फार्मास्युटिकल इंजीनियर गुणवत्ता नियंत्रण पर जोर देते हुए विभिन्न प्रकार की दवाओं के निर्माण और उत्पादन से संबंधित कार्य करते हैं। इस क्षेत्र का प्राथमिक लक्ष्य दवा पर ध्यान केंद्रित करना है, जिसमें इसकी योजना, खुराक और साइड इफेक्ट्स शामिल होते हैं। इसमें बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग और कैमिकल इंजीनियरिंग के विभिन्न पहलू शामिल हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपकी तार्किक क्षमता अच्छी हो।
• आपकी समस्याओं का समाधान करने में रुचि हो।
• आपकी शोध और प्रयोगों में रुचि हो।
• आप टीम के साथ काम करने में सहज हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित/जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण।
2. फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक (बी.टेक./बी.ई.) करें। अथवा
संबंधित विषय में स्नातकोत्तर (एम.ई./एम.टेक.) करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी.ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी.इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, धनबाद, झारखंड
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
3. डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
4. अलागप्पा कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
5. अन्ना विश्वविद्यालय, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
6. रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
7. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कल्याणी, पश्चिम बंगाल
8. आंध्र विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी और एग्रीकल्चर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
2. बी.वी. राजू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हैदराबाद, तेलंगाना
3. काकीनाडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजिकल साइंसेज, रामचंद्रपुरम, आंध्र प्रदेश
4. पी.पी. सवानी यूनिवर्सिटी, सूरत, गुजरात
5. हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर, तमिलनाडु
6. महेंद्र इंजीनियरिंग कॉलेज, नमक्कल, तमिलनाडु
7. के.एस. रंगासामी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचेंगोडे, चेन्नई, तमिलनाडु
8. धनलक्ष्मी श्रीनिवासन इंजीनियरिंग कॉलेज, पेराम्बलूर, तमिलनाडु
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,96,000 - 7,40,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: फार्मास्युटिकल कंपनियां, विश्वविद्यालय, अनुसंधान प्रयोगशालाएं और सरकारी एजेंसियां ।
कार्य वातावरणः आप ज्यादातर लगभग प्रयोगशालाओं में काम करेंगे। आपको प्रतिदिन 8 घंटे और सप्ताह में 5 या 6 दिन कार्य करना होगा। यह संस्थाओं पर निर्भर करेगा।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
गुणवत्ता नियंत्रण विश्लेषक → औषधि विश्लेषक →औषधि निरीक्षक → आर. एंड डी. प्रबंधक
अपेक्षाकृत वेतन
फार्मास्युटिकल इंजीनियर की आय रुपए 20,000 - 90,000* प्रतिमाह हो सकती है।
रिची सेठी, मर्क लाइफ साइंसेज में बायोप्रोसेस सिस्टम विशेषज्ञ हैं। वर्तमान में वह एक गतिशील युवा के रूप में, फार्मास्युटिकल उद्योग में डाउनस्ट्रीम प्रोसेसिंग के लिए महत्वपूर्ण बायोप्रोसेस उपकरण के डिजाइन का नेतृत्व कर रही हैं। उन्होंने लगभग 4 साल पहले भारत की प्रमुख दवा कंपनी बायोकॉन के साथ अपने कैरियर की शुरुआत की थी। भारत में फार्मास्युटिकल उद्योग के विकास के बारे में अत्यधिक आशावादी रिची का मानना है कि महिलाएं इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) बॉम्बे से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की है और पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से स्नातक इंजीनियरिंग में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। *
फार्मास्युटिकल इंजीनियर
NCS Code: NA | E036• आपकी तार्किक क्षमता अच्छी हो।
• आपकी समस्याओं का समाधान करने में रुचि हो।
• आपकी शोध और प्रयोगों में रुचि हो।
• आप टीम के साथ काम करने में सहज हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित/जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण।
2. फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक (बी.टेक./बी.ई.) करें।
अथवा
संबंधित विषय में स्नातकोत्तर (एम.ई./एम.टेक.) करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी.ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी.इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, धनबाद, झारखंड
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
3. डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
4. अलागप्पा कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
5. अन्ना विश्वविद्यालय, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
6. रासायनिक प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
7. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कल्याणी, पश्चिम बंगाल
8. आंध्र विश्वविद्यालय, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी और एग्रीकल्चर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
2. बी.वी. राजू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हैदराबाद, तेलंगाना
3. काकीनाडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजिकल साइंसेज, रामचंद्रपुरम, आंध्र प्रदेश
4. पी.पी. सवानी यूनिवर्सिटी, सूरत, गुजरात
5. हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर, तमिलनाडु
6. महेंद्र इंजीनियरिंग कॉलेज, नमक्कल, तमिलनाडु
7. के.एस. रंगासामी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचेंगोडे, चेन्नई, तमिलनाडु
8. धनलक्ष्मी श्रीनिवासन इंजीनियरिंग कॉलेज, पेराम्बलूर, तमिलनाडु
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,96,000 - 7,40,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: फार्मास्युटिकल कंपनियां, विश्वविद्यालय, अनुसंधान प्रयोगशालाएं और सरकारी एजेंसियां ।
कार्य वातावरणः आप ज्यादातर लगभग प्रयोगशालाओं में काम करेंगे। आपको प्रतिदिन 8 घंटे और सप्ताह में 5 या 6 दिन कार्य करना होगा। यह संस्थाओं पर निर्भर करेगा।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
गुणवत्ता नियंत्रण विश्लेषक → औषधि विश्लेषक →औषधि निरीक्षक → आर. एंड डी. प्रबंधक
फार्मास्युटिकल इंजीनियर की आय रुपए 20,000 - 90,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.ambitionbox.com/profile/pharmaceutical-engineer-salary
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
रिची सेठी, मर्क लाइफ साइंसेज में बायोप्रोसेस सिस्टम विशेषज्ञ हैं। वर्तमान में वह एक गतिशील युवा के रूप में, फार्मास्युटिकल उद्योग में डाउनस्ट्रीम प्रोसेसिंग के लिए महत्वपूर्ण बायोप्रोसेस उपकरण के डिजाइन का नेतृत्व कर रही हैं। उन्होंने लगभग 4 साल पहले भारत की प्रमुख दवा कंपनी बायोकॉन के साथ अपने कैरियर की शुरुआत की थी। भारत में फार्मास्युटिकल उद्योग के विकास के बारे में अत्यधिक आशावादी रिची का मानना है कि महिलाएं इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) बॉम्बे से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की है और पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से स्नातक इंजीनियरिंग में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। *
स्रोत: https://ispe.org/people/richi-sethi
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।