इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स दोनों ही क्षेत्र विद्युत से संबंधित हैं। विद्युत उपकरण वोल्टेज और करंट उत्पन्न करते हैं और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण वोल्टेज और करंट को नियंत्रित करते हैं, इसलिए इलेक्ट्रिकल इंजीनियर मुख्य रूप से विद्युत शक्ति के उत्पादन, संचारण और वितरण से संबंधित हैं। जबकि इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर घटकों, उपकरणों, प्रणालियों का विकास और परीक्षण करते हैं जो ऊर्जा स्रोत के रूप में बिजली का प्रयोग करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आपकी विज्ञान में रुचि हो।
• आपको समस्याओं तथा परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद हो।
• आपकी समस्याओं का समाधान करने में रुचि हो।
• आपका विश्लेषणात्मक रूप से कार्य करने में सक्षम हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन और जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. इलेक्ट्रिकल/कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री (बी.टेक./बी.ई.) करें। अथवा
इलेक्ट्रिकल या कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें। अथवा
इलेक्ट्रिकल/कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक के बाद स्नातकोत्तर करें।
प्रवेश के लिए, आपको जे.ई.ई. मेन्स उत्तीर्ण करना आवश्यक है। आई.आई.टी. में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस की आवश्यकता होती है। अन्य प्रवेश परीक्षाएं जैसे गेट/बिटसेट आदि भी दी जा सकती हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.), मद्रास, चेन्नई, तमिलनाडु
2. आई.आई.टी. दिल्ली, नई दिल्ली
3. आई.आई.टी., बॉम्बे, मुंबई, महाराष्ट्र
4. आई.आई.टी., खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
5. आई.आई.टी., कानपुर, उत्तर प्रदेश
6. आई.आई.टी., रुड़की, उत्तराखंड
7. सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
8. राजकीय पॉलिटेक्निक, पुणे, महाराष्ट्र
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
2. बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, राजस्थान
3. शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश
4. वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर, तमिलनाडु
5. बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा, राजस्थान
6. मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान
7. प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,800 - 18,62,600* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन प्रगति छात्रवृत्ति लड़कियों के लिएः यह छात्रवृत्ति, जो ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन द्वारा प्रदान की जाती है, तकनीकी शिक्षा, जिसमें इंजीनियरिंग के क्षेत्र शामिल हैं, का अध्ययन कर रही लड़कियों को समर्थन देने के उद्देश्य से है।
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं ।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है
पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थलः बिजली निर्माण कंपनियां, बिजली पारेषण कंपनियां, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान निर्माण क्षेत्र, दूरसंचार, कंप्यूटिंग, निर्माण, ऊर्जा, परिवहन और उपयोगिता कंपनियां और सशस्त्र बल ।
कार्य वातावरण: इस कार्यक्षेत्र में यात्रा करनी पड़ सकती है और आपको एक टीम का नेतृत्व करना पड़ सकता है। आपसे प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे या जरूरत पड़ने पर अधिक काम करने की अपेक्षा की जाती है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक → तकनीशियन → ऑपरेटर → इंजीनियर विद्युत वितरण → पर्यवेक्षक → परियोजना प्रबंधक
अपेक्षाकृत वेतन
इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर की आय रुपए 12,500 - 90,333* प्रतिमाह हो सकती है।
गगनदीप सिंह मथारू एक इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर हैं। उन्होंने भी वी.आई.टी. विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और म्यूनिख के तकनीकी विश्वविद्यालय से कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में परास्नातक़ डिग्री प्राप्त की। गगनदीप यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल, यूनाइटेड किंगडम के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में InnovEOX प्रोजेक्ट में मैरी क्यूरी अर्ली स्टेज रिसर्चर हैं।*
इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर
NCS Code: 2151.0302 | E015• आपकी विज्ञान में रुचि हो।
• आपको समस्याओं तथा परिस्थितियों का विश्लेषण करना पसंद हो।
• आपकी समस्याओं का समाधान करने में रुचि हो।
• आपका विश्लेषणात्मक रूप से कार्य करने में सक्षम हों।
1. विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन और जीव विज्ञान) में 10+2 उत्तीर्ण करें।
2. इलेक्ट्रिकल/कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री (बी.टेक./बी.ई.) करें।
अथवा
इलेक्ट्रिकल या कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करें।
अथवा
इलेक्ट्रिकल/कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक के बाद स्नातकोत्तर करें।
प्रवेश के लिए, आपको जे.ई.ई. मेन्स उत्तीर्ण करना आवश्यक है। आई.आई.टी. में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस की आवश्यकता होती है। अन्य प्रवेश परीक्षाएं जैसे गेट/बिटसेट आदि भी दी जा सकती हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.), मद्रास, चेन्नई, तमिलनाडु
2. आई.आई.टी. दिल्ली, नई दिल्ली
3. आई.आई.टी., बॉम्बे, मुंबई, महाराष्ट्र
4. आई.आई.टी., खड़गपुर, पश्चिम बंगाल
5. आई.आई.टी., कानपुर, उत्तर प्रदेश
6. आई.आई.टी., रुड़की, उत्तराखंड
7. सरकारी पॉलिटेक्निक, मुंबई, महाराष्ट्र
8. राजकीय पॉलिटेक्निक, पुणे, महाराष्ट्र
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
2. बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी, राजस्थान
3. शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश
4. वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, वेल्लोर, तमिलनाडु
5. बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा, राजस्थान
6. मणिपाल यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान
7. प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु, कर्नाटक
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/Rankings/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 2,800 - 18,62,600* के बीच है।
* उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्तिः यह छात्रवृत्ति अभियांत्रिकी स्नातक पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में नामांकित विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है। इसकी पात्रता में एक योग्यता परीक्षा शामिल है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े विद्यार्थियों को प्रदान की जाती है, जिसके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए एक उत्तम योग्यता होती है।*
• योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्तिः अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा प्रत्येक वर्ष लगभग 20,000 अभियांत्रिकी छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं। इस योजना के अंतर्गत उम्मीदवारों का समस्त पाठ्यक्रम शुल्क सीधे उनके संस्थानों को भुगतान किया जाता है।*
• ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन प्रगति छात्रवृत्ति लड़कियों के लिएः यह छात्रवृत्ति, जो ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन द्वारा प्रदान की जाती है, तकनीकी शिक्षा, जिसमें इंजीनियरिंग के क्षेत्र शामिल हैं, का अध्ययन कर रही लड़कियों को समर्थन देने के उद्देश्य से है।
• इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिपः आई.ओ.सी. लिमिटेड पात्र विद्यार्थियों को प्रत्येक वर्ष 300 छात्रवृत्तियां प्रदान करता है, इसके लिए विद्यार्थियों को एक स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए है ।*
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं ।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
* (इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है
पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि ।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थलः बिजली निर्माण कंपनियां, बिजली पारेषण कंपनियां, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान निर्माण क्षेत्र, दूरसंचार, कंप्यूटिंग, निर्माण, ऊर्जा, परिवहन और उपयोगिता कंपनियां और सशस्त्र बल ।
कार्य वातावरण: इस कार्यक्षेत्र में यात्रा करनी पड़ सकती है और आपको एक टीम का नेतृत्व करना पड़ सकता है। आपसे प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे या जरूरत पड़ने पर अधिक काम करने की अपेक्षा की जाती है।
* इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहायक → तकनीशियन → ऑपरेटर → इंजीनियर विद्युत वितरण → पर्यवेक्षक → परियोजना प्रबंधक
इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर की आय रुपए 12,500 - 90,333* प्रतिमाह हो सकती है।
स्रोत: https://www.ambitionbox.com/profile/elec-tronics-and-electrical-engineer-salary
* उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
गगनदीप सिंह मथारू एक इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर हैं। उन्होंने भी वी.आई.टी. विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और म्यूनिख के तकनीकी विश्वविद्यालय से कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में परास्नातक़ डिग्री प्राप्त की। गगनदीप यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल, यूनाइटेड किंगडम के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में InnovEOX प्रोजेक्ट में मैरी क्यूरी अर्ली स्टेज रिसर्चर हैं।*
स्रोत: https://innoveox.eu/esr2-gagandeep-singh-matharoo/
* उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।