विशेष शिक्षकों को दिव्यांग बच्चों के साथ संवाद करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है, ताकि बच्चे की व्यक्तिगत क्षमताओं और ज़रूरतों को ध्यान में रखा जा सके। वे प्रत्येक विद्यार्थी की प्रगति का मूल्यांकन करके और उनमें से प्रत्येक के लिए रिपोर्ट बनाकर मानसिक, भावनात्मक या शारीरिक विकार वाले विद्यार्थियों को सीखने में सहायता प्रदान करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
• आप दूसरों को पढ़ाना पसंद करते हों।
• आप संचार कौशल में निपुण हों।
• आप विवरणों पर ध्यान देते हो।
• आपको दूसरों की सहायता करना पसंद हों।
प्रवेश मार्ग
1. किसी भी विषय में 10 + 2 उत्तीर्ण करें।
2. किसी भी विषय में स्नातक बाद विशेष शिक्षा में शिक्षा स्नातक (बी.एड.) करें। अथवा
किसी भी विषय में स्नातक बाद विशेष शिक्षा में शिक्षा स्नातक (बी.एड.) करें और उसके बाद विशेष शिक्षा में शिक्षा स्नातकोत्तर (एम.एड.) करें। अथवा
भारतीय पुनर्वास परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से शिक्षा में डिप्लोमा (डी.एड.) विशेष शिक्षा कार्यक्रम पूरा करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच कर लें।
शैक्षिक संस्थान
यह पाठ्यक्रम शिक्षा/विशेष शिक्षा विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जी.जी.एस.आई.पी.यू.), नई दिल्ली
2. जामिया मिलिया इस्लामिया (जे.एम.आई.), नई दिल्ली
3. महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली, उत्तर प्रदेश
4. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बी.एच.यू.), वाराणसी, उत्तर प्रदेश
5. अखिल भारतीय वाणी एवं श्रवण संस्थान, मैसूर, कर्नाटक
6. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
7. यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय, नासिक, महाराष्ट्र
8. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़, पंजाब
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी.और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. भारतीय स्वास्थ्य शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, पटना, बिहार
2. संस्कृति विश्वविद्यालय, मथुरा, उत्तर प्रदेश
3. इसराजी देवी शिक्षण संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
4. आश्रय ट्रस्ट सेंटर फॉर एजुकेशन पुनर्वास, मुंबई, महाराष्ट्र
5. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
6. एस.जी.टी. यूनिवर्सिटी (श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी यूनिवर्सिटी), गुरुग्राम, हरियाणा
7. मानव रचना यूनिवर्सिटी (एम.आर.यू.), फरीदाबाद, हरियाणा
8. आई.सी.एफ.ए.आई. यूनिवर्सिटी, अगरतला, त्रिपुरा
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
फीस
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 - 2,00,000* के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्य स्थल: सरकारी और निजी विद्यालय, विशेष केंद्र और संस्थान, गैर-सरकारी संगठन, बी.एड. कॉलेजों में विशेष शिक्षा शिक्षक, पुनर्वास केंद्र, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए अस्पताल।
कार्य वातावरण: एक विशेष शिक्षक के रूप में, आपको बच्चों और संगठन के कर्मचारियों के साथ बातचीत करनी होगी। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है और अतिरिक्त समय की आवश्यकता भी हो सकती है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
सहायक परामर्शदाता → परामर्शदाता → परामर्श विभाग का प्रमुख → विद्यालय वरिष्ठ नेतृत्व टीम/उप प्रधानाचार्य के सदस्य → प्रधानाचार्य
अपेक्षाकृत वेतन
विशेष शिक्षक की आय अनुमानित रूपए 25,000 - 30,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
डॉ. मिथु अलूर एडीएपीटी (एबल डिसेबल्ड ऑल पीपल टुगेदर) की संस्थापक अध्यक्ष हैं, जिसे पहले स्पास्टिक सोसाइटी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता था। वह एक शिक्षिका, दिव्यांगता अधिकारों की समर्थक, शोधकर्ता और लेखिका हैं, और भारत में दिव्यांग व्यक्तियों से जुड़े मुद्दों पर व्यापक रूप से प्रकाशित हो चुकी हैं। डॉ. अलूर सेरेब्रल पाल्सी, ऑटिज्म, डाउन सिंड्रोम और बौद्धिक दिव्यांगताओ जैसी न्यूरोमस्कुलर और विकासात्मक दिव्यांगताओ वाले व्यक्तियों की देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी मानी जाती हैं। जब उनकी बेटी मालिनी चिब को सेरेब्रल पाल्सी का निदान हुआ, तब उन्हें यह एहसास हुआ कि भारत में ऐसी परिस्थितियों वाले व्यक्तियों की देखभाल के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड में प्रशिक्षण प्राप्त किया और वर्ष1972 में स्पास्टिक सोसाइटी ऑफ इंडिया (लघु उद्योग) की स्थापना की। आज, भारत के 16 राज्यों में स्वतंत्र रूप से संचालित स्पास्टिक सोसाइटीज़ हैं, जो कई ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं।
विशेष शिक्षक
NCS Code: 2352.03 | ET019• आप दूसरों को पढ़ाना पसंद करते हों।
• आप संचार कौशल में निपुण हों।
• आप विवरणों पर ध्यान देते हो।
• आपको दूसरों की सहायता करना पसंद हों।
1. किसी भी विषय में 10 + 2 उत्तीर्ण करें।
2. किसी भी विषय में स्नातक बाद विशेष शिक्षा में शिक्षा स्नातक (बी.एड.) करें।
अथवा
किसी भी विषय में स्नातक बाद विशेष शिक्षा में शिक्षा स्नातक (बी.एड.) करें और उसके बाद विशेष शिक्षा में शिक्षा स्नातकोत्तर (एम.एड.) करें।
अथवा
भारतीय पुनर्वास परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से शिक्षा में डिप्लोमा (डी.एड.) विशेष शिक्षा कार्यक्रम पूरा करें।
कृपया नामांकन के दौरान पाठ्यक्रम की अवधि की जांच कर लें।
यह पाठ्यक्रम शिक्षा/विशेष शिक्षा विभाग द्वारा संचालित किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (जी.जी.एस.आई.पी.यू.), नई दिल्ली
2. जामिया मिलिया इस्लामिया (जे.एम.आई.), नई दिल्ली
3. महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय, बरेली, उत्तर प्रदेश
4. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बी.एच.यू.), वाराणसी, उत्तर प्रदेश
5. अखिल भारतीय वाणी एवं श्रवण संस्थान, मैसूर, कर्नाटक
6. जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता, पश्चिम बंगाल
7. यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय, नासिक, महाराष्ट्र
8. पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़, पंजाब
निजी संस्थान
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी.और ए.आई.सी.टी.ई. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं)
1. भारतीय स्वास्थ्य शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, पटना, बिहार
2. संस्कृति विश्वविद्यालय, मथुरा, उत्तर प्रदेश
3. इसराजी देवी शिक्षण संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
4. आश्रय ट्रस्ट सेंटर फॉर एजुकेशन पुनर्वास, मुंबई, महाराष्ट्र
5. एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, उत्तर प्रदेश
6. एस.जी.टी. यूनिवर्सिटी (श्री गुरु गोबिंद सिंह त्रिशताब्दी यूनिवर्सिटी), गुरुग्राम, हरियाणा
7. मानव रचना यूनिवर्सिटी (एम.आर.यू.), फरीदाबाद, हरियाणा
8. आई.सी.एफ.ए.आई. यूनिवर्सिटी, अगरतला, त्रिपुरा
संस्थान रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/2023/Ranking.html
दूरस्थ शिक्षा संस्थान
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू)
अनुमानित पाठ्यक्रम शुल्क रुपए 50,000 - 2,00,000* के बीच हो सकता है।
*उपरोक्त आंकड़े अनुमानित हैं। यह अलग-अलग संस्थानों में भिन्न हो सकते हैं।
छात्रवृत्ति
• सभी नवीनतम जानकारियों के लिए राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। इस पोर्टल के अंतर्गत केंद्र के विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य शासन की योजनाएं प्रस्तुत की जाती हैं।*
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा भी छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
• विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in , शिक्षा ऋण लेने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल वित्तीय सेवा विभाग (वित्त मंत्रालय), उच्च शिक्षा विभाग (शिक्षा मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.) के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है , पोर्टल पर कभी भी विद्यार्थी बैंकों में शिक्षा ऋण आवेदनों को देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और शिक्षा ऋण की तथागत स्थिति के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर पर विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक शिक्षा ऋण प्रदान करते हैं।
कार्य स्थल: सरकारी और निजी विद्यालय, विशेष केंद्र और संस्थान, गैर-सरकारी संगठन, बी.एड. कॉलेजों में विशेष शिक्षा शिक्षक, पुनर्वास केंद्र, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए अस्पताल।
कार्य वातावरण: एक विशेष शिक्षक के रूप में, आपको बच्चों और संगठन के कर्मचारियों के साथ बातचीत करनी होगी। संगठन आमतौर पर सप्ताह में 5 से 6 दिन और प्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करते हैं। यह संगठन से संगठन में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है और अतिरिक्त समय की आवश्यकता भी हो सकती है।
इस क्षेत्र में विशेष आवश्यकता समूह वालों के लिए कार्य के अवसर उपलब्ध हैं।
सहायक परामर्शदाता → परामर्शदाता → परामर्श विभाग का प्रमुख → विद्यालय वरिष्ठ नेतृत्व टीम/उप प्रधानाचार्य के सदस्य → प्रधानाचार्य
विशेष शिक्षक की आय अनुमानित रूपए 25,000 - 30,000* प्रति माह के बीच हो सकती है।
स्रोत: https://bit.ly/3XDz7DD
*उल्लेखित आय सांकेतिक एवं परिवर्तनीय है।
फील्ड के कुछ अनुभव
डॉ. मिथु अलूर एडीएपीटी (एबल डिसेबल्ड ऑल पीपल टुगेदर) की संस्थापक अध्यक्ष हैं, जिसे पहले स्पास्टिक सोसाइटी ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता था। वह एक शिक्षिका, दिव्यांगता अधिकारों की समर्थक, शोधकर्ता और लेखिका हैं, और भारत में दिव्यांग व्यक्तियों से जुड़े मुद्दों पर व्यापक रूप से प्रकाशित हो चुकी हैं। डॉ. अलूर सेरेब्रल पाल्सी, ऑटिज्म, डाउन सिंड्रोम और बौद्धिक दिव्यांगताओ जैसी न्यूरोमस्कुलर और विकासात्मक दिव्यांगताओ वाले व्यक्तियों की देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी मानी जाती हैं। जब उनकी बेटी मालिनी चिब को सेरेब्रल पाल्सी का निदान हुआ, तब उन्हें यह एहसास हुआ कि भारत में ऐसी परिस्थितियों वाले व्यक्तियों की देखभाल के लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड में प्रशिक्षण प्राप्त किया और वर्ष1972 में स्पास्टिक सोसाइटी ऑफ इंडिया (लघु उद्योग) की स्थापना की। आज, भारत के 16 राज्यों में स्वतंत्र रूप से संचालित स्पास्टिक सोसाइटीज़ हैं, जो कई ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं।
स्रोत : https://dbpedia.org/page/Mithu_Alur
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।