वाइन के लिए अंगूरों के रोपण, उगाने और कटाई के लिए एक वाइनयार्ड उत्तरदायी होता है। वह क्षेत्र के चयन, वाइनयार्ड भूमि की तैयारी और श्रमिकों के प्रबंधन के लिए भी उत्तरदायी होता है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप महत्वाकांक्षी होने के साथ-साथ एक लक्ष्य निर्धारक भी हों।
• आप बागवानी में रुचि रखते हों।
• आप अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हों।
प्रवेश मार्ग
1. विज्ञान वर्ग में (भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित/जीव विज्ञान) में 10+2 पूरा करें। अथवा
वाइन टेक्नोलॉजी/वाइन, ब्रूइंग और अल्कोहल टेक्नोलॉजी/विटीकल्चर या संबंधित विषय में स्नातक करें। अथवा
वाइन टेक्नोलॉजी/वाइन स्टडीज/फ्रूट प्रोसेसिंग और वाइन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करें। अथवा
स्नातक के बाद वाइन बिजनेस मैनेजमेंट में एम.बी.ए. करें।
2. बागवानी/फ्रूट प्रोसेसिंग/वाइन टेक्नोलॉजी में स्नातक डिग्री पूरी करें और उसके बाद एक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, जैसे एडवांस्ड वाइन प्रोग्राम या वाइन एंड स्पिरिट एजुकेशन ट्रस्ट आदि पूरा करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
शैक्षिक संस्थान
कुछ संस्थान वाइन प्रौद्योगिकी तथा वाइन स्टडीज में पाठ्यक्रम संचालित करते हैं।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
संस्थान
1. आई.डी.आर.ए.सी. बिजनेस स्कूल, इंडिया कैंपस, पुणे, महाराष्ट्र
2. गार्गी कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (गार्टी), नासिक, महाराष्ट्र
3. वाइन्स एंड स्पिरिट्स अकादमी, नई दिल्ली
4. तुललेहो वाइन अकादमी, बेंगलुरु, कर्नाटक
5. भारतीय प्रोफेशनल बारटेंडिंग अकादमी (आई.पी.बी.ए.), पुणे और मुंबई, महाराष्ट्र
6. आई.आई.बी.टी. चंडीगढ़, चंडीगढ़
7. अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
8. सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): रुपए 10,000 – 30,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): रुपए 20,000 – 60,000* के बीच है।
स्नातक (3-4 वर्ष): रुपए 40,000 – 1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): रुपए 50,000 – 2,50,000* के बीच है।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत, विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की गई केंद्र सरकार की योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनमें डेयरी फार्मिंग और उद्यमिता जैसे कृषि और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए छात्रवृत्तियां शामिल हैं।
• प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए pmkvyofficial.org पर जाएं। इस पोर्टल पर, केंद्र सरकार द्वारा कौशल विकास कार्यक्रमों के लिए योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनमें डेयरी फार्मिंग और उद्यमिता शामिल हैं।
• राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रोत्साहन योजना: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए apprenticeshipindia.gov.in पर जाएं। यह पोर्टल कृषि क्षेत्र में अप्रेंटिसशिप के अवसर प्रदान करता है, जिसमें अंगूर के बाग (वाइनयार्ड) संचालन भी शामिल है। यह योजना वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण संसाधन प्रदान करती है।
• बागवानी के समेकित विकास का मिशन: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए midh.gov.in पर जाएं। यह पहल बागवानी प्रथाओं, जिसमें अंगूर की खेती भी शामिल है, को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह वाइनयार्ड उत्पादकों को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखती है।
• कृषि क्लीनिक और कृषि-व्यवसाय केंद्र: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए agricoop.nic.in पर जाएं। यह कार्यक्रम कृषि उद्यमियों, जिसमें वाइनयार्ड उत्पादक भी शामिल हैं, को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करता है ताकि वे अपने कृषि-व्यवसाय उपक्रम स्थापित कर सकें। *(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: वाइनरी, वाइनयार्ड, अंगूर के खेत आदि।
उद्यमिता: आप सीधे दुकानों पर उत्पाद की आपूर्ति करके अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: यह डेस्क जॉब नहीं है। आपको श्रमिकों और सहायकों की टीम का प्रबंधन करना पड़ सकता है। यहां अंशकालिक और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। आपकी कार्य अवधि का समय यहां निर्धारित नहीं है। फसल के मौसम के दौरान आपको अधिक कार्य भी करना पड़ सकता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
वाइनयार्ड उत्पादक → क्षेत्र पर्यवेक्षक → वाइनयार्ड मैनेजर
अपेक्षाकृत वेतन
वाइनयार्ड उत्पादक की आय रुपए 8,000 - 40,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
कौशल खैरनार ने नासिक के वाइन क्षेत्र में जन्म लिया तथा अंगूर उत्पादकों और शराब उत्पादकों के बीच बड़े हुए। इसके फलस्वरूप उन्होंने गार्गी एग्रीकल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (जी.ए.आर.टी.आई.) नासिक में वर्ष 2008 से शुरू होने वाले तीन साल के लिए एक इंट्रोडक्टरी वाइनमेकिंग कोर्स में भाग लिया। जी.ए.आर.टी.आई. से वाइनमेकिंग में बी.एस.सी. करने के बाद, उन्होंने मोंटपेलियर सुपरएग्रो यूनिवर्सिटी से अंगूर की खेती और ओनोलॉजी में मास्टर डिग्री की। वर्तमान में वे चंदन इंडिया में वाइनमेकर हैं। अंगूर की फसल से लेकर बोतलों को अंतिम रूप दे कर निकालने तक, खैरनार ने काम किया है।*
वाइनयार्ड उत्पादक
NCS Code: NA | AAS023• आप महत्वाकांक्षी होने के साथ-साथ एक लक्ष्य निर्धारक भी हों।
• आप बागवानी में रुचि रखते हों।
• आप अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हों।
1. विज्ञान वर्ग में (भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित/जीव विज्ञान) में 10+2 पूरा करें।
अथवा
वाइन टेक्नोलॉजी/वाइन, ब्रूइंग और अल्कोहल टेक्नोलॉजी/विटीकल्चर या संबंधित विषय में स्नातक करें।
अथवा
वाइन टेक्नोलॉजी/वाइन स्टडीज/फ्रूट प्रोसेसिंग और वाइन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा करें।
अथवा
स्नातक के बाद वाइन बिजनेस मैनेजमेंट में एम.बी.ए. करें।
2. बागवानी/फ्रूट प्रोसेसिंग/वाइन टेक्नोलॉजी में स्नातक डिग्री पूरी करें और उसके बाद एक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, जैसे एडवांस्ड वाइन प्रोग्राम या वाइन एंड स्पिरिट एजुकेशन ट्रस्ट आदि पूरा करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम अवधि की जांच करें।
कुछ संस्थान वाइन प्रौद्योगिकी तथा वाइन स्टडीज में पाठ्यक्रम संचालित करते हैं।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
संस्थान
1. आई.डी.आर.ए.सी. बिजनेस स्कूल, इंडिया कैंपस, पुणे, महाराष्ट्र
2. गार्गी कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (गार्टी), नासिक, महाराष्ट्र
3. वाइन्स एंड स्पिरिट्स अकादमी, नई दिल्ली
4. तुललेहो वाइन अकादमी, बेंगलुरु, कर्नाटक
5. भारतीय प्रोफेशनल बारटेंडिंग अकादमी (आई.पी.बी.ए.), पुणे और मुंबई, महाराष्ट्र
6. आई.आई.बी.टी. चंडीगढ़, चंडीगढ़
7. अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद, महाराष्ट्र
8. सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय, पुणे, महाराष्ट्र
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क
सर्टिफिकेट (6 महीने – 1 वर्ष): रुपए 10,000 – 30,000* के बीच है।
डिप्लोमा (1 वर्ष): रुपए 20,000 – 60,000* के बीच है।
स्नातक (3-4 वर्ष): रुपए 40,000 – 1,50,000* के बीच है।
स्नातकोत्तर (2 वर्ष): रुपए 50,000 – 2,50,000* के बीच है।
छात्रवृत्ति
• राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत, विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की गई केंद्र सरकार की योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनमें डेयरी फार्मिंग और उद्यमिता जैसे कृषि और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए छात्रवृत्तियां शामिल हैं।
• प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए pmkvyofficial.org पर जाएं। इस पोर्टल पर, केंद्र सरकार द्वारा कौशल विकास कार्यक्रमों के लिए योजनाएं उपलब्ध हैं, जिनमें डेयरी फार्मिंग और उद्यमिता शामिल हैं।
• राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रोत्साहन योजना: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए apprenticeshipindia.gov.in पर जाएं। यह पोर्टल कृषि क्षेत्र में अप्रेंटिसशिप के अवसर प्रदान करता है, जिसमें अंगूर के बाग (वाइनयार्ड) संचालन भी शामिल है। यह योजना वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण संसाधन प्रदान करती है।
• बागवानी के समेकित विकास का मिशन: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए midh.gov.in पर जाएं। यह पहल बागवानी प्रथाओं, जिसमें अंगूर की खेती भी शामिल है, को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह वाइनयार्ड उत्पादकों को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखती है।
• कृषि क्लीनिक और कृषि-व्यवसाय केंद्र: सभी नवीनतम जानकारियों के लिए agricoop.nic.in पर जाएं। यह कार्यक्रम कृषि उद्यमियों, जिसमें वाइनयार्ड उत्पादक भी शामिल हैं, को प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता प्रदान करता है ताकि वे अपने कृषि-व्यवसाय उपक्रम स्थापित कर सकें।
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: वाइनरी, वाइनयार्ड, अंगूर के खेत आदि।
उद्यमिता: आप सीधे दुकानों पर उत्पाद की आपूर्ति करके अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
कार्य वातावरण: यह डेस्क जॉब नहीं है। आपको श्रमिकों और सहायकों की टीम का प्रबंधन करना पड़ सकता है। यहां अंशकालिक और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। आपकी कार्य अवधि का समय यहां निर्धारित नहीं है। फसल के मौसम के दौरान आपको अधिक कार्य भी करना पड़ सकता है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
वाइनयार्ड उत्पादक → क्षेत्र पर्यवेक्षक → वाइनयार्ड मैनेजर
वाइनयार्ड उत्पादक की आय रुपए 8,000 - 40,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Farm_Worker/Salary
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
कौशल खैरनार ने नासिक के वाइन क्षेत्र में जन्म लिया तथा अंगूर उत्पादकों और शराब उत्पादकों के बीच बड़े हुए। इसके फलस्वरूप उन्होंने गार्गी एग्रीकल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (जी.ए.आर.टी.आई.) नासिक में वर्ष 2008 से शुरू होने वाले तीन साल के लिए एक इंट्रोडक्टरी वाइनमेकिंग कोर्स में भाग लिया। जी.ए.आर.टी.आई. से वाइनमेकिंग में बी.एस.सी. करने के बाद, उन्होंने मोंटपेलियर सुपरएग्रो यूनिवर्सिटी से अंगूर की खेती और ओनोलॉजी में मास्टर डिग्री की। वर्तमान में वे चंदन इंडिया में वाइनमेकर हैं। अंगूर की फसल से लेकर बोतलों को अंतिम रूप दे कर निकालने तक, खैरनार ने काम किया है।*
स्रोत: https://www.indianwineacademy.com/item_3_882.aspx
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।