एक इलेक्ट्रीशियन वह व्यक्ति होता है जो बिजली के उपकरणों या बिजली के तारों को इंस्टॉल करता है, बिजली के संचालन में मदद करता है, बिजली के तारों व उपकरणों का रखरखाव या मरम्मत करता है। एक इलेक्ट्रीशियन का मुख्य काम यह सुनिश्चित करना है कि आपके सभी बिजली के उपकरण ठीक से काम करें और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें ठीक करें।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप चीजों को इकट्ठा करना पसंद करते हों ।
आपके पास वैज्ञानिक सोच हो ।
आप समस्याओं/परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
आप प्रयोग करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता कक्षा 8 की पढ़ाई पूरी करने और न्यूनतम आयु 14 वर्ष होने के बाद, आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 इलेक्ट्रीशियन- सामान्य के लिए नामांकन करवा सकते हैं । या कक्षा 10 पास करने के बाद आप इलेक्ट्रिशियन - जनरल के लिए एन.एस.क्यू.एफ.* स्तर 3 के लिए नामांकन करवा सकते हैं। या औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से इलेक्ट्रिकल कोर्स में डिप्लोमा। आई.टी.आई. इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद आप 2 साल के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (डायरेक्ट सेकंड ईयर) कर सकते हैं और डिप्लोमा पूरा होने के बाद आप बी.टेक/बी.ई. (द्वितीय वर्ष) के लिए जा सकते हैं और 3 साल में कोर्स पूरा कर सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: कारखाने, कार्यशालाएं, बिजली घर, व्यावसायिक घराने, आवासीय परिसर।
उद्यमिता: आप घर बैठे सेवा प्रदान कर सकते हैं, आप किसी भी इलेक्ट्रीशियन की दुकान से जुड़ सकते हैं, आप स्वयं इलेक्ट्रीशियन सेवा की आपूर्ति, स्थापना, रखरखाव के साथ-साथ स्वयं को सेवा एग्रीगेटर में नामांकित कर सकते हैं।
काम का माहौल: काम के घंटे लचीले होते हैं, अगर आप किसी कंपनी का हिस्सा हैं, तो आपको एक पल की सूचना पर काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए। शिफ्ट सिस्टम लागू हो सकता है। इस नौकरी में नियमित रूप से यात्रा और पैरों द्वारा काम करना शामिल है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक बिजली मिस्त्री → बिजली मिस्त्री (सामान्य) → मुख्य बिजली मिस्त्री पर्यवेक्षक
अपेक्षाकृत वेतन
एक इलेक्ट्रीशियन - फ्रेशर की लगभग आय 6,000 - 8,000 रुपये* प्रति माह के बीच होती है। और 2 या अधिक वर्षों के अनुभव वाले एक इलेक्ट्रीशियन की लगभग आय 12,000 -15,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3XsXyDV * एन.सी.एस. से लिए गए आय के ये आंकड़े सांकेतिक हैं और परिवर्तन के अधीन हैं।
फील्ड के कुछ अनुभव
श्री गोपबंधु डोरा, ढेंकनाल जिले के एक बेरोजगार युवा, छह महीने के औद्योगिक इलेक्ट्रीशियन कोर्स के लिए एस.डी.आई., भुवनेश्वर में शामिल हुए। प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन के बाद, उन्हें लेहटन इंडिया द्वारा प्रति माह 15,000 रुपये के वेतन पर नौकरी का ऑफ़र दिया गया । एक वर्ष के भीतर, काम के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए उन्हें वेतन में 25,000 रुपये प्रति माह की वृद्धि के साथ पर्यवेक्षक स्तर पर पदोन्नत किया गया। वे अब एक परिपूर्ण कैरियर और एक सुखी जीवन का आनंद ले रहे है।*
इलेक्ट्रीशियन- जनरल
NCS Code: 7411.0100 | V004न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 की पढ़ाई पूरी करने और न्यूनतम आयु 14 वर्ष होने के बाद, आप नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* स्तर 3 इलेक्ट्रीशियन- सामान्य के लिए नामांकन करवा सकते हैं ।
या
कक्षा 10 पास करने के बाद आप इलेक्ट्रिशियन - जनरल के लिए एन.एस.क्यू.एफ.* स्तर 3 के लिए नामांकन करवा सकते हैं।
या
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान से इलेक्ट्रिकल कोर्स में डिप्लोमा। आई.टी.आई. इलेक्ट्रीशियन कोर्स के बाद आप 2 साल के लिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा (डायरेक्ट सेकंड ईयर) कर सकते हैं और डिप्लोमा पूरा होने के बाद आप बी.टेक/बी.ई. (द्वितीय वर्ष) के लिए जा सकते हैं और 3 साल में कोर्स पूरा कर सकते हैं।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को एक चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल हैं जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हुए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एन.एस.डी.सी.): https://www.nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre लिंक पर जाएँ।
2. जन शिक्षण संस्थान (जे.एस.एस.): https://nsdcindia.org/find-nsdc-training-centre-jss/ लिंक पर जाएँ।
3. एन.आई.ओ.एस. प्रशिक्षण केंद्र: https://voc.nios.ac.in/registration/locate-study-centre लिंक पर जाएँ।
4. एन.एस.क्यू.एफ. केंद्रों की सूची: https://www.aicteindia.org/sites/default/files/Vocational%20institutions%20272%20recommended%20AY%202020-21.pdf लिंक पर जाएँ।
अधिकांश सरकारी योजनाएँ मुफ़्त हैं।
छात्रवृत्ति
• NSP के साथ पंजीकृत ITI के विवरण के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: https://www.scholarships.gov.in/fresh/onlineInstituteSearchIndex लिंक पर देखें।
• आई.टी.आई./व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्ति के विवरण के लिए https://www.buddy4study.com या https://www.buddy4study.com/article/iti-scholarships लिंक पर देखें।
(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
कार्यस्थल: कारखाने, कार्यशालाएं, बिजली घर, व्यावसायिक घराने, आवासीय परिसर।
उद्यमिता: आप घर बैठे सेवा प्रदान कर सकते हैं, आप किसी भी इलेक्ट्रीशियन की दुकान से जुड़ सकते हैं, आप स्वयं इलेक्ट्रीशियन सेवा की आपूर्ति, स्थापना, रखरखाव के साथ-साथ स्वयं को सेवा एग्रीगेटर में नामांकित कर सकते हैं।
काम का माहौल: काम के घंटे लचीले होते हैं, अगर आप किसी कंपनी का हिस्सा हैं, तो आपको एक पल की सूचना पर काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए। शिफ्ट सिस्टम लागू हो सकता है। इस नौकरी में नियमित रूप से यात्रा और पैरों द्वारा काम करना शामिल है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
सहायक बिजली मिस्त्री → बिजली मिस्त्री (सामान्य) → मुख्य बिजली मिस्त्री पर्यवेक्षक
एक इलेक्ट्रीशियन - फ्रेशर की लगभग आय 6,000 - 8,000 रुपये* प्रति माह के बीच होती है। और 2 या अधिक वर्षों के अनुभव वाले एक इलेक्ट्रीशियन की लगभग आय 12,000 -15,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3XsXyDV
* एन.सी.एस. से लिए गए आय के ये आंकड़े सांकेतिक हैं और परिवर्तन के अधीन हैं।
फील्ड के कुछ अनुभव
श्री गोपबंधु डोरा, ढेंकनाल जिले के एक बेरोजगार युवा, छह महीने के औद्योगिक इलेक्ट्रीशियन कोर्स के लिए एस.डी.आई., भुवनेश्वर में शामिल हुए। प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल समापन के बाद, उन्हें लेहटन इंडिया द्वारा प्रति माह 15,000 रुपये के वेतन पर नौकरी का ऑफ़र दिया गया । एक वर्ष के भीतर, काम के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए उन्हें वेतन में 25,000 रुपये प्रति माह की वृद्धि के साथ पर्यवेक्षक स्तर पर पदोन्नत किया गया। वे अब एक परिपूर्ण कैरियर और एक सुखी जीवन का आनंद ले रहे है।*
स्रोत: https://www.hsscindia.in/wp-content/uploads/2018/12/Succes-Story-of-Trainees-from-SDIs.pdf
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा ।
इलेक्ट्रीशियन, बिजली, वायरिंग, घरेलू उपकरणों की मरम्मत