एक इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर वो होता है जो उपकरणों की निगरानी और नियंत्रण के लिए उपयोग में लाए जाने वाले उपकरणों को डिजाइन करने, विकसित करने, स्थापित करने का काम करता है, और उनका प्रबंधन/ संचालन करता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप बारीकियों पर ध्यान देते हों।
आपको समस्याओं का समाधान करना पसंद हो ।
आप एक कुशल संवादकर्ता हों ।
आप लीक से हट कर सोचना पसंद करते हों ।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग स्नातक की डिग्री करें। या स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. जे.ए.न.टी.यू, हैदराबाद 2. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक, मुंबई (डिप्लोमा) 3. अंबेडकर प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (डिप्लोमा) 4. केंद्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कोकराझार (डिप्लोमा) 5. राजकीय पॉलिटेक्निक, अहमदनगर (डिप्लोमा) 6.आई.आई.टी .खड़गपुर 7.एन.आई.टी .त्रिची 8. गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग - अमरावती
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला 2. कलकत्ता इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट 3. संत लोंगोवाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पंजाब 4. श्रीमती इंदिरा गांधी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मुंबई 5. वल्लुरुपल्ली नागेश्वर राव विज्ञान ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, हैदराबाद 6. सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई 7. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान 8. हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयम्बटूर
कोर्स की फीस लगभग 4,000 - 16,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: उत्पादन कंपनियां, सरकारी और निजी इंजीनियरिंग फर्म, रक्षा ठेकेदार, बायोमेडिकल फर्म, स्टील प्लांट, थर्मल प्लांट, रासायनिक कंपनियां।
कार्य का माहौल: आपका अधिकाँश समय ऑफिस में उपकरणों के लिए ब्लूप्रिंट डिजाइन करने में बिताना होता है। आपको कारखानों या वैसी ही अन्य व्यवस्था में, डिजाइन विकसित करने, परीक्षण और उपकरणों को बनाए रखने और उत्पादों और डिलिवरेबल्स की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में बहुत समय बिताना पड़ सकता है जिसके चलते विभिन्न स्थानों की यात्रा भी करनी पड़ सकती है।
दिव्यांगों के लिए इस क्षेत्र में अवसर मौजूद हो सकते हैं।
राजेंद्र पी पाटिल एक औद्योगिक सलाहकार हैं और वर्तमान में टोटल प्लांट के पावर प्लांट के प्रमुख हैं। उन्होंने इंस्ट्रूमेंटेशन में बी.ई. किया था और उन्हें इस क्षेत्र में 35 साल का अनुभव है।*
इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर (Instrumentation Engineer)
NCS Code: 7311.0101 | E0181. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग स्नातक की डिग्री करें।
या
स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में मास्टर डिग्री करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर ((WBJEE, AP EAMCET इत्यादि) या संस्थान स्तर (VET, IP, इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जांच करें।
यह कोर्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. जे.ए.न.टी.यू, हैदराबाद
2. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक, मुंबई (डिप्लोमा)
3. अंबेडकर प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (डिप्लोमा)
4. केंद्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कोकराझार (डिप्लोमा)
5. राजकीय पॉलिटेक्निक, अहमदनगर (डिप्लोमा)
6.आई.आई.टी .खड़गपुर
7.एन.आई.टी .त्रिची
8. गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग - अमरावती
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पटियाला
2. कलकत्ता इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट
3. संत लोंगोवाल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पंजाब
4. श्रीमती इंदिरा गांधी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मुंबई
5. वल्लुरुपल्ली नागेश्वर राव विज्ञान ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, हैदराबाद
6. सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई
7. मणिपाल प्रौद्योगिकी संस्थान
8. हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयम्बटूर
संस्थान की रैंकिंग के बारे में इस लिंक से जानकारी मिल सकती है - http://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html
कोर्स की फीस लगभग 4,000 - 16,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: उत्पादन कंपनियां, सरकारी और निजी इंजीनियरिंग फर्म, रक्षा ठेकेदार, बायोमेडिकल फर्म, स्टील प्लांट, थर्मल प्लांट, रासायनिक कंपनियां।
कार्य का माहौल: आपका अधिकाँश समय ऑफिस में उपकरणों के लिए ब्लूप्रिंट डिजाइन करने में बिताना होता है। आपको कारखानों या वैसी ही अन्य व्यवस्था में, डिजाइन विकसित करने, परीक्षण और उपकरणों को बनाए रखने और उत्पादों और डिलिवरेबल्स की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में बहुत समय बिताना पड़ सकता है जिसके चलते विभिन्न स्थानों की यात्रा भी करनी पड़ सकती है।
दिव्यांगों के लिए इस क्षेत्र में अवसर मौजूद हो सकते हैं।
तकनीशियन इंस्ट्रूमेंटेशन → इंस्ट्रूमेंटेशन सुपरवाइजर
एक इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर का लगभग आय 20,000 - 80,000 रूपये* प्रति माह होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Instrumentation_Engineer/Salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
राजेंद्र पी पाटिल एक औद्योगिक सलाहकार हैं और वर्तमान में टोटल प्लांट के पावर प्लांट के प्रमुख हैं। उन्होंने इंस्ट्रूमेंटेशन में बी.ई. किया था और उन्हें इस क्षेत्र में 35 साल का अनुभव है।*
स्रोत: https://www.upskul.tech/courses/certified-industrial-instrumentation-professional/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण के उद्देश्य से है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग तकनीशियन, इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियर, इंस्ट्रूमेंटेशन एवं कण्ट्रोल