भू-सूचना विज्ञान इंजीनियरिंग भूगोल, कार्टोग्राफी, भू-विज्ञान, विज्ञान और इंजीनियरिंग की संबंधित शाखाओं की समस्याओं का समाधान करने के लिए सूचना विज्ञान की बुनियादी संरचना के विकास और उपयोग पर जोर देती है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपको बाहर काम करना पसंद हो।
• आप प्रयोग करना पसंद करते हों।
• आपकी विज्ञान और गणित में रुचि हो।
• आप समस्याओं तथा परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक, रसायन और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. भू-सूचना विज्ञान इंजीनियरिंग में बी.एस.सी./बी.ई./बी.टेक. करें। अथवा
जियोइन्फॉर्मेटिक्स में डिप्लोमा करें । अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें ।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बेंगलुरु, कर्नाटक
4. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
6. आंध्र विश्वविद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
7. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गुइंडी, चेन्नई, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, राजस्थान
2. एस.आर.एम. इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
3. सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, पुणे, महाराष्ट्र
4. मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान
5. पार्क कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर, तमिलनाडु
6. यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, उत्तराखंड
7. अमृता स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, केरल
8. एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, इंफाल, मणिपुर
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 15,000 - 14,51,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है ।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: सरकारी या निजी अंतरिक्ष एजेंसी, परिवहन कंपनी, सिविल इंजीनियरिंग या आर्किटेक्चर फर्म, इंटेलिजेंस फर्म, भूकंप निगरानी केंद्र, मौसम निगरानी स्टेशन, सैन्य कमांड और नियंत्रण केंद्र, एक शोध प्रयोगशाला, या यहां तक कि एक विश्वविद्यालय ।
कार्य वातावरण: कंपनियां आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। यहां शिफ्ट प्रणाली भी उपलब्ध है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
ऐनी हेल मिगलेरेज की रेडिएंट अर्थ फाउंडेशन भू-स्थानिक विश्लेषण प्रदान करती है, जो इमेजरी और मैपिंग डेटा का उपयोग करके सूचित निर्णय लेने को सशक्त बनाती है, ताकि विकासशील दुनिया की सबसे बड़ी सामा-जिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों को हल करने में मदद मिल सके । रेडिएंट अर्थ की स्थापना से पहले, उन्होंने नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के कोस्टल सर्विसेज सेंटर के प्रमुख के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने 10 वर्षों तक संगठन के रिमोट सेंसिंग और जीआईएस कार्यक्रमों का निर्देशन किया। मिगलेरेज़ ने साउथ कैरोलिना विश्वविद्यालय से भूगोल में अपनी स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री दोनों पूरी की हैं। *
भू-सूचना विज्ञान अभियंता
NCS Code: NA | E023• आपको बाहर काम करना पसंद हो।
• आप प्रयोग करना पसंद करते हों।
• आपकी विज्ञान और गणित में रुचि हो।
• आप समस्याओं तथा परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक, रसायन और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. भू-सूचना विज्ञान इंजीनियरिंग में बी.एस.सी./बी.ई./बी.टेक. करें।
अथवा
जियोइन्फॉर्मेटिक्स में डिप्लोमा करें ।
अथवा
स्नातक के बाद उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातकोत्तर करें ।
प्रवेश के लिए, आपको राष्ट्रीय स्तर (जे.ई.ई मेन, जे.ई.ई एडवांस इत्यादि) या राज्य स्तर (डब्ल्यू.बी.जे.ई.ई., ए.पी. ई.ए.एम.सी.ई.टी. इत्यादि) या संस्थान स्तर (वी.ई.टी., आई.पी. इत्यादि) पर आयोजित प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई, महाराष्ट्र
2. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, नई दिल्ली
3. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बेंगलुरु, कर्नाटक
4. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
5. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर, उत्तर प्रदेश
6. आंध्र विश्वविद्यालय कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश
7. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, गुइंडी, चेन्नई, तमिलनाडु
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, राजस्थान
2. एस.आर.एम. इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई, तमिलनाडु
3. सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, पुणे, महाराष्ट्र
4. मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान
5. पार्क कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर, तमिलनाडु
6. यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज, उत्तराखंड
7. अमृता स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, केरल
8. एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, इंफाल, मणिपुर
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 15,000 - 14,51,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है ।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है ।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: सरकारी या निजी अंतरिक्ष एजेंसी, परिवहन कंपनी, सिविल इंजीनियरिंग या आर्किटेक्चर फर्म, इंटेलिजेंस फर्म, भूकंप निगरानी केंद्र, मौसम निगरानी स्टेशन, सैन्य कमांड और नियंत्रण केंद्र, एक शोध प्रयोगशाला, या यहां तक कि एक विश्वविद्यालय ।
कार्य वातावरण: कंपनियां आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और हर दिन 8 से 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। यहां शिफ्ट प्रणाली भी उपलब्ध है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
जिओ-इन्फॉर्मेटिक्स सहायक → जिओ-इन्फॉर्मेटिक्स इंजीनियर → जिओ-इन्फॉर्मेटिक्स मैनेजर
अथवा
जी.आई.एस. प्रशिक्षु → जी.आई.एस. तकनीशियन → जी.आई.एस. ऑपरेटर → जी.आई.एस. कार्यकारी → जी.आई.एस. विश्लेषक→जी.आई.एस. विशेषज्ञ → जी.आई.एस. विशेषज्ञ → जी.आई.एस. प्रबंधक → जी.आई.एस. ऑपरेशंस मैनेजर
भू-सूचना विज्ञान अभियंता की आय रुपए 22,000 - 60,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.glassdoor.co.in/Salaries/geo-informatics-salary-SRCH_KO015.htm
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
ऐनी हेल मिगलेरेज की रेडिएंट अर्थ फाउंडेशन भू-स्थानिक विश्लेषण प्रदान करती है, जो इमेजरी और मैपिंग डेटा का उपयोग करके सूचित निर्णय लेने को सशक्त बनाती है, ताकि विकासशील दुनिया की सबसे बड़ी सामा-जिक, आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों को हल करने में मदद मिल सके । रेडिएंट अर्थ की स्थापना से पहले, उन्होंने नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के कोस्टल सर्विसेज सेंटर के प्रमुख के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने 10 वर्षों तक संगठन के रिमोट सेंसिंग और जीआईएस कार्यक्रमों का निर्देशन किया। मिगलेरेज़ ने साउथ कैरोलिना विश्वविद्यालय से भूगोल में अपनी स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री दोनों पूरी की हैं। *
स्रोतः https://geospatialworldforum.org/2019/speakers-bio.asp?id=gwf2019A31
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।