वाइन के लिए अंगूरों के रोपण, उगाने और कटाई के लिए एक वाइनयार्ड ग्रोअर जिम्मेदार होता है। वह साइट के चयन, वाइनयार्ड भूमि की तैयारी और वाइनयार्ड में श्रमिकों के प्रबंधन के लिए भी जिम्मेदार है।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप एक महत्वाकांक्षी व्यक्ति होने के साथ अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करते हों।
आप बागवानी पसंद करते हों।
आप अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हों।
प्रवेश मार्ग
न्यूनतम योग्यता • साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स/बायोलॉजी) में 10 + 2 पूरा करें।
• नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स में वाइनयार्ड ग्रोअर कोर्स हेतु नामांकन करवाएँ। या वाइन टेक्नोलॉजी / वाइन, ब्रूइंग और अल्कोहल टेक्नोलॉजी / अंगूर की खेती या किसी भी संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री पूरी करें। या वाइन टेक्नोलॉजी/वाइन स्टडीज/फ्रूट प्रोसेसिंग एंड वाइन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा पूरा करें। या वाइन बिजनेस मैनेजमेंट में एम.बी.ए. के बाद स्नातक की डिग्री पूरी करें।
• हॉर्टिकल्चर/फ्रूट प्रोसेसिंग/वाइन टेक्नोलॉजी में स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद सर्टिफिकेट कोर्स जैसे एडवांस्ड वाइन प्रो/वाइन एंड स्पिरिट एजुकेशन ट्रस्ट आदि।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
शैक्षिक संस्थान
कुछ संस्थान, जो वाइन टेक्नोलॉजी, वाइन स्टडीज और संबंधित विषय में कोर्स करवाते हैं। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं।) 1. आई.डी.आर.ए.सी. बिजनेस स्कूल, इंडिया कैंपस, पुणे 2. गार्गी कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (गार्टी), नासिक 3. वाइन एंड स्पिरिट्स अकादमी, नई दिल्ली 4. तुल्लीहो वाइन अकादमी, बैंगलोर 5. इंडियन प्रोफेशनल बारटेंडिंग एकेडमी (आई.पी.बी.ए.), पुणे और मुंबई 6. आई.आई.बी.टी. चंडीगढ़, चंडीगढ़ 7. अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद 8. सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय
कोर्स की फीस लगभग 7,000 - 70,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति • कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है • कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। • योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। • कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। • सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: वाइनरी, वाइनयार्ड, अंगूर के खेत आदि।
उद्यमिता: आप सीधे दुकानों पर उत्पाद की आपूर्ति करके अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। आप श्रमिकों और सहायकों की एक टीम का प्रबंधन करने की संभावना रखते हैं। अंशकालिक और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। आपके काम के घंटे लचीले होने की संभावना है और फसल के मौसम के दौरान ओवरटाइम सामान्य होगा।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
किस प्रकार तरक्की कर सकते हैं
वाइनयार्ड ग्रोअर → क्षेत्र पर्यवेक्षक → वाइनयार्ड मैनेजर
अपेक्षाकृत वेतन
एक वाइनयार्ड ग्रोअर की लगभग आय 8,000 - 40,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
कौशल खैरनार ने नासिक के वाइन क्षेत्र में जनम लिया तथा अंगूर उत्पादकों और शराब उत्पादकों के बीच बड़े हुए। इसके फलस्वरूप उन्होंने गार्गी एग्रीकल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (GARTI) नासिक में वर्ष 2008 से शुरू होने वाले तीन साल के लिए एक इंट्रोडक्टरी वाइनमेकिंग कोर्स में भाग लिया। GARTI से वाइनमेकिंग में बी.एस.सी. करने के बाद, उन्होंने मोंटपेलियर सुपरएग्रो यूनिवर्सिटी से अंगूर की खेती और ओनोलॉजी में मास्टर डिग्री की। वर्तमान में वे चंदन इंडिया में वाइनमेकर हैं। अंगूर की फसल से लेकर बोतलों को अंतिम रूप दे कर निकालने तक, खैरनार ने काम किया है।*
वाइनयार्ड ग्रोअर
NCS Code: लागु नहीं | V101न्यूनतम योग्यता
• साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स/बायोलॉजी) में 10 + 2 पूरा करें।
• नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एन.एस.क्यू.एफ.)* लेवल 4 कोर्स में वाइनयार्ड ग्रोअर कोर्स हेतु नामांकन करवाएँ।
या
वाइन टेक्नोलॉजी / वाइन, ब्रूइंग और अल्कोहल टेक्नोलॉजी / अंगूर की खेती या किसी भी संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री पूरी करें।
या
वाइन टेक्नोलॉजी/वाइन स्टडीज/फ्रूट प्रोसेसिंग एंड वाइन टेक्नोलॉजी में डिप्लोमा पूरा करें।
या
वाइन बिजनेस मैनेजमेंट में एम.बी.ए. के बाद स्नातक की डिग्री पूरी करें।
• हॉर्टिकल्चर/फ्रूट प्रोसेसिंग/वाइन टेक्नोलॉजी में स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद सर्टिफिकेट कोर्स जैसे एडवांस्ड वाइन प्रो/वाइन एंड स्पिरिट एजुकेशन ट्रस्ट आदि।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
*एन.एस.क्यू.एफ. एक राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत शिक्षा और योग्यता-आधारित ढांचा है जो व्यक्तियों को चुने हुए क्षेत्र में वांछित योग्यता स्तर प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। एन.एस.क्यू.एफ. में व्यावसायिक शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामान्य शिक्षा और तकनीकी शिक्षा शामिल है जो किसी भी व्यक्ति के कौशल को विकसित करते हए जॉब मार्केट के लिए तैयार करती है। एक व्यक्ति अनुभव प्राप्त करने के बाद कौशल को अपग्रेड करने के लिए किसी भी समय वापस आ सकता है।
कुछ संस्थान, जो वाइन टेक्नोलॉजी, वाइन स्टडीज और संबंधित विषय में कोर्स करवाते हैं।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
(कृपया आवेदन करने से पहले जांच लें कि संस्थान यू.जी.सी. से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है या नहीं।)
1. आई.डी.आर.ए.सी. बिजनेस स्कूल, इंडिया कैंपस, पुणे
2. गार्गी कृषि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (गार्टी), नासिक
3. वाइन एंड स्पिरिट्स अकादमी, नई दिल्ली
4. तुल्लीहो वाइन अकादमी, बैंगलोर
5. इंडियन प्रोफेशनल बारटेंडिंग एकेडमी (आई.पी.बी.ए.), पुणे और मुंबई
6. आई.आई.बी.टी. चंडीगढ़, चंडीगढ़
7. अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद
8. सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय
ऑनलाइन कोर्स
उदमी - https://www.udemy.com/courses/search/?src=ukw&q=viticulture
कोर्स की फीस लगभग 7,000 - 70,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
• कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
• कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
• योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
• कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
• सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: वाइनरी, वाइनयार्ड, अंगूर के खेत आदि।
उद्यमिता: आप सीधे दुकानों पर उत्पाद की आपूर्ति करके अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। आप श्रमिकों और सहायकों की एक टीम का प्रबंधन करने की संभावना रखते हैं। अंशकालिक और संविदात्मक नौकरियां उपलब्ध हो सकती हैं। आपके काम के घंटे लचीले होने की संभावना है और फसल के मौसम के दौरान ओवरटाइम सामान्य होगा।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए काम के अवसर मौजूद हैं।
वाइनयार्ड ग्रोअर → क्षेत्र पर्यवेक्षक → वाइनयार्ड मैनेजर
एक वाइनयार्ड ग्रोअर की लगभग आय 8,000 - 40,000 रूपये* प्रति माह के बीच होती है।
स्रोत: https://www.payscale.com/research/IN/Job=Farm_Worker/Salary
*उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
कौशल खैरनार ने नासिक के वाइन क्षेत्र में जनम लिया तथा अंगूर उत्पादकों और शराब उत्पादकों के बीच बड़े हुए। इसके फलस्वरूप उन्होंने गार्गी एग्रीकल्चर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (GARTI) नासिक में वर्ष 2008 से शुरू होने वाले तीन साल के लिए एक इंट्रोडक्टरी वाइनमेकिंग कोर्स में भाग लिया। GARTI से वाइनमेकिंग में बी.एस.सी. करने के बाद, उन्होंने मोंटपेलियर सुपरएग्रो यूनिवर्सिटी से अंगूर की खेती और ओनोलॉजी में मास्टर डिग्री की। वर्तमान में वे चंदन इंडिया में वाइनमेकर हैं। अंगूर की फसल से लेकर बोतलों को अंतिम रूप दे कर निकालने तक, खैरनार ने काम किया है।*
स्रोत: https://www.indianwineacademy.com/item_3_882.aspx
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
अंगूर किसान, अंगूर की खेती करने वाला, अंगूर की खेती करने वाला