंधान कंपनियां और अन्य।
कार्य वातावरण: यह फील्ड का कार्य है। यहां आपको एक टीम का पर्यवेक्षण करना होता है। आपको सप्ताह में 5 से 6 दिन, प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करना पड़ सकता है। स्थानीय यात्रा इस कार्य प्रोफ़ाइल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें अंशकालिक और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
कृषि विज्ञानी → वरिष्ठ कृषि विज्ञानी → अभियांत्रिकी संचालन प्रमुख → महाप्रबंधक → कंपनी प्रमुख /सी.ई.ओ.
कृषि विज्ञानी की आय रुपए 8,000 - 85,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: bit.ly/3D0Qczk
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
सी. जयंती, तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (टी.एन.ए.यू.) में फसल प्रबंधन विभाग की निदेशक को भारतीय कृषि विज्ञान समाज द्वारा कृषि के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था। जयंती ने टी.एन.ए.यू. से कृषि विज्ञान में स्नातक, कृषि विज्ञान में स्नातकोत्तर और वर्ष 1992 में उसी क्षेत्र में पीएचडी की थी।
स्रोत: https://timesofindia.indiatimes.com/city/coimbatore/tnaus-jayanthi-1st-woman-to-win-society-of-agronomy-gold/articleshow/55919875.cms
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।