भारतीय वायु सेना अधिकारी (आई.ए.एफ.) देश को सभी हवाई खतरों से बचाते हैं और भारतीय सशस्त्र बलों (भारतीय नौसेना और भारतीय सेना) के अन्य दो अंगों के साथ निकट संपर्क में काम करते हैं, ताकि सभी खतरों से भारतीय क्षेत्र की रक्षा की जा सके। भारतीय वायु सेना अधिकारी को प्राकृतिक आपदा की स्थिति में मानवीय खोज और बचाव कार्य करने की भी आवश्यकता होती है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप लोगों की मदद करना पसंद करते हों।
आप बाहर काम करने पसंद करते हों।
आप देश की सेवा और शौर्य का प्रदर्शन करने के इच्छुक हों।
आप स्पष्ट निर्देशों का अनुसरण करते हों।
प्रवेश मार्ग
किसी भी वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण, विशेषकर विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित)।
इसके बाद आपको लिखित परीक्षा और फिर साक्षात्कार देना होगा। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
अथवा
विज्ञान वर्ग में स्नातक करें और संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा और साक्षात्कार के लिए उपस्थित हों। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
अथवा
तकनीकी प्रवेश के लिए, जे.ई.ई. एडवांस, जे.ई.ई. मेन, मेट, वी.आई.टी.ई.ई.ई., एम.एच.टी. सी.ई.टी., एस.आर.एम.जे.ई.ई., सी.ओ.एम.ई.डी.के., यू.जी.ई.टी., के.सी.ई.टी. आदि जैसी प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री (बी.ई. / बी. टेक.) पूरी करें।
भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए आपको विभिन्न लिखित परीक्षाओं, एस.एस.बी. साक्षात्कार और विभिन्न चिकित्सा परीक्षाओं को भी पास करना होगा, जिसके बाद आप अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में शामिल हो सकते हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है। सरकारी संस्थान
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे, महाराष्ट्र
वायु सेना अकादमी, डुंडीगल, तेलंगाना निजी संस्थान
बालनोई अकादमी, नई दिल्ली
कैवलियर इंडिया, बेंगलुरु, कर्नाटक
मिनर्वा अकादमी, चंडीगढ़
ओलिव ग्रीन्स इंस्टीट्यूट, चंडीगढ़
द कैवलियर, नई दिल्ली
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000-1,00,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000-1,50,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000-2,00,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,00,000-3,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।* *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: आप भारतीय वायु सेना के पांच ऑपरेशनल और दो फंक्शनल कमांड में से किसी में भी नौकरी पा सकते हैं। एक प्रवेश स्तर के अधिकारी से एक सेक्शन के भीतर 3 शाखाओं, यानी फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और ग्राउंड ब्रांच में से किसी में काम करने की उम्मीद की जाती है।
कार्य वातावरण: काम का समय आम तौर पर प्रतिदिन 8 - 9 घंटे के लिए सप्ताह में 6 - 7 दिन होता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध है। आपसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने की उम्मीद की जाती है। ज्यादातर काम बाहर का होता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
गुंजन सक्सेना, देश की सबसे प्रसिद्ध फ्लाइंग ऑफिसर्स में से एक हैं। वे देश की सबसे लोकप्रिय महिला आई.ए.एफ. अधिकारियों में से एक हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सशस्त्र बलों में शामिल होने का फैसला किया। वे वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध में एक अनुभवी होने के साथ - साथ युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरने वाली पहली महिला भी हैं।*
भारतीय वायु सेना अधिकारी
NCS Code: NA | GS010आप लोगों की मदद करना पसंद करते हों।
आप बाहर काम करने पसंद करते हों।
आप देश की सेवा और शौर्य का प्रदर्शन करने के इच्छुक हों।
आप स्पष्ट निर्देशों का अनुसरण करते हों।
किसी भी वर्ग में 10+2 उत्तीर्ण, विशेषकर विज्ञान वर्ग (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित)।
इसके बाद आपको लिखित परीक्षा और फिर साक्षात्कार देना होगा। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
अथवा
विज्ञान वर्ग में स्नातक करें और संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा और साक्षात्कार के लिए उपस्थित हों। सभी उम्मीदवारों को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट पास करना होगा।
अथवा
तकनीकी प्रवेश के लिए, जे.ई.ई. एडवांस, जे.ई.ई. मेन, मेट, वी.आई.टी.ई.ई.ई., एम.एच.टी. सी.ई.टी., एस.आर.एम.जे.ई.ई., सी.ओ.एम.ई.डी.के., यू.जी.ई.टी., के.सी.ई.टी. आदि जैसी प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद इंजीनियरिंग में स्नातक डिग्री (बी.ई. / बी. टेक.) पूरी करें।
भारतीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए आपको विभिन्न लिखित परीक्षाओं, एस.एस.बी. साक्षात्कार और विभिन्न चिकित्सा परीक्षाओं को भी पास करना होगा, जिसके बाद आप अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में शामिल हो सकते हैं।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे, महाराष्ट्र
वायु सेना अकादमी, डुंडीगल, तेलंगाना
निजी संस्थान
बालनोई अकादमी, नई दिल्ली
कैवलियर इंडिया, बेंगलुरु, कर्नाटक
मिनर्वा अकादमी, चंडीगढ़
ओलिव ग्रीन्स इंस्टीट्यूट, चंडीगढ़
द कैवलियर, नई दिल्ली
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 20,000-1,00,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 30,000-1,50,000* के बीच है।
स्नातक (3 - 4 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000-2,00,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 1,00,000-3,00,000* के बीच है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: आप भारतीय वायु सेना के पांच ऑपरेशनल और दो फंक्शनल कमांड में से किसी में भी नौकरी पा सकते हैं। एक प्रवेश स्तर के अधिकारी से एक सेक्शन के भीतर 3 शाखाओं, यानी फ्लाइंग ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और ग्राउंड ब्रांच में से किसी में काम करने की उम्मीद की जाती है।
कार्य वातावरण: काम का समय आम तौर पर प्रतिदिन 8 - 9 घंटे के लिए सप्ताह में 6 - 7 दिन होता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध है। आपसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने की उम्मीद की जाती है। ज्यादातर काम बाहर का होता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
फ्लाइंग ऑफिसर → फ्लाइट लेफ्टिनेंट → स्क्वाड्रन लीडर → विंग लीडर → ग्रुप कैप्टन → एयर कमोडोर → एयर वाइस मार्शल → एयर मार्शल
भारतीय वायुसेना अधिकारी की आय रुपए 56,100- 2,50,000* प्रति माह हो सकती है।
स्रोत: https://careerairforce.nic.in-/pay-and-benefits
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
गुंजन सक्सेना, देश की सबसे प्रसिद्ध फ्लाइंग ऑफिसर्स में से एक हैं। वे देश की सबसे लोकप्रिय महिला आई.ए.एफ. अधिकारियों में से एक हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सशस्त्र बलों में शामिल होने का फैसला किया। वे वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध में एक अनुभवी होने के साथ - साथ युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरने वाली पहली महिला भी हैं।*
स्रोत: indiatimes.com/news/india/the-untold-story-of-the-first-women-warriors-of-kargil-gunjan-saxena-and-srividya-rajan-258983.html
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।