रबर प्रौद्योगिकीविद् रबर और अन्य प्रकार के इलास्टिक सामग्रियों को उपयोगी उत्पादों में परिवर्तित करने में विशेषज्ञ होते हैं, जैसे कि ऑटोमोबाइल टायर, रबर मैट, और व्यायाम के लिए रबर स्ट्रेचिंग बैंड।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपको विज्ञान और गणित पसंद हो।
• आपको वस्तुएं बनाना पसंद हो।
• आपको प्रयोग करना पसंद हो।
• आपको समस्याओं तथा स्थितियों का विश्लेषण करना पसंद हो।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. रबर और प्लास्टिक प्रौद्योगिकी में स्नातक (बी.ई./बी.टेक.) करें। अथवा
रबर प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा करें। अथवा
स्नातक के बाद उसी विषय में स्नातकोत्तर (एम.ई./एम.टेक.) करें। अथवा
स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री पूरी करें जिसके बाद आप रबर प्रौद्योगिकी में पीएच.डी. की डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है
सरकारी संस्थान
1. एलडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, अहमदाबाद, गुजरात
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
3. मद्रास प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई, तमिलनाडु
4. सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
5. त्रिपुरा विश्वविद्यालय, सूर्यमणिनगर, अगरतला, त्रिपुरा
6. अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
7. गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अहमदाबाद, गुजरात
8. कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोच्चि, केरल
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. डॉ एमजीआर शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान, चेन्नई, तमिलनाडु
2. एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा, उत्तर प्रदेश
3. हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई, तमिलनाडु
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000-1,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति: यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्तियों को प्राप्त करने का एक माध्यम है।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल : आप कृषि क्षेत्र, ऑटोमोबाइल उद्योग, परिवहन कंपनियों, निर्माण फर्मों, दूरसंचार क्षेत्र, इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग, रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र, कंप्यूटर उद्योग, बिजली संचरण, कृत्रिम अंग उद्योग और फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भी रोजगार पा सकते हैं।
कार्य वातावरण: अनुसंधान समय आम तौर पर सप्ताह में 5 या 6 दिन और प्रतिदिन 8 या 9 घंटे के लिए तय किया जाता है। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है और शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
इंजीनियर प्रशिक्षु → सहायक इंजीनियर → वरिष्ठ इंजीनियर → प्रधान इंजीनियर / परियोजना प्रबंधक → महाप्रबंधक इंजीनियरिंग / इंजीनियरिंग प्रमुख → मुख्य इंजीनियर / उपाध्यक्ष → मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी / निदेशक
अपेक्षाकृत वेतन
रबर प्रौद्योगिकीविद् की आय रुपए 20,000 - 40,000* प्रतिमाह हो सकती है।
रमेश कुमार दुआ रिलैक्सो फुटवियर के मालिक हैं, जो देश के अग्रणी शू मेकर्स में से एक है। दुआ ने लंदन से एक प्रशिक्षित रबर
प्रौद्योगिकीविद् के रूप में अपना करियर शुरू किया, जो वर्ष 1974 से अपने पारिवारिक फुटवियर और साइकिल पार्ट्स व्यवसाय के लिए काम कर रहे थे। आज, रिलैक्सो फुटवियर के पास आठ कारखाने हैं, जिनकी क्षमता एक दिन में दस लाख जोड़े बनाने की है।*
रबर प्रौद्योगिकीविद्
NCS Code: 2145.1300 | TST063• आपको विज्ञान और गणित पसंद हो।
• आपको वस्तुएं बनाना पसंद हो।
• आपको प्रयोग करना पसंद हो।
• आपको समस्याओं तथा स्थितियों का विश्लेषण करना पसंद हो।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. रबर और प्लास्टिक प्रौद्योगिकी में स्नातक (बी.ई./बी.टेक.) करें।
अथवा
रबर प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा करें।
अथवा
स्नातक के बाद उसी विषय में स्नातकोत्तर (एम.ई./एम.टेक.) करें।
अथवा
स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री पूरी करें जिसके बाद आप रबर प्रौद्योगिकी में पीएच.डी. की डिग्री भी प्राप्त कर सकते हैं।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है
सरकारी संस्थान
1. एलडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, अहमदाबाद, गुजरात
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
3. मद्रास प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई, तमिलनाडु
4. सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
5. त्रिपुरा विश्वविद्यालय, सूर्यमणिनगर, अगरतला, त्रिपुरा
6. अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई, तमिलनाडु
7. गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अहमदाबाद, गुजरात
8. कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोच्चि, केरल
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि क्या संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. डॉ एमजीआर शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान, चेन्नई, तमिलनाडु
2. एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा, उत्तर प्रदेश
3. हिंदुस्तान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई, तमिलनाडु
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है: https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000-1,50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति: यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति: अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप: आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्तियों को प्राप्त करने का एक माध्यम है।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल : आप कृषि क्षेत्र, ऑटोमोबाइल उद्योग, परिवहन कंपनियों, निर्माण फर्मों, दूरसंचार क्षेत्र, इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग, रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र, कंप्यूटर उद्योग, बिजली संचरण, कृत्रिम अंग उद्योग और फार्मास्युटिकल क्षेत्र में भी रोजगार पा सकते हैं।
कार्य वातावरण: अनुसंधान समय आम तौर पर सप्ताह में 5 या 6 दिन और प्रतिदिन 8 या 9 घंटे के लिए तय किया जाता है। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है और शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
इंजीनियर प्रशिक्षु → सहायक इंजीनियर → वरिष्ठ इंजीनियर → प्रधान इंजीनियर / परियोजना प्रबंधक → महाप्रबंधक इंजीनियरिंग / इंजीनियरिंग प्रमुख → मुख्य इंजीनियर / उपाध्यक्ष → मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी / निदेशक
रबर प्रौद्योगिकीविद् की आय रुपए 20,000 - 40,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Industry=Rubber%2C_Rubber_Products/Salary
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
रमेश कुमार दुआ रिलैक्सो फुटवियर के मालिक हैं, जो देश के अग्रणी शू मेकर्स में से एक है। दुआ ने लंदन से एक प्रशिक्षित रबर
प्रौद्योगिकीविद् के रूप में अपना करियर शुरू किया, जो वर्ष 1974 से अपने पारिवारिक फुटवियर और साइकिल पार्ट्स व्यवसाय के लिए काम कर रहे थे। आज, रिलैक्सो फुटवियर के पास आठ कारखाने हैं, जिनकी क्षमता एक दिन में दस लाख जोड़े बनाने की है।*
स्रोत: https://www.forbes.com/profile/ramesh-kumar-dua/?sh=7bcd64751370
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।