जनरल ड्यूटी असिस्टेंट (मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल/गंभीर देखभाल/डायलिसिस/प्रसव) रोगी की देखभाल करता है और अस्पताल/घर में विभिन्न विभागों में अनुकूल वातावरण बनाए रखने में मदद करता है। कुछ प्रमुख जिम्मेदारियों में रोगी के दैनिक जीवन स्तर को बनाए रखना, रोगी की सुविधा, सुरक्षा और स्वास्थ्य आवश्यकताओं को देखना शामिल है। वे रोगियों की स्वास्थ्य स्थिति में बदलावों की निगरानी करते हैं या रिपोर्ट करते हैं। वे डॉक्टरों और नर्सों के साथ मिलकर काम करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप संचार कौशल में निपुण हो।
• आपको विभिन्न वस्तुओं को संयोजित करना पसंद हो।
• आपके पास अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल हो।
• आप अपने काम को व्यवस्थित ढंग से करते हों।
प्रवेश मार्ग
सर्टिफिकेट: जनरल ड्यूटी असिस्टेंस में सर्टिफिकेट या मैटरनल और न्यूबॉर्न केयर असिस्टेंस में सर्टिफिकेट।
पात्रता: बुनियादी शिक्षा (आमतौर पर 10वीं कक्षा पूरी या समकक्ष)। अवधि: 6 महीने से 1 वर्ष, कार्यक्रम प्रारूप और संस्थान पर निर्भर करता है। डिप्लोमा
पात्रता: हाई स्कूल (12वीं कक्षा या समकक्ष) की समाप्ति। अवधि: 1 से 2 वर्ष।
उदाहरण: जनरल ड्यूटी असिस्टेंस में डिप्लोमा, मैटरनल और चाइल्ड हेल्थ नर्सिंग में डिप्लोमा, मिडवाइफरी और प्रसूति में डिप्लोमा। स्नातक
पात्रता: विज्ञान (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान) में पृष्ठभूमि के साथ 12वीं कक्षा। अवधि: 3 से 4 वर्ष।
उदाहरण: नर्सिंग में विज्ञान स्नातक (बीएससी नर्सिंग), चिकित्सा और स्वास्थ्य विज्ञान में स्नातक, प्रसूति और स्त्री रोग नर्सिंग में स्नातक। स्नातकोत्तर
पात्रता: नर्सिंग, चिकित्सा विज्ञान या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री।
अवधि: 2 वर्ष।
उदाहरण: मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल में विशेषज्ञता के साथ नर्सिंग में मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी नर्सिंग), सार्वजनिक स्वास्थ्य में स्नातकोत्तर(एमपीएच), मिडवाइफरी और महिला स्वास्थ्य में एमएससी। डॉक्टरेट
पात्रता: संबंधित क्षेत्र (नर्सिंग, सार्वजनिक स्वास्थ्य, चिकित्सा विज्ञान) में स्नातकोत्तर। अवधि: 3 से 5 वर्ष।
उदाहरण: मातृ एवं नवजात शिशु स्वास्थ्य , नर्सिंग विज्ञान में पीएच.डी. अल्पकालिक पाठ्यक्रम: नवजात पुनर्जीवन कार्यक्रम (एनआरपी), प्रसूति आपातकालीन देखभाल, नवजात शिशु देखभाल, स्तनपान सहायता या प्रसवोत्तर देखभाल में उन्नत प्रशिक्षण।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम स्त्री रोग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
निजी संस्थान
1. वीवो हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, नागपुर और गुरुग्राम
2. यूनिक स्किल्स अकादमी, भोपाल,मध्य प्रदेश
3. के एफ नर्सिंग इंस्टीट्यूट, भोपाल,मध्य प्रदेश
4. वाईएलएस हेल्थकेयर अकादमी, नई दिल्ली
5. सिम्बायोसिस सेंटर फॉर हेल्थ स्किल्स (एस.सी.एच.एस.), लावले, महाराष्ट्र
फीस
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 15,000 से 80,000 * के बीच हो सकता है ।
स्नातक की डिग्री (3-4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 से 200,000* प्रति वर्ष के बीच हो सकता है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 80,000 से 300,000* प्रति वर्ष तक के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: चिकित्सालय, होम केयर एजेंसियाँ इत्यादि।
कार्य वतावरण: आपको सप्ताह में 5 से 6 दिन, प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है, और अतिरिक्त समय देना सामान्य है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
जनरल ड्यूटी असिस्टेंट → सीनियर जनरल ड्यूटी असिस्टेंट → सुपरवाइजर अथवा
जनरल ड्यूटी असिस्टेंट → क्लिनिकल नर्स सुपरवाइजर → हेड नर्स
अपेक्षाकृत वेतन
जनरल ड्यूटी असिस्टेंट की आय रूपए 6,000 - 12,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
पिंकी कुमारी, पश्चिमी चंपारण जिले के गोबराहिया गांव की 21 वर्षीय युवा है। उसके लिए जीवन आसान नहीं रहा, क्योंकि वह आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आती है और कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। वह अपने माता-पिता, तीन बहनों और एक भाई के साथ रहती है। अपने भाई-बहनों की शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए, पिंकी ने कक्षा 12 के बाद स्कूल छोड़ने का निर्णय लिया ताकि वह अपने परिवार की आर्थिक सहायता कर सके। इसके बाद, उसने एचएसबीसी द्वारा समर्थित जनरल ड्यूटी असिस्टेंट कोर्स में दाखिला लिया। पिंकी का आत्मविश्वास उसे हैदराबाद में नर्सिंग असिस्टेंट के रूप में नौकरी दिलाने में सफल रहा, जहाँ उसका वर्तमान वेतन आवास सहित 16,000 रुपये से अधिक है। पिंकी का सपना है कि वह एक दिन एक अच्छी नर्स बने।*
जनरल ड्यूटी असिस्टेंट-उन्नत विकल्प: मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल
NCS Code: 5329.0101 | HW022• आप संचार कौशल में निपुण हो।
• आपको विभिन्न वस्तुओं को संयोजित करना पसंद हो।
• आपके पास अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल हो।
• आप अपने काम को व्यवस्थित ढंग से करते हों।
सर्टिफिकेट: जनरल ड्यूटी असिस्टेंस में सर्टिफिकेट या मैटरनल और न्यूबॉर्न केयर असिस्टेंस में सर्टिफिकेट।
पात्रता: बुनियादी शिक्षा (आमतौर पर 10वीं कक्षा पूरी या समकक्ष)। अवधि: 6 महीने से 1 वर्ष, कार्यक्रम प्रारूप और संस्थान पर निर्भर करता है।
डिप्लोमा
पात्रता: हाई स्कूल (12वीं कक्षा या समकक्ष) की समाप्ति। अवधि: 1 से 2 वर्ष।
उदाहरण: जनरल ड्यूटी असिस्टेंस में डिप्लोमा, मैटरनल और चाइल्ड हेल्थ नर्सिंग में डिप्लोमा, मिडवाइफरी और प्रसूति में डिप्लोमा।
स्नातक
पात्रता: विज्ञान (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान) में पृष्ठभूमि के साथ 12वीं कक्षा। अवधि: 3 से 4 वर्ष।
उदाहरण: नर्सिंग में विज्ञान स्नातक (बीएससी नर्सिंग), चिकित्सा और स्वास्थ्य विज्ञान में स्नातक, प्रसूति और स्त्री रोग नर्सिंग में स्नातक।
स्नातकोत्तर
पात्रता: नर्सिंग, चिकित्सा विज्ञान या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री।
अवधि: 2 वर्ष।
उदाहरण: मातृ एवं नवजात शिशु देखभाल में विशेषज्ञता के साथ नर्सिंग में मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी नर्सिंग), सार्वजनिक स्वास्थ्य में स्नातकोत्तर(एमपीएच), मिडवाइफरी और महिला स्वास्थ्य में एमएससी।
डॉक्टरेट
पात्रता: संबंधित क्षेत्र (नर्सिंग, सार्वजनिक स्वास्थ्य, चिकित्सा विज्ञान) में स्नातकोत्तर। अवधि: 3 से 5 वर्ष।
उदाहरण: मातृ एवं नवजात शिशु स्वास्थ्य , नर्सिंग विज्ञान में पीएच.डी.
अल्पकालिक पाठ्यक्रम: नवजात पुनर्जीवन कार्यक्रम (एनआरपी), प्रसूति आपातकालीन देखभाल, नवजात शिशु देखभाल, स्तनपान सहायता या प्रसवोत्तर देखभाल में उन्नत प्रशिक्षण।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच करें।
यह पाठ्यक्रम स्त्री रोग विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
निजी संस्थान
1. वीवो हेल्थकेयर इंस्टीट्यूट, नागपुर और गुरुग्राम
2. यूनिक स्किल्स अकादमी, भोपाल,मध्य प्रदेश
3. के एफ नर्सिंग इंस्टीट्यूट, भोपाल,मध्य प्रदेश
4. वाईएलएस हेल्थकेयर अकादमी, नई दिल्ली
5. सिम्बायोसिस सेंटर फॉर हेल्थ स्किल्स (एस.सी.एच.एस.), लावले, महाराष्ट्र
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 15,000 से 80,000 * के बीच हो सकता है ।
स्नातक की डिग्री (3-4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 से 200,000* प्रति वर्ष के बीच हो सकता है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 80,000 से 300,000* प्रति वर्ष तक के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है, पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: चिकित्सालय, होम केयर एजेंसियाँ इत्यादि।
कार्य वतावरण: आपको सप्ताह में 5 से 6 दिन, प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करना होगा। शिफ्ट प्रणाली उपलब्ध हो सकती है, और अतिरिक्त समय देना सामान्य है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
जनरल ड्यूटी असिस्टेंट → सीनियर जनरल ड्यूटी असिस्टेंट → सुपरवाइजर
अथवा
जनरल ड्यूटी असिस्टेंट → क्लिनिकल नर्स सुपरवाइजर → हेड नर्स
जनरल ड्यूटी असिस्टेंट की आय रूपए 6,000 - 12,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत - https://bit.ly/3XQLXxz
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
पिंकी कुमारी, पश्चिमी चंपारण जिले के गोबराहिया गांव की 21 वर्षीय युवा है। उसके लिए जीवन आसान नहीं रहा, क्योंकि वह आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आती है और कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। वह अपने माता-पिता, तीन बहनों और एक भाई के साथ रहती है। अपने भाई-बहनों की शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए, पिंकी ने कक्षा 12 के बाद स्कूल छोड़ने का निर्णय लिया ताकि वह अपने परिवार की आर्थिक सहायता कर सके। इसके बाद, उसने एचएसबीसी द्वारा समर्थित जनरल ड्यूटी असिस्टेंट कोर्स में दाखिला लिया। पिंकी का आत्मविश्वास उसे हैदराबाद में नर्सिंग असिस्टेंट के रूप में नौकरी दिलाने में सफल रहा, जहाँ उसका वर्तमान वेतन आवास सहित 16,000 रुपये से अधिक है। पिंकी का सपना है कि वह एक दिन एक अच्छी नर्स बने।*
स्रोत - https://dbtech.in/SuccessStory.aspx
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।