शुगर टेक्नोलॉजिस्ट एक प्रोफेशनल है जो गन्ने से चीनी के उत्पादन, शोध और पैकेजिंग से संबंधित है। वे उच्च गुणवत्ता वाली चीनी के निर्माण के लिए बेहतर तरीके विकसित करने के लिए अनुसंधान भी करते हैं।
व्यक्तिगत क्षमताएं
आप प्रयोग करना पसंद करते हों।
आप चीजों (समस्याओं/परिस्थितियों) का विश्लेषण करना पसंद करते हों।
आप बारीकियों पर ध्यान देते हों।
आप टीम में काम करना पसंद करते हों।
प्रवेश मार्ग
1. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. चीनी प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें। या चीनी प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा पूरा करें। या 3. उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री के बाद मास्टर डिग्री (एम.एस.सी. / पी.जी. डिप्लोमा) पूरी करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
शैक्षिक संस्थान
कोर्स इंजीनियरिंग / चीनी प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा पेश किया जाता है। संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान 1. मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर 2. मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर 3. राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर 4. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, तमिलनाडु 5. गुलबर्गा विश्वविद्यालय, कर्नाटक 6. सर एम. विश्वेश्वरैया स्नातकोत्तर केंद्र, कर्नाटक 7. डॉ बी.आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पंजाब 8. रायबाग पॉलिटेक्निक, कर्नाटक
निजी संस्थान (आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है) 1. वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट, पुणे 2. राजारंबापु कॉलेज ऑफ शुगर टेक्नोलॉजी, महाराष्ट्र
कोर्स की फीस लगभग 26,000 - 2,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति/ऋण
छात्रवृत्ति ● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है। ● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है। ● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है। ● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है ● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है। ● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण ● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है। ● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि। ● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
आप कहाँ पर कार्य करेंगे
कार्यस्थल: चीनी कारखाने, पेय उत्पादन कंपनियां, अनुसंधान प्रयोगशालाएं, और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां आदि।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। स्थानीय यात्रा नौकरी की भूमिका का हिस्सा नहीं है। आमतौर पर कंपनियां हफ्ते में 5 - 6 दिन और हर दिन 8 - 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है।
एक शुगर टेक्नोलॉजिस्ट की आय लगभग 8,000 - 1,25,000* रुपये प्रति माह होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3kqwgzM *एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
जसबीर सिंह एक शुगर टेक्नोलॉजिस्ट और सलाहकार हैं, जो आवरमार्ट्स के लिए काम करते हैं, जो एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है, जो निर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओं और निर्यातकों को एक दूसरे के साथ साझा मंच पर व्यापार करने में सहायता करता है। सिंह को चीनी उद्योग में 40 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट, कानपुर से शुगर टेक्नोलॉजी में पी.जी. डिप्लोमा किया है।*
शुगर टेक्नोलॉजिस्ट (Sugar Technologist)
NCS Code: 2141.1800 | E0621. साइंस स्ट्रीम (फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी) में 10+2 पूरा करें।
2. चीनी प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री (बी.एस.सी.) पूरी करें।
या
चीनी प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा पूरा करें।
या
3. उसी या संबंधित क्षेत्र में स्नातक की डिग्री के बाद मास्टर डिग्री (एम.एस.सी. / पी.जी. डिप्लोमा) पूरी करें।
कृपया नामांकन के दौरान कोर्स की अवधि की जाँच करें।
कोर्स इंजीनियरिंग / चीनी प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा पेश किया जाता है।
संस्थानों की यह सूची केवल सांकेतिक है।
सरकारी संस्थान
1. मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर
2. मैसूर विश्वविद्यालय, मैसूर
3. राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर
4. गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, तमिलनाडु
5. गुलबर्गा विश्वविद्यालय, कर्नाटक
6. सर एम. विश्वेश्वरैया स्नातकोत्तर केंद्र, कर्नाटक
7. डॉ बी.आर. अम्बेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पंजाब
8. रायबाग पॉलिटेक्निक, कर्नाटक
निजी संस्थान
(आवेदन करने से पहले कृपया जांच लें कि क्या संस्थान यूजीसी और एआईसीटीई से संबद्ध और मान्यता प्राप्त है)
1. वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट, पुणे
2. राजारंबापु कॉलेज ऑफ शुगर टेक्नोलॉजी, महाराष्ट्र
संस्थान की रैंकिंग की जानकारी यहां उपलब्ध है - https://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html लिंक पर देखें।
कोर्स की फीस लगभग 26,000 - 2,00,000 रूपये* के बीच है।
*(उपर्युक्त आंकड़े अनुमानित संख्या हैं। यह संस्थान से संस्थान में भिन्न होंगे।)
छात्रवृत्ति
● किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना छात्रवृत्ति- यह छात्रवृत्ति इंजीनियरिंग के स्नातक कोर्स के पहले वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को दी जाती है। इसे प्राप्त करने के लिए योग्यता परीक्षा होती है। यह भारत सरकार द्वारा आर्थिक रूप से पिछड़े छात्र, जिनके पास वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए योग्यता है, को दी जाती है।
● योग्यता-सह-साधन आधारित छात्रवृत्ति -ऐसी लगभग 20,000 इंजीनियरिंग छात्रवृत्ति हर साल अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत लाभार्थियों के पूरे कोर्स की फीस का भुगतान सीधे उनके संस्थानों को कर दिया जाता है।
● इंडियन ऑयल एजुकेशनल स्कॉलरशिप- आईओसी लिमिटेड योग्य छात्रों को हर साल 300 स्कॉलरशिप प्रदान करता है। छात्रों को एक स्नातक कोर्स में नामांकित होना होता है। छात्रवृत्ति विशेष रूप से शारीरिक अक्षमता वाले छात्रों, महिलाओं और उत्तर पूर्व और जम्मू-कश्मीर के छात्रों को दी जाती है।
● कृपया सभी नवीनतम विवरणों के लिए http://www.scholarships.gov.in पर जाएं। यह आपको राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल पर ले जाएगा। इस पोर्टल के तहत विभिन्न विभागों, यू.जी.सी./ ए.आई.सी.टी.ई. योजनाओं और राज्य योजनाओं द्वारा केंद्र सरकार की योजनाओं की पेशकश की जाती है
● कृपया उपलब्ध छात्रवृत्ति के विवरण के लिए http://www.buddy4study.com पर जाएं। यह कक्षा XI से शुरू होने वाली छात्रवृत्ति का प्रवेश द्वार है।
● योग्यता के आधार पर संस्थानों द्वारा छात्रवृत्तियां उपलब्ध कराई जाती हैं।*
*(इन छात्रवृत्तियों की उपलब्धता समय-समय पर भिन्न हो सकती है।)
ऋण
● विद्यालक्ष्मी, http://www.vidyalakshmi.co.in, शिक्षा ऋण चाहने वाले छात्रों के लिए एक पोर्टल है। यह पोर्टल को वित्तीय सेवा विभाग, (वित्त विभाग मंत्रालय) उच्च शिक्षा विभाग (मानव संसाधन विकास मंत्रालय) और भारतीय बैंक संघ (आई.बी.ए.)के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। छात्र वेबसाइट पर शिक्षा ऋण देख सकते हैं, आवेदन कर सकते हैं और ट्रैक कर सकते हैं। पोर्टल राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से लिंक भी प्रदान करता है।
● कुछ राज्यों में कम ब्याज दर वाले छात्र क्रेडिट कार्ड हैं, उदाहरण के लिए, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, आदि।
● सभी बैंक एजुकेशन लोन देते हैं।
कार्यस्थल: चीनी कारखाने, पेय उत्पादन कंपनियां, अनुसंधान प्रयोगशालाएं, और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां आदि।
काम का माहौल: यह डेस्क जॉब नहीं है। स्थानीय यात्रा नौकरी की भूमिका का हिस्सा नहीं है। आमतौर पर कंपनियां हफ्ते में 5 - 6 दिन और हर दिन 8 - 9 घंटे काम करती हैं। यह कंपनी से कंपनी में भिन्न हो सकता है। शिफ्ट सिस्टम उपलब्ध हो सकता है।
इस क्षेत्र में दिव्यांगों के लिए अवसर मौजूद हैं।
रिसर्च ट्रेनी → शुगर टेक्नोलॉजिस्ट → सीनियर शुगर टेक्नोलॉजिस्ट → एसोसिएट मैनेजर रिसर्च एक्टिविटीज → मैनेजर रिसर्च → हेड ऑफ रिसर्च
एक शुगर टेक्नोलॉजिस्ट की आय लगभग 8,000 - 1,25,000* रुपये प्रति माह होती है।
स्रोत: https://bit.ly/3kqwgzM
*एन.सी.एस. से ली गयी उपरोक्त आय सांकेतिक है और परिवर्तन के अधीन है।
फील्ड के कुछ अनुभव
जसबीर सिंह एक शुगर टेक्नोलॉजिस्ट और सलाहकार हैं, जो आवरमार्ट्स के लिए काम करते हैं, जो एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है, जो निर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओं और निर्यातकों को एक दूसरे के साथ साझा मंच पर व्यापार करने में सहायता करता है। सिंह को चीनी उद्योग में 40 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट, कानपुर से शुगर टेक्नोलॉजी में पी.जी. डिप्लोमा किया है।*
स्रोत: https://www.ourmarts.com/raj-tech
*उपरोक्त जानकारी केवल प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए है और इसका उपयोग किसी व्यावसायिक लाभ के लिए नहीं किया जाएगा।
चीनी इंजीनियर, चीनी सलाहकार, चीनी प्रौद्योगिकीविद्, चीनी शोधकर्ता