मरीन इंजीनियर जहाज पर सभी प्रमुख उपकरणों के संचालन, रख-रखाव और मरम्मत के लिए उत्तरदायी होते हैं। ये छोटी और मछली पकड़ने वाली नौकाओं से लेकर पनडुब्बियों और विमान वाहकों तक को डिजाइन और निर्माण करने के लिए नौसेना के वास्तुकारों के साथ काम करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपको विज्ञान और गणितीय कार्यों में रुचि हो।
• आपको लोगों की परेशानियों को सुलझाना पसंद हो।
• आप संख्या या चार्ट के साथ काम करना पसंद करते हों।
• आपकी विश्लेषणात्मक सोच हो और गहन रूप से सोचने में सक्षम हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण।
2. समुद्री इंजीनियरिंग/नौसेना वास्तुकला और जहाज निर्माण/ नौसेना वास्तुकला और महासागर इंजीनियरिंग में स्नातक करें। अथवा
मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें। अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम मरीन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
2. मरीन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
3. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, मुंबई, महाराष्ट्र
4. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, चेन्नई, तमिलनाडु
5. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
6. पेरुन्थलैवर कामराजार इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कराईकल, पुदुच्चेरी
7. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
8. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. वेल्स यूनिवर्सिटी चेन्नई - वेल्स इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड स्टडीज, चेन्नई, तमिलनाडु
2. सीवी रमन ग्लोबल यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर, ओडिशा
3. स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कोच्चि, केरल
4. श्री वेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई, तमिलनाडु
5. श्रीनिवास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैंगलोर, कर्नाटक
6. मोहम्मद सथक इंजीनियरिंग कॉलेज, कीलाकराई, तमिलनाडु
7. कोयंबटूर मरीन कॉलेज, कोयंबटूर, तमिलनाडु
8. समुंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीटाइम स्टडीज, पुणे, महाराष्ट्र
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 15,000 - 15,00,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: इस क्षेत्र में सभी प्रकार के जहाजों जैसे - फेरी, कार्गो जहाज, और हवरक्राफ्ट, क्रूज लाइनर, सैन्य जहाज, पनडुब्बियां आदि पर काम करना पड़ सकता है।
कार्य वातावरणः यहां आप शिफ्ट में काम करेंगे, जो 8 से 12 घंटे की हो सकती है। फिर भी आपको कभी भी इमरजेंसी में ड्यूटी के लिए बुलाया जा सकता है। आपको काम के
सिलसिले में यात्रा भी करनी पड़ सकती है। आपको इंजन कक्ष में भी काम करना पड़ सकता है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
प्रशिक्षु या कनिष्ठ इंजीनियर → पांचवां इंजीनियर → चतुर्थ इंजीनियर → तृतीय इंजीनियर → द्वितीय इंजीनियर → मुख्य इंजीनियर → तकनीकी प्रमुख → तकनीकी प्रबंधक/अधीक्षक
अपेक्षाकृत वेतन
मरीन इंजीनियर की आय रुपए 12,500-3,33,400* प्रतिमाह हो सकती है।
सोनाली बनर्जी, भारत की पहली महिला समुद्री इंजीनियर हैं। उन्होंने कोलकाता के तारातला स्थित मरीन इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट में समुद्री इंजीनियरिंग में बी.ई. किया। बाद में उन्हें मोबिल शिपिंग कंपनी द्वारा छह महीने के प्री-सी कोर्स के लिए चुना गया। यह व्यावहारिक प्रशिक्षण उन्हें सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, हांगकांग, फिजी और ऑस्ट्रेलिया के बंदरगाहों तक ले गया। 26 अगस्त, 2001 को, सोनाली ने इतिहास रचा जब वह एक मोबिल शिपिंग कंपनी के जहाज पर सवार हुईं और आधिकारिक तौर पर जहाज के मशीन रूम की कमान संभालने वाली पहली भारतीय महिला बनीं ।*
मरीन इंजीनियर
NCS Code: NA | E029• आपको विज्ञान और गणितीय कार्यों में रुचि हो।
• आपको लोगों की परेशानियों को सुलझाना पसंद हो।
• आप संख्या या चार्ट के साथ काम करना पसंद करते हों।
• आपकी विश्लेषणात्मक सोच हो और गहन रूप से सोचने में सक्षम हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण।
2. समुद्री इंजीनियरिंग/नौसेना वास्तुकला और जहाज निर्माण/ नौसेना वास्तुकला और महासागर इंजीनियरिंग में स्नातक करें।
अथवा
मरीन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें।
अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम मरीन इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. द इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
2. मरीन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
3. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, मुंबई, महाराष्ट्र
4. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, चेन्नई, तमिलनाडु
5. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
6. पेरुन्थलैवर कामराजार इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कराईकल, पुदुच्चेरी
7. इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
8. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. वेल्स यूनिवर्सिटी चेन्नई - वेल्स इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड स्टडीज, चेन्नई, तमिलनाडु
2. सीवी रमन ग्लोबल यूनिवर्सिटी, भुवनेश्वर, ओडिशा
3. स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कोच्चि, केरल
4. श्री वेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, चेन्नई, तमिलनाडु
5. श्रीनिवास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैंगलोर, कर्नाटक
6. मोहम्मद सथक इंजीनियरिंग कॉलेज, कीलाकराई, तमिलनाडु
7. कोयंबटूर मरीन कॉलेज, कोयंबटूर, तमिलनाडु
8. समुंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीटाइम स्टडीज, पुणे, महाराष्ट्र
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 15,000 - 15,00,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: इस क्षेत्र में सभी प्रकार के जहाजों जैसे - फेरी, कार्गो जहाज, और हवरक्राफ्ट, क्रूज लाइनर, सैन्य जहाज, पनडुब्बियां आदि पर काम करना पड़ सकता है।
कार्य वातावरणः यहां आप शिफ्ट में काम करेंगे, जो 8 से 12 घंटे की हो सकती है। फिर भी आपको कभी भी इमरजेंसी में ड्यूटी के लिए बुलाया जा सकता है। आपको काम के
सिलसिले में यात्रा भी करनी पड़ सकती है। आपको इंजन कक्ष में भी काम करना पड़ सकता है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
प्रशिक्षु या कनिष्ठ इंजीनियर → पांचवां इंजीनियर → चतुर्थ इंजीनियर → तृतीय इंजीनियर → द्वितीय इंजीनियर → मुख्य इंजीनियर → तकनीकी प्रमुख → तकनीकी प्रबंधक/अधीक्षक
मरीन इंजीनियर की आय रुपए 12,500-3,33,400* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Marine_Engineer/Salary
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
सोनाली बनर्जी, भारत की पहली महिला समुद्री इंजीनियर हैं। उन्होंने कोलकाता के तारातला स्थित मरीन इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट में समुद्री इंजीनियरिंग में बी.ई. किया। बाद में उन्हें मोबिल शिपिंग कंपनी द्वारा छह महीने के प्री-सी कोर्स के लिए चुना गया। यह व्यावहारिक प्रशिक्षण उन्हें सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, हांगकांग, फिजी और ऑस्ट्रेलिया के बंदरगाहों तक ले गया। 26 अगस्त, 2001 को, सोनाली ने इतिहास रचा जब वह एक मोबिल शिपिंग कंपनी के जहाज पर सवार हुईं और आधिकारिक तौर पर जहाज के मशीन रूम की कमान संभालने वाली पहली भारतीय महिला बनीं ।*
स्रोत: https://www.thebetterindia.com/157195/india-first-woman-maritime-officer-sonali-banerjee-news/
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।