असिस्टेंट फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर, घर में फाल्स सीलिंग या ड्राईवॉल की स्थापना से पहले की तैयारी का जिम्मा संभालता है। उनका काम ड्राईवॉल बोर्ड का मापन, चिन्हांकन, कटाई और इसे सही जगह पर स्थापित करना होता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
• आपको स्पष्ट निर्देशों का पालन करना पसंद हो।
• आप समूह में काम करने में सहज होंं।
• आप अपने काम में व्यवस्थित हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन्स फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ)* स्तर 3 असिस्टेंट फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर कोर्स के लिए नामांकन कर सकते हैं
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जाँच करें
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई.टी.आई.)
2. लघु कौशल विकास लिमिटेड, ठाणे, महाराष्ट्र
3. सेंट गोबेन जिप्रोक प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई, महाराष्ट्र
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 – 50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल : आवासीय परिसर, हाउसिंग सोसायटी, स्कूल, कॉलेज भवन, निर्माण एजेंसियाँ इत्यादि।
कार्य वातावरण: आपको कम से कम 8 से 9 घंटे और सप्ताह में 5 से 6 दिन काम करना होगा।शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक → सहायक फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर → चार्जहैंड फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर → वरिष्ठ इंस्टॉलर → पर्यवेक्षक → साइट मैनेजर
अपेक्षाकृत वेतन
असिस्टेंट फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर की आय रुपए 15,000 - 18,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
अला सिंह वर्ष 1883-1884 में मेयो स्कूल ऑफ आर्ट्स (नेशनल कॉलेज ऑफ आर्ट्स, लाहौर) गए, जहाँ उन्होंने सिख वास्तुकला विचारधारा के दिग्गज भाई राम सिंह और सर गंगा राम से प्लास्टर ऑफ पेरिस और बढ़ईगीरी की कला में महारत हासिल की। वर्ष 1890 में, उन्होंने अपने गुरुओं और अन्य वास्तुकारों के साथ काम करना शुरू किया। अला सिंह ने देहरादून में इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, भारतीय सैन्य अकादमी, लालगढ़ पैलेस, लक्ष्मी निवास पैलेस, गजनेर पैलेस और बेजॉय भवन (पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय) में छत के प्लास्टर और लकड़ी के काम के डिजाइन में सहायता की। एक सदी बाद, उनके पोते स्वर्णजीत सिंह को अमृतसर के चारदीवारी वाले शहर में मन्ना सिंह चौक के पास उनके पुराने घर से उनकी प्रतिभा के कुछ प्रमाण मिले।*
असिस्टेंट फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर
NCS Code: 7123.0114 | TST004• आप शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।
• आपको स्पष्ट निर्देशों का पालन करना पसंद हो।
• आप समूह में काम करने में सहज होंं।
• आप अपने काम में व्यवस्थित हों।
न्यूनतम योग्यता
कक्षा 8 पूरी करने और 18 वर्ष की आयु होने के बाद आप नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन्स फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ)* स्तर 3 असिस्टेंट फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर कोर्स के लिए नामांकन कर सकते हैं
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जाँच करें
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई.टी.आई.)
2. लघु कौशल विकास लिमिटेड, ठाणे, महाराष्ट्र
3. सेंट गोबेन जिप्रोक प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई, महाराष्ट्र
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 10,000 – 50,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल : आवासीय परिसर, हाउसिंग सोसायटी, स्कूल, कॉलेज भवन, निर्माण एजेंसियाँ इत्यादि।
कार्य वातावरण: आपको कम से कम 8 से 9 घंटे और सप्ताह में 5 से 6 दिन काम करना होगा।शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है। अतिरिक्त समय में काम करना सामान्य बात है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहायक → सहायक फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर → चार्जहैंड फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर → वरिष्ठ इंस्टॉलर → पर्यवेक्षक → साइट मैनेजर
असिस्टेंट फाल्स सीलिंग और ड्राईवॉल इंस्टॉलर की आय रुपए 15,000 - 18,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत - https://bit.ly/41gCHpy
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
अला सिंह वर्ष 1883-1884 में मेयो स्कूल ऑफ आर्ट्स (नेशनल कॉलेज ऑफ आर्ट्स, लाहौर) गए, जहाँ उन्होंने सिख वास्तुकला विचारधारा के दिग्गज भाई राम सिंह और सर गंगा राम से प्लास्टर ऑफ पेरिस और बढ़ईगीरी की कला में महारत हासिल की। वर्ष 1890 में, उन्होंने अपने गुरुओं और अन्य वास्तुकारों के साथ काम करना शुरू किया। अला सिंह ने देहरादून में इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, भारतीय सैन्य अकादमी, लालगढ़ पैलेस, लक्ष्मी निवास पैलेस, गजनेर पैलेस और बेजॉय भवन (पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय) में छत के प्लास्टर और लकड़ी के काम के डिजाइन में सहायता की। एक सदी बाद, उनके पोते स्वर्णजीत सिंह को अमृतसर के चारदीवारी वाले शहर में मन्ना सिंह चौक के पास उनके पुराने घर से उनकी प्रतिभा के कुछ प्रमाण मिले।*
स्रोत - https://indianexpress.com/article/cities/chandigarh/s-ala-singh-unknown-craftsman-mayo-8209607/
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।