अभियांत्रिकी भौतिक विज्ञानी सैद्धांतिक विज्ञान और व्यावहारिक अभियांत्रिकी के बीच अंतर को पाटने के प्रयास में अभियांत्रिकी, भौतिकी और गणित को संयोजित करने के लिए काम करते हैं। वे समस्याओं को हल करने और नई प्रक्रियाओं, उत्पादों और प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए वैज्ञानिक और अभियांत्रिकी सिद्धांतों का उपयोग करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप रचनात्मक हों।
• आपको समस्याएं सुलझाना पसंद हों।
• आपको यह पता लगाने में आनंद आता हो, कि वस्तुएं कैसे काम करती हैं।
• आपको गणित और विज्ञान पसंद हो।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 पूरा करें।
2. गणित/रसायन विज्ञान/भौतिकी में स्नातक की डिग्री (बी.टेक/बी.ई./बी.एससी) पूरी करें। अथवा
गणित/रसायन विज्ञान/भौतिकी में स्नातक की डिग्री (बी.टेक/बी.ई./बी.एससी) पूरी करें, उसके बाद उसी क्षेत्र में स्नातकोत्तर डिग्री लें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई. मेन, जे.ई.ई. एडवांस्ड आदि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी.आदि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. आदि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम अभियांत्रिकी/भौतिकी विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। *उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
सरकारी संस्थान
1. दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे, मुंबई
3. आईआईटी दिल्ली, नई दिल्ली
4. आईआईटी गुवाहाटी, गुवाहाटी,असम
5. आईआईटी मद्रास, चेन्नई, तमिलनाडु
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कालीकट, कोझिकोड, केरल
7. भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुवनंतपुरम, केरल
8. आई.आई.टी. बी.एच.यू., वाराणसी, उत्तर प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी .और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़, पंजाब
2. श्री चन्द्रशेखरेन्द्र सरस्वती विश्व महाविद्यालय, कांचीपुरम, तमिलनाडु
3. विद्यावर्धक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर, कर्नाटक
4. बेनेट यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
5. आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, भोपाल, मध्य प्रदेश
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,50,000- 5,00,000* के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति: यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्तियों को प्राप्त करने का एक माध्यम है।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य के स्थान: अनुसंधान एवं विकास, विनिर्माण, दूरसंचार, परमाणु ऊर्जा और एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव, रक्षा, ऊर्जा, आईटी, कंप्यूटिंग, विश्वविद्यालय और अन्य अनुसंधान और विकास सुविधाएं जैसे उच्च तकनीकी उद्योग काम करने के लिए कुछ लोकप्रिय क्षेत्र हैं।
कार्य वातावरण: एक अभियांत्रिकी भौतिक विज्ञानी के रूप में, आप अधिकतर कार्यालयों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं और विश्वविद्यालयों में काम करेंगे। आप पूरे समय काम करेंगे और कभी-कभी प्रति सप्ताह 40 घंटे से अधिक भी काम कर सकते हैं।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
औद्योगिक अभियंता → विनिर्माण अभियंता → उत्पादन पर्यवेक्षक → संयंत्र प्रबंधक → विनिर्माण प्रमुख
अपेक्षाकृत वेतन
अभियांत्रिकी भौतिक विज्ञानी की आय रुपए 16,333 - 2,50,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
वेंकटरमन राधाकृष्णन एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक थे और रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के सदस्य रहे। वे भारत के बैंगलोर में स्थित रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट के एमेरिटस प्रोफेसर थे, जहां उन्होंने वर्ष 1972 से वर्ष 1994 तक निदेशक का कार्य किया। उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर के भौतिकी विभाग में शामिल होने से पहले मैसूर विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।*
अभियांत्रिकी भौतिक विज्ञानी
NCS Code: NA | RD013• आप रचनात्मक हों।
• आपको समस्याएं सुलझाना पसंद हों।
• आपको यह पता लगाने में आनंद आता हो, कि वस्तुएं कैसे काम करती हैं।
• आपको गणित और विज्ञान पसंद हो।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 पूरा करें।
2. गणित/रसायन विज्ञान/भौतिकी में स्नातक की डिग्री (बी.टेक/बी.ई./बी.एससी) पूरी करें।
अथवा
गणित/रसायन विज्ञान/भौतिकी में स्नातक की डिग्री (बी.टेक/बी.ई./बी.एससी) पूरी करें, उसके बाद उसी क्षेत्र में स्नातकोत्तर डिग्री लें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई. मेन, जे.ई.ई. एडवांस्ड आदि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी.आदि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. आदि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम अभियांत्रिकी/भौतिकी विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
सरकारी संस्थान
1. दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे, मुंबई
3. आईआईटी दिल्ली, नई दिल्ली
4. आईआईटी गुवाहाटी, गुवाहाटी,असम
5. आईआईटी मद्रास, चेन्नई, तमिलनाडु
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कालीकट, कोझिकोड, केरल
7. भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुवनंतपुरम, केरल
8. आई.आई.टी. बी.एच.यू., वाराणसी, उत्तर प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी .और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़, पंजाब
2. श्री चन्द्रशेखरेन्द्र सरस्वती विश्व महाविद्यालय, कांचीपुरम, तमिलनाडु
3. विद्यावर्धक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर, कर्नाटक
4. बेनेट यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
5. आरकेडीएफ विश्वविद्यालय, भोपाल, मध्य प्रदेश
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,50,000- 5,00,000* के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति: यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्तियों को प्राप्त करने का एक माध्यम है।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य के स्थान: अनुसंधान एवं विकास, विनिर्माण, दूरसंचार, परमाणु ऊर्जा और एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव, रक्षा, ऊर्जा, आईटी, कंप्यूटिंग, विश्वविद्यालय और अन्य अनुसंधान और विकास सुविधाएं जैसे उच्च तकनीकी उद्योग काम करने के लिए कुछ लोकप्रिय क्षेत्र हैं।
कार्य वातावरण: एक अभियांत्रिकी भौतिक विज्ञानी के रूप में, आप अधिकतर कार्यालयों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं और विश्वविद्यालयों में काम करेंगे। आप पूरे समय काम करेंगे और कभी-कभी प्रति सप्ताह 40 घंटे से अधिक भी काम कर सकते हैं।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
औद्योगिक अभियंता → विनिर्माण अभियंता → उत्पादन पर्यवेक्षक → संयंत्र प्रबंधक → विनिर्माण प्रमुख
अभियांत्रिकी भौतिक विज्ञानी की आय रुपए 16,333 - 2,50,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत: https://in.talent.com/salary?job=physics&utm
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
वेंकटरमन राधाकृष्णन एक अंतरिक्ष वैज्ञानिक थे और रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के सदस्य रहे। वे भारत के बैंगलोर में स्थित रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट के एमेरिटस प्रोफेसर थे, जहां उन्होंने वर्ष 1972 से वर्ष 1994 तक निदेशक का कार्य किया। उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर के भौतिकी विभाग में शामिल होने से पहले मैसूर विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।*
स्रोत: https://theprint.in/theprint-profile/n-radhakrishnan-scientist-sailor-who-broke-through-the-shadow-of-nobel-kin/236538/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।