अग्नि और सुरक्षा अभियंता संरचना आग से होने वाले जोखिमों को रोकने और कम करने के लिए काम करते हैं। ये निर्धारित करते हैं कि किसी संरचना को आग की स्थिति में प्रभावी ढंग से लड़ने के लिए किस प्रकार के फायर प्रोटेक्शन उपकरण की आवश्यकता होती है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप समूह में काम करना पसंद करते हों।
• आपको स्पष्ट निर्देशों का पालन करना पसंद हो।
• आपको क्षेत्र की बारीकियों का पता हो।
• आपकी लोगों की समस्याएं सुलझाने और उनकी मदद करने में रुचि
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. आग और सुरक्षा/अग्नि सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन/अग्नि और औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातक करें। अथवा
अग्नि और सुरक्षा/अग्नि सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन/अग्नि और औद्योगिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें। अथवा
स्नातक के बाद अग्नि और सुरक्षा प्रबंधन में एम.बी.ए. करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र
2. राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र
3. विज्ञान और प्रौद्योगिकी स्कूल, कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोच्चि, केरल
4. हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय, पाटन, गुजरात
5. राष्ट्रीय अग्नि सुरक्षा एवं सुरक्षा प्रबंधन संस्थान, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
6. दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज, दरभंगा, बिहार
7. छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई, छत्तीसगढ़
8. राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान, मुबारकपुर, उत्तर प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. इंजीनियरिंग स्कूल, पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड
2. रक्षा उन्नत प्रौद्योगिकी संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र
3. ओपीजेएस विश्वविद्यालय, सादुलपुर, राजस्थान
4. संदीप विश्वविद्यालय, नासिक, महाराष्ट्र
5. गलगोटियास विश्वविद्यालय, नोएडा, उत्तर प्रदेश
6. मेडी-कैप्स विश्वविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश
7. जेएस विश्वविद्यालय, शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश
8. सिंघानिया विश्वविद्यालय, झुंझुनू, राजस्थान
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 2,00,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है ।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थलः फायर इंजीनियर्स सरकारी फायर सेवाओं, औद्योगिक स्थानों जैसे कारखानों और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स, हवाई अड्डे, स्टेडियम, अनुसंधान प्रयोगशालाएं, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य उच्च-इमारतें ।
कार्य वातावरणः आपको कार्यालयीन समय सुबह 10 से शाम 5 तक का करना होता है, यदि आप किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं या यात्रा कर रहे हों, तो कार्य समय अधिक हो सकता है। आपको निरीक्षण, आग की जांच या प्रशिक्षण प्रदान करने की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
फायर ऑपरेटर → लीडिंग फायर मैन → फायर प्रिवेंशन ऑफिसर → सहायक मंडल अधिकारी → मंडल अधिकारी → उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी → मुख्य अग्निशमन अधिकारी
अपेक्षाकृत वेतन
अग्नि एवं सुरक्षा अभियंता की आय रुपए 50,000 - 1,20,000* प्रतिमाह हो सकती है।
हर्षिनी कान्हेकर, भारत की पहली महिला फायर फाइटर हैं, जिन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए एक लड़कों के कॉलेज में प्रवेश लिया। उन्होंने नागपुर में नेशनल फायर सर्विस कॉलेज से स्नातक किया। उनकी नौकरी ने उन्हें महीनों तक घर से दूर रखा, लेकिन उन्होंने तमाम मुश्किलों के बावजूद जीत हासिल की।
अग्नि और सुरक्षा अभियंता
NCS Code: 2142.0501 | E019• आप समूह में काम करना पसंद करते हों।
• आपको स्पष्ट निर्देशों का पालन करना पसंद हो।
• आपको क्षेत्र की बारीकियों का पता हो।
• आपकी लोगों की समस्याएं सुलझाने और उनकी मदद करने में रुचि
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित) में 10+2 उत्तीर्ण ।
2. आग और सुरक्षा/अग्नि सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन/अग्नि और औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातक करें।
अथवा
अग्नि और सुरक्षा/अग्नि सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन/अग्नि और औद्योगिक इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें।
अथवा
स्नातक के बाद अग्नि और सुरक्षा प्रबंधन में एम.बी.ए. करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र
2. राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय, नागपुर, महाराष्ट्र
3. विज्ञान और प्रौद्योगिकी स्कूल, कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोच्चि, केरल
4. हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय, पाटन, गुजरात
5. राष्ट्रीय अग्नि सुरक्षा एवं सुरक्षा प्रबंधन संस्थान, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
6. दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज, दरभंगा, बिहार
7. छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई, छत्तीसगढ़
8. राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान, मुबारकपुर, उत्तर प्रदेश
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. इंजीनियरिंग स्कूल, पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय, देहरादून, उत्तराखंड
2. रक्षा उन्नत प्रौद्योगिकी संस्थान, पुणे, महाराष्ट्र
3. ओपीजेएस विश्वविद्यालय, सादुलपुर, राजस्थान
4. संदीप विश्वविद्यालय, नासिक, महाराष्ट्र
5. गलगोटियास विश्वविद्यालय, नोएडा, उत्तर प्रदेश
6. मेडी-कैप्स विश्वविद्यालय, इंदौर, मध्य प्रदेश
7. जेएस विश्वविद्यालय, शिकोहाबाद, उत्तर प्रदेश
8. सिंघानिया विश्वविद्यालय, झुंझुनू, राजस्थान
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000 - 2,00,000* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है ।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थलः फायर इंजीनियर्स सरकारी फायर सेवाओं, औद्योगिक स्थानों जैसे कारखानों और मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स, हवाई अड्डे, स्टेडियम, अनुसंधान प्रयोगशालाएं, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य उच्च-इमारतें ।
कार्य वातावरणः आपको कार्यालयीन समय सुबह 10 से शाम 5 तक का करना होता है, यदि आप किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं या यात्रा कर रहे हों, तो कार्य समय अधिक हो सकता है। आपको निरीक्षण, आग की जांच या प्रशिक्षण प्रदान करने की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
फायर ऑपरेटर → लीडिंग फायर मैन → फायर प्रिवेंशन ऑफिसर → सहायक मंडल अधिकारी → मंडल अधिकारी → उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी → मुख्य अग्निशमन अधिकारी
अग्नि एवं सुरक्षा अभियंता की आय रुपए 50,000 - 1,20,000* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.glassdoor.co.in/Salaries/fire-en-gineer-salary-SRCH_KO013.htm
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
हर्षिनी कान्हेकर, भारत की पहली महिला फायर फाइटर हैं, जिन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए एक लड़कों के कॉलेज में प्रवेश लिया। उन्होंने नागपुर में नेशनल फायर सर्विस कॉलेज से स्नातक किया। उनकी नौकरी ने उन्हें महीनों तक घर से दूर रखा, लेकिन उन्होंने तमाम मुश्किलों के बावजूद जीत हासिल की।
*स्रोत: https://shesightmag.com/the-insourcing-story-of-harshini-kanhekar-the-first-woman-firefighter-in-india/
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।