ऑप्टिकल इंजीनियर प्रकाशिकी (प्रकाश के व्यवहार का अध्ययन) का उपयोग करते हैं, ताकि प्रकाश और ऑप्टिकल तकनीक के उपयोग से उपकरणों को डिज़ाइन और निर्माण कर सकें । इसके लिए उन्हें प्रकाश के विज्ञान को समझना और लागू करना आवश्यक होता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपको विज्ञान और गणित में रुचि हो।
• आप किसी वैज्ञानिक समस्या को हल करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हों।
• आप प्रयोग करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान/गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंटेशन/ऑप्टिक्स और ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स/ एयरोस्पेस इंजीनियरिंग/एवियोनिक्स/इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और किसी भी संबंधित क्षेत्र में स्नातक करें। अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें ।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग भौतिकी विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. जवाहरलाल नेहरू आर्किटेक्चर और फाइन आर्ट्स यूनिवर्सिटी, हैदराबाद, तेलंगाना
2. दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नई दिल्ली
3. दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
4. भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुवनंतपुरम, केरल
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश
7. अलागप्पा चेटियार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, शिवगंगा, तमिलनाडु
8. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
9. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. स्वर्णिम स्टार्टअप और इनोवेशन यूनिवर्सिटी, गांधीनगर, गुजरात
2. पीपी सवानी यूनिवर्सिटी, सूरत, गुजरात
3. मंगलम स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, कोट्टायम, केरल
4. बी.एम.एस. स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, बेंगलुरु, कर्नाटक
5. सनराइज यूनिवर्सिटी, अलवर, राजस्थान
6. श्रीमती मनोरमाबाई मुण्डले कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, नागपुर
7. अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद, गुजरात
8. हिंदू कॉलेज ऑफ डिज़ाइन, आर्किटेक्चर और प्लानिंग, सोनीपत, हरियाणा
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000 -1,50,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है ।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है ।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।* सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं ।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: एयरोस्पेस उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक और प्रकाश उद्योग, कपड़ा क्षेत्र, वैज्ञानिक उपकरणों या ऑप्टोमैकेनिकल उपकरण (माइक्रोस्कोप, टेलीस्कोप, लेजर, सेंसर, फाइबर-ऑप्टिक केबल) और सरकारी संस्थाएं।
कार्य वातावरण: इस क्षेत्र में आपको बाहरी स्थानों और प्रयोगशालाओं में काम करना होगा। आप प्रति दिन 8 - 9 घंटे और प्रति सप्ताह 5 - 6 दिन काम कर सकते हैं। आपको शोध परियोजनाओं को पूरा करने या रिपोर्ट लिखने के लिए देर रात या सप्ताहांत में काम करना पड़ सकता है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
जोशुआ बेरियर, मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में एक ऑप्टिकल इंजीनियर हैं। उन्होंने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप, रोमन स्पेस टेलीस्कोप और पार्कर सोलर प्रोब जैसी 20 से अधिक अंतरिक्ष उड़ान परियोजनाओं में काम किया है। वर्तमान में, वह अंतरिक्ष के लायक रोवर लिडार के लिए ए.आई एंड टी. कानेतृत्व कर रहे हैं, जो चंद्र, मंगल और अन्य अलौकिक (एक्सट्राटेरेस्ट्रियल) सतहों पर पहिएदार वाहनों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया। यह अपनी तरह का पहला 3डी इमेजिंग सिस्टम होगा।*
ऑप्टिकल इंजीनियर
NCS Code: NA | E034• आपको विज्ञान और गणित में रुचि हो।
• आप किसी वैज्ञानिक समस्या को हल करने के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर सकते हों।
• आप प्रयोग करना पसंद करते हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान/गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंटेशन/ऑप्टिक्स और ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स/ एयरोस्पेस इंजीनियरिंग/एवियोनिक्स/इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और किसी भी संबंधित क्षेत्र में स्नातक करें।
अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें ।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग भौतिकी विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. जवाहरलाल नेहरू आर्किटेक्चर और फाइन आर्ट्स यूनिवर्सिटी, हैदराबाद, तेलंगाना
2. दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नई दिल्ली
3. दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
4. भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, तिरुवनंतपुरम, केरल
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
6. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश
7. अलागप्पा चेटियार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, शिवगंगा, तमिलनाडु
8. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
9. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. स्वर्णिम स्टार्टअप और इनोवेशन यूनिवर्सिटी, गांधीनगर, गुजरात
2. पीपी सवानी यूनिवर्सिटी, सूरत, गुजरात
3. मंगलम स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, कोट्टायम, केरल
4. बी.एम.एस. स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर, बेंगलुरु, कर्नाटक
5. सनराइज यूनिवर्सिटी, अलवर, राजस्थान
6. श्रीमती मनोरमाबाई मुण्डले कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर, नागपुर
7. अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद, गुजरात
8. हिंदू कॉलेज ऑफ डिज़ाइन, आर्किटेक्चर और प्लानिंग, सोनीपत, हरियाणा
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000 -1,50,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है ।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है ।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।* सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं ।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: एयरोस्पेस उद्योग, इलेक्ट्रॉनिक और प्रकाश उद्योग, कपड़ा क्षेत्र, वैज्ञानिक उपकरणों या ऑप्टोमैकेनिकल उपकरण (माइक्रोस्कोप, टेलीस्कोप, लेजर, सेंसर, फाइबर-ऑप्टिक केबल) और सरकारी संस्थाएं।
कार्य वातावरण: इस क्षेत्र में आपको बाहरी स्थानों और प्रयोगशालाओं में काम करना होगा। आप प्रति दिन 8 - 9 घंटे और प्रति सप्ताह 5 - 6 दिन काम कर सकते हैं। आपको शोध परियोजनाओं को पूरा करने या रिपोर्ट लिखने के लिए देर रात या सप्ताहांत में काम करना पड़ सकता है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
इंजीनियर → प्रोजेक्ट मैनेजर / प्रोजेक्ट इंजीनियर → सीनियर प्रोडक्ट मैनेजर / सीनियर ऑप्टिकल इंजीनियर
ऑप्टिकल इंजीनियर की आय रुपए 20,000 - 1,58,667* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Optical_Engineer/Salary
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
जोशुआ बेरियर, मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में एक ऑप्टिकल इंजीनियर हैं। उन्होंने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप, रोमन स्पेस टेलीस्कोप और पार्कर सोलर प्रोब जैसी 20 से अधिक अंतरिक्ष उड़ान परियोजनाओं में काम किया है। वर्तमान में, वह अंतरिक्ष के लायक रोवर लिडार के लिए ए.आई एंड टी. कानेतृत्व कर रहे हैं, जो चंद्र, मंगल और अन्य अलौकिक (एक्सट्राटेरेस्ट्रियल) सतहों पर पहिएदार वाहनों का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया। यह अपनी तरह का पहला 3डी इमेजिंग सिस्टम होगा।*
स्रोत: https://directory.imts.com/8_0/sessions/speaker-details.cfm?speakerid=168&
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।