कला इतिहासकार कुशल प्रोफेशनल होते हैं जिन्होंने वर्षों से शोध किया हो और कलात्मक अभिव्यक्ति के विभिन्न रूपों के बारे में ज्ञान इकट्ठा किया है जो समय की शुरुआत से मौजूद हैं। कला इतिहासकार अनिवार्य रूप से कला क्यूरेटर, शिक्षक, आलोचक या सलाहकार होते हैं जो यह तय करने में मदद करते हैं कि संग्रहालय के संग्रह में कौन से टुकड़े जोड़े जाने चाहिए, ऐतिहासिक कला का क्या महत्व है और वे संस्कृति में कैसे जुड़ सकते हैं। वे दृश्य कलाओं के अर्थ (पेंटिंग, मूर्तिकला, वास्तुकला) का विश्लेषण भी करते हैं जब वे बनाए गए थे।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप रचनात्मक दिमाग रखते हों।
• आप अच्छा संचार कौशल रखते हों।
• आप अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल रखते हों।
• आप एक टीम में काम करने में सहज हों।
प्रवेश मार्ग
कला वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण।
फाइन आर्ट अथवा अन्य सामाजिक विज्ञान में स्नातक करें।
अथवा
स्नातक के बाद एक ही या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर और
पी.एच.डी. करें।
अथवा
म्यूजियमोलॉजी एंड हिस्ट्री ऑफ इंडियन आर्ट्स में स्नातकोत्तर डिप्लोमा करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम फाइन आर्ट और मानविकी विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1.फाइन आर्ट विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
2. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़, पंजाब
3. भारतीय हस्तकला और डिजाइन संस्थान, जयपुर, राजस्थान
4. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
5. उड़ीसा संस्कृति विश्वविद्यालय (यू.यू.सी.), भुवनेश्वर, ओडिशा
6. ललित कला संकाय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
7. कला महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
8. चामरेजेन्द्र सरकारी ललित कला महाविद्यालय, मैसूर, कर्नाटक
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
सिम्बायोसिस कॉर्पोरेट शिक्षा केंद्र, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल, पुणे, महाराष्ट्र
2. मणिपाल अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन, मणिपाल, कर्नाटक
3. भारतीय हस्तकला और डिजाइन संस्थान, जयपुर, राजस्थान
4. प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 3,000 - 1,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
•विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
•कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
•सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: सरकारी पुस्तकालय, संग्रहालय, नीलामी घर, शैक्षणिक संस्थान, प्रकाशक, गैलरी।
कार्य वातावरण: आप प्रति दिन 8-9 घंटे तथा प्रति सप्ताह 5-6 दिन काम करेंगे।
*इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
प्रशिक्षु → कला इतिहासकार → वरिष्ठ कला इतिहासकार
अथवा
व्याख्याता → सहायक प्राध्यापक → सह प्राध्यापक
अपेक्षाकृत वेतन
कला इतिहासकार की आय रुपए 19,000 - 22,000* प्रतिमाह हो सकती है।
अर्शिया लोखंडवाला एक कला इतिहासकार, क्यूरेटर और मुंबई- भारत में लेकरेन आर्ट गैलरी (1995-2003) की संस्थापक हैं। उन्होंने क्रमशः 1986 और 1991 में समाजशास्त्र में बी.ए. और एम.ए. पूरा किया है। वे वर्ष 2001 में गोल्डस्मिथ कॉलेज, लंदन में क्रिएटिव क्यूरेटिंग में एम.ए. के लिए चार्ल्स वालेस इंडिया ट्रस्ट अवार्ड की प्राप्तकर्ता हैं। वह आर्ट्स पेंशन ट्रस्ट की क्यूरेटोरियल कमेटी की सदस्य भी हैं।*
कला इतिहासकार
NCS Code: NA | AMM007• आप रचनात्मक दिमाग रखते हों।
• आप अच्छा संचार कौशल रखते हों।
• आप अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल रखते हों।
• आप एक टीम में काम करने में सहज हों।
कला वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण।
फाइन आर्ट अथवा अन्य सामाजिक विज्ञान में स्नातक करें।
अथवा
स्नातक के बाद एक ही या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर और
पी.एच.डी. करें।
अथवा
म्यूजियमोलॉजी एंड हिस्ट्री ऑफ इंडियन आर्ट्स में स्नातकोत्तर डिप्लोमा करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की करें।
यह पाठ्यक्रम फाइन आर्ट और मानविकी विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1.फाइन आर्ट विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
2. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़, पंजाब
3. भारतीय हस्तकला और डिजाइन संस्थान, जयपुर, राजस्थान
4. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
5. उड़ीसा संस्कृति विश्वविद्यालय (यू.यू.सी.), भुवनेश्वर, ओडिशा
6. ललित कला संकाय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
7. कला महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
8. चामरेजेन्द्र सरकारी ललित कला महाविद्यालय, मैसूर, कर्नाटक
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
सिम्बायोसिस कॉर्पोरेट शिक्षा केंद्र, सिम्बायोसिस इंटरनेशनल, पुणे, महाराष्ट्र
2. मणिपाल अकादमी ऑफ हायर एजुकेशन, मणिपाल, कर्नाटक
3. भारतीय हस्तकला और डिजाइन संस्थान, जयपुर, राजस्थान
4. प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, जयपुर, राजस्थान
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 3,000 - 1,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
•विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
•कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
•सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: सरकारी पुस्तकालय, संग्रहालय, नीलामी घर, शैक्षणिक संस्थान, प्रकाशक, गैलरी।
कार्य वातावरण: आप प्रति दिन 8-9 घंटे तथा प्रति सप्ताह 5-6 दिन काम करेंगे।
*इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
प्रशिक्षु → कला इतिहासकार → वरिष्ठ कला इतिहासकार
अथवा
व्याख्याता → सहायक प्राध्यापक → सह प्राध्यापक
कला इतिहासकार की आय रुपए 19,000 - 22,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://in.indeed.com/career-advice/finding-a-job/art-history-careers
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
अर्शिया लोखंडवाला एक कला इतिहासकार, क्यूरेटर और मुंबई- भारत में लेकरेन आर्ट गैलरी (1995-2003) की संस्थापक हैं। उन्होंने क्रमशः 1986 और 1991 में समाजशास्त्र में बी.ए. और एम.ए. पूरा किया है। वे वर्ष 2001 में गोल्डस्मिथ कॉलेज, लंदन में क्रिएटिव क्यूरेटिंग में एम.ए. के लिए चार्ल्स वालेस इंडिया ट्रस्ट अवार्ड की प्राप्तकर्ता हैं। वह आर्ट्स पेंशन ट्रस्ट की क्यूरेटोरियल कमेटी की सदस्य भी हैं।*
स्रोत: https://m.fasmyfix.com/topic/arshiya-lokhandwala
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।